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'भारत वैश्विक निवेश के लिए पसंदीदा गंतव्य'

ग्रेटर नोएडा में उत्तर प्रदेश इंटरनेशनल ट्रेड शो में बोले उपराष्ट्रपति

'उत्तर प्रदेश निवेश और विकास की गतिविधियों से भरपूर राज्य है'

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Wednesday 25 September 2024 06:22:05 PM

vice president at uttar pradesh international trade show-2024

ग्रेटर नोएडा। उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने आज ग्रेटर नोएडा में आयोजित उत्तर प्रदेश इंटरनेशनल ट्रेड शो-2024 के दूसरे संस्करण में उद्घाटन भाषण देते हुए कहा हैकि भारत अब दुनिया की सबसे तेज़ अर्थव्यवस्थाओं में से एक है और वैश्विक निवेश केलिए एक पसंदीदा गंतव्य बन चुका है। उपराष्ट्रपति ने कहाकि आज भारत लगभग 4 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था है, जिसमें आनेवाले दशक में 8 प्रतिशत विकास की संभावनाएं हैं, हम एक वैश्विक निवेश स्थल बन चुके हैं और उत्तर प्रदेश निवेश और विकास की गतिविधियों से भरपूर राज्य है। देश के बुनियादी ढांचे के विकास की प्रशंसा करते हुए जगदीप धनखड़ ने सालाना 8 नए हवाई अड्डों, मेट्रो प्रणालियों के तेजी से विस्तार और प्रतिदिन 28 किलोमीटर राजमार्ग के निर्माण का उल्लेख किया। उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में आकार ले रहे 12 नए औद्योगिक क्षेत्रों की ओर इशारा किया, जो विनिर्माण को बढ़ावा देंगे और भारत को एआई, इलेक्ट्रिक मोबिलिटी और सेमीकंडक्टर जैसी उभरती प्रौद्योगिकी को भुनाने में सक्षम बनाएंगे।
उपराष्ट्रपति ने भारत के बुनियादी ढांचे में महत्वपूर्ण प्रगति पर जोर देते हुए कहाकि हमारे पास दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा मेट्रो नेटवर्क है, और हवाई अड्डों वाले शहरों की संख्या 70 से दोगुनी होकर 140 हो गई है, भारत वैश्विक स्तरपर सबसे बड़ा कनेक्टेड देश है, जहां 800 मिलियन ब्रॉडबैंड उपयोगकर्ता हैं। उन्होंने डिजिटल प्रौद्योगिकियों के प्रभाव पर प्रकाश डाला, जिन्होंने 170 मिलियन लोगों केलिए आवास, 60 मिलियन केलिए स्वास्थ्य कवरेज और 58 मिलियन छोटे व्यवसायों केलिए सालाना ऋण सक्षम किया है। जगदीप धनखड़ ने सेमीकंडक्टर उद्योग के महत्व पर कहाकि डिजिटल वित्तीय लेनदेन के मामले में भारत प्रतिमाह 13 बिलियन लेनदेन केसाथ विश्व स्तरपर सबसे अधिक रिकॉर्ड रखता है, हम दुनिया के तीसरे सबसे बड़े स्टार्टअप पारिस्थितिकी तंत्र हैं, जिसमें 117 यूनिकॉर्न और दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी क्रय शक्ति है। उन्होंने कहाकि यह उद्योग हमारे विकास केलिए महत्वपूर्ण है, जो 2026 तक $55 बिलियन को पार कर जाएगा। उपराष्ट्रपति ने मेक इन इंडिया से संकल्पना, डिजाइन और मेक इन इंडिया तक भारत की उल्लेखनीय प्रगति पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहाकि भारत अपनी अवधारणा के विकास में लगा हुआ है, जिसमें बहुराष्ट्रीय निगम और भारतीय कंपनियां एक सहक्रियात्मक दृष्टिकोण अपना रही हैं।
