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Tuesday 1 October 2024 02:44:33 PM
नई दिल्ली। भारतीय वायुसेना के एयर चीफ मार्शल एपी सिंह ने आज वायुसेना मुख्यालय नई दिल्ली में आयोजित पारंपरिक सैन्य कार्यक्रम में वायुसेना प्रमुख का पदभार संभाला। गौरतलब हैकि एयर चीफ मार्शल एपी सिंह को 21 दिसंबर 1984 को भारतीय वायुसेना के लड़ाकू दस्ते में नियुक्त किया गया था। वे राष्ट्रीय रक्षा अकादमी, डिफेंस सर्विसेज स्टाफ कॉलेज और नेशनल डिफेंस कॉलेज के छात्र रहे हैं। वे एक योग्य फ्लाइंग प्रशिक्षक और एक प्रायोगिक परीक्षण पायलट हैं, जिन्हें विभिन्न प्रकार के फिक्स्ड विंग और रोटरी विंग विमानों पर उड़ान भरने का 5000 घंटे सेभी अधिक का व्यापक अनुभव है।
भारतीय एयर चीफ मार्शल एपी सिंह के परिचालन कार्यकाल में मिग-27 स्क्वाड्रन का कमांडिंग ऑफिसर और एक एयर बेस का एयर ऑफिसर कमांडिंग होना भी शामिल है। उन्होंने परीक्षण पायलट के रूपमें रूस के मास्को में मिग 29 अपग्रेड प्रोजेक्ट मैनेजमेंट टीम का नेतृत्व किया था। वे राष्ट्रीय उड़ान परीक्षण केंद्र में परियोजना निदेशक (उड़ान परीक्षण) भी थे, जहां उन्होंने तेजस की उड़ान परीक्षण की देखरेख की थी। भारतीय वायुसेना में चार दशक के अपने उल्लेखनीय करियर के दौरान उन्होंने दक्षिण पश्चिमी वायुकमान मुख्यालय में वायु रक्षा कमांडर और पूर्वी वायुकमान में वरिष्ठ एयर स्टाफ अधिकारी के रूपमें स्टाफ नियुक्तियां की हैं। वायुसेना प्रमुख का पदभार संभालने से पहले वे वायुसेना के उप प्रमुख थे। एयर चीफ मार्शल एपी सिंह को परम विशिष्ट सेवा पदक और अति विशिष्ट सेवा पदक से नवाजा जा चुका है।
भारतीय वायु योद्धाओं को संबोधित करते हुए एयर चीफ मार्शल एपी सिंह ने कहाकि वे भारतीय वायुसेना के अनुकरणीय नेतृत्व करने की जिम्मेदारी सौंपे जाने से सम्मानित और गौरवांवित हुए हैं। समस्त वायु योद्धाओं, गैर योद्धा (नामांकित), डीएससी कार्मिकों, नागरिकों और उनके परिवारों को शुभकामनाएं देते हुए वायुसेना प्रमुख ने भारतीय वायुसेना की परिचालन क्षमता को सर्वकालिक उच्चस्तर पर बनाए रखने केलिए उनके अनवरत सहयोग और समर्पणभाव पर पूर्ण विश्वास एवं भरोसा व्यक्त किया। उन्होंने वायुसेना के दिग्गजों की दूरदर्शिता केप्रति हार्दिक आभार व्यक्त किया और भारतीय वायुसेना की सफलता का श्रेय उनके उत्कृष्ट प्रयासों एवं गतिशील नेतृत्व को दिया।
एयर चीफ मार्शल एपी सिंह ने सशक्त, सक्षम और आत्मनिर्भर भारतीय वायुसेना सुनिश्चित करने की दिशामें कुछ फोकस क्षेत्रों पर प्रकाश डालते हुए वायु कमांडरों से एक सहयोगात्मक नेतृत्व अपनाने और सामंजस्य एवं एकजुटता बढ़ाने का अनुरोध किया। उन्होंने वर्तमान अनिश्चित भू राजनीतिक हालात को ध्यान में रखने का आह्वान किया और कहाकि यह अत्यंत आवश्यक हैकि भारतीय वायुसेना अपने परिचालन में पूरी तरहसे सक्षम, सदैव सतर्क और विश्वसनीय प्रतिरोध बनी रहे। एयर चीफ ने सभी वायु योद्धाओं से महान सेवा की परंपराओं का पालन करने और इसके साथही यह सुनिश्चित करने का आह्वान कियाकि हम सभी मिलकर ‘पूर्ण गौरव केसाथ आकाश को छूएं’।