जगदीप धनखड़ ने टिप्पणी कीकि इंटरनेशनल ट्रेड शो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 'आत्मनिर्भर भारत' के दृष्टिकोण के अनुरूप है और 'लोकल से ग्लोबल' के आदर्श वाक्य को चरितार्थ करता है। उन्होंने कहाकि पहले यह 'वोकल फॉर लोकल' था और अब हम इसे 'लोकल से ग्लोबल' केसाथ अगले स्तरपर लेजा रहे हैं। उन्होंने कहाकि भारत की प्रगति विभिन्न क्षेत्रों में स्पष्ट है और यह व्यापार शो उस विकास को आगे बढ़ाने केलिए सही केंद्र के रूपमें कार्य करता है। जगदीप धनखड़ ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दृष्टिकोण और राज्य के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के कार्यांवयन केबीच तालमेल की सराहना की, जिसके तहत उत्तर प्रदेश को उत्तम प्रदेश में बदलने का प्रयास हो रहा है। उन्होंने इस बातपर प्रकाश डालाकि यही तालमेल 2047 तक भारत को एक विकसित भारत की ओर ले जा रहा है। उन्होंने कहाकि जो उत्तर प्रदेश कभी चुनौतियों का सामना कर रहा था, आज वह प्रगति और विकास के प्रतीक में बदल गया है। उन्होंने कहाकि निवेश केलिए कानून व्यवस्था से अधिक महत्वपूर्ण कुछ भी नहीं है, कानून और व्यवस्था लोकतंत्र को परिभाषित करती है और यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने कानून व्यवस्था को सही में परिभाषित किया है।
उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने व्यापार शो में वियतनाम को भागीदार देश के रूपमें प्रदर्शित करने के महत्व पर भी प्रकाश डाला और इसे एक प्राकृतिक साझेदारी के रूपमें वर्णित किया, जो अंतर्राष्ट्रीय स्तरपर ग्लोबल साउथ केलिए एक बड़ी भूमिका को सुदृढ़ करती है और दोनों देशों केबीच सांस्कृतिक और आर्थिक आदान-प्रदान को बढ़ावा देती है। उन्होंने कहाकि वियतनाम की जीडीपी 435 बिलियन डॉलर की है और हम उनके असाधारण उत्पादों और नवीन विनिर्माण प्रथाओं को देखने केलिए उत्सुक हैं। जगदीप धनखड़ ने कहाकि देशभर में इस अभूतपूर्व आर्थिक उछाल और बुनियादी ढांचे के विकास में कुछ साल पहले मौजूद परिदृश्य के विपरीत उत्तर प्रदेश एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। उपराष्ट्रपति ने विश्वास व्यक्त कियाकि उत्तर प्रदेश 2027 तक 1 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनने के अपने लक्ष्य को हासिल कर लेगा और भारत को 5 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था के रूपमें उभरने में महत्वपूर्ण योगदान देगा। अपने विशाल संसाधनों, बढ़ती जनसंख्या और रणनीतिक स्थान केसाथ उत्तर प्रदेश भारत के आर्थिक पथ को आगे बढ़ाने वाले विकास इंजन के रूपमें उभर रहा है। उपराष्ट्रपति ने कहाकि उत्तर प्रदेश अब सोता हुआ विशालकाय राज्य नहीं है, अब यह एक सक्रिय राज्य है, जो उपजाऊ भूमि, युवा कार्यबल, धार्मिक पर्यटन और सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यमों के जीवंत पारिस्थितिकी तंत्र जैसी अपनी शक्तियों का लाभ उठा रहा है।
जगदीप धनखड़ ने कहाकि एक दशक पहले हमारी अर्थव्यवस्था लड़खड़ा रही थी और राष्ट्र का मूड अस्थिर था, लेकिन पिछले दशक में अभूतपूर्व परिवर्तन देखा गया है। उपराष्ट्रपति ने सामूहिक प्रयास का आह्वान करते हुए कहाकि जैसे-जैसे हम आगे बढ़ रहे हैं, उत्तर प्रदेश केलिए एक नई सुबह देख रहे हैं, एक ऐसा भविष्य देख रहे हैं, जहां हमारा देश व्यापार, नवाचार और सांस्कृतिक विरासत में एक वैश्विक नेता के रूपमें खड़ा होगा। कार्यक्रम में उपराष्ट्रपति ने परिसर में लगी प्रदर्शनी का भी अवलोकन किया। इस अवसर पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, केंद्रीय सूक्ष्म लघु और मध्यम उद्यम मंत्री जीतनराम मांझी, उत्तर प्रदेश के औद्योगिक विकास, निर्यात प्रोत्साहन, एनआरआई, निवेश प्रोत्साहन मंत्री नंद गोपाल गुप्ता 'नंदी', एमएसएमई खादी और ग्रामोद्योग रेशम उद्योग हथकरघा और कपड़ा मंत्री उत्तर प्रदेश सरकार राकेश सचान एवं उद्योग जगत के प्रतिष्ठित उद्यमी और गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।

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