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Tuesday 8 October 2024 02:45:00 PM
नई दिल्ली। अमेज़न प्लेटफॉर्म पर एनसीईआरटी की पाठ्यपुस्तकों की खुदरा बिक्री केलिए एनसीईआरटी और अमेज़न सेलर सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड केबीच समझौता हुआ। कौशल भवन नई दिल्ली में आयोजित कार्यक्रम में केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने अमेज़न केसाथ एनसीईआरटी की साझेदारी की सराहना की और इसे जीवन को आसान बनाने और शिक्षा तक पहुंच बढ़ाने की दिशामें एक महत्वपूर्ण कदम बताया। उन्होंने 'अमृतकाल' के 300 मिलियन छात्रों केलिए सीखने को आनंददायक बनाने के महत्व पर जोर देते हुए कहाकि 'आओ हमसब मिलकर अपने छात्रों को सशक्त बनाने, उनके उज्जवल भविष्य को सुनिश्चित करने और विकसित भारत की ओर बढ़ने केलिए नवाचार की सीमाओं को आगे बढ़ाएं।' शिक्षा मंत्री ने कहाकि इस पहल का उद्देश्य प्रमुख ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म पर मुद्रित कीमतों पर मूल एनसीईआरटी पुस्तकों तक पहुंच प्रदान करना है एवं देशभर में बढ़ते डिजिटल उपयोग केसाथ यह पहल भारत सरकार के 'जीवनयापन में सुगमता' के दृष्टिकोण का भी समर्थन करती है।
केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहाकि एनसीईआरटी वर्ष 1963 से लगभग 220 करोड़ पुस्तकें और पत्रिकाएं प्रकाशित करके भारत के शिक्षा परिदृश्य को आकार दे रहा है। उन्होंने कहाकि एनसीईआरटी देश केलिए एक प्रमुख थिंक टैंक है। धर्मेंद्र प्रधान ने घोषणा कीकि एनसीईआरटी की पुस्तकें देशभर में लगभग 20,000 पिन कोड पर उपलब्ध कराई जाएंगी और ये ई-बुक्स अधिकतम खुदरा मूल्य (एमआरपी) पर उपलब्ध होंगी। धर्मेंद्र प्रधान ने अमेज़न केसाथ एनसीईआरटी की साझेदारी पर प्रशंसा व्यक्त करते हुए कहाकि एनसीईआरटी किताबों का प्रकाशन तीन गुना बढ़ाएगा और अगले शैक्षणिक सत्र 2025-26 केलिए 15 करोड़ किताबें प्रकाशित करेगा। उन्होंने यहभी बतायाकि एनसीईआरटी को 21वीं सदी की पाठ्यपुस्तकें विकसित करने का दायित्व सौंपा गया है। उन्होंने ई-बुक्स, इंटरैक्टिव, एआई संचालित और टॉकिंग बुक्स जैसी नवाचार पहलों का भी आग्रह किया।
शिक्षामंत्री ने सभी 23 भाषाओं में पुस्तकों के महत्व को रेखांकित किया और घोषणा कीकि ई-बुक्स भारत की वास्तविक सॉफ्टपावर होंगी। स्कूल शिक्षा एवं साक्षरता विभाग के सचिव संजय कुमार ने शिक्षा में पाठ्यपुस्तकों के महत्व पर प्रकाश डालते हुए इन आवश्यक संसाधनों केलिए आपूर्ति श्रृंखला को मजबूत करने की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने कहाकि सभी वर्गों की एनसीईआरटी पाठ्यपुस्तकें अमेज़न एनसीईआरटी स्टोरफ्रंट http://amazon.in/ncert पर उपलब्ध कराई जाएंगी और इनकी खुदरा बिक्री पाठ्यपुस्तकों पर मुद्रित दर से अधिक कीमत पर नहीं की जाएगी। उन्होंने कहाकि अमेज़न पर केवल एनसीईआरटी की मूल पाठ्यपुस्तकों की खुदरा बिक्री की जाएगी, जिससे एनसीईआरटी की नकली पाठ्यपुस्तकों की बिक्री पर अंकुश लगाने में सहायता मिलेगी। संजय कुमार ने कहाकि अमेज़न एनसीईआरटी को नकली या अधिक कीमत वाली किताबें वितरित करनेवाले अनधिकृत विक्रेताओं की निगरानी करने और उन्हें हटाने में सहायता करेगा।
अमेज़न के विशाल डिलीवरी नेटवर्क के माध्यम से विद्यार्थी और स्कूल, यहां तककि सबसे दूरदराज के क्षेत्रोंमें भी निर्धारित कीमतों पर पाठ्यपुस्तकें खरीदी जा सकेंगी। यह आपूर्ति अंतराल विलंबित उपलब्धता और पाठ्यपुस्तकों की क्षेत्रीय कमी की चुनौतियों का समाधान करेगा, जिससे शिक्षा तक समान पहुंच सुनिश्चित होगी। अमेज़न से साझेदारी एनसीईआरटी को पाठ्यपुस्तकों और अन्य शैक्षिक सामग्री की गुणवत्ता में सुधार केलिए ग्राहकों की समीक्षाओं और प्रतिक्रिया का लाभ उठाने मेंभी सक्षम बनाएगा। इसके अलावा उन राज्यों एवं जिलों में जहां एनसीईआरटी पाठ्यपुस्तकों की मांग अधिक है, भविष्य के प्रिंट ऑर्डर, वितरण रणनीतियों और नए वितरकों के चयन के संबंध में सूचित निर्णय लेने की सुविधा केलिए अज्ञात बिक्री और उपयोग डेटा को एनसीईआरटी केसाथ साझा किया जाएगा। इस मौके पर स्कूल शिक्षा एवं साक्षरता विभाग की संयुक्त सचिव प्राची पांडे, एनसीईआरटी के निदेशक प्रोफेसर दिनेश प्रसाद सकलानी, अमेज़न के उपाध्यक्ष सौरभ श्रीवास्तव, अमेज़न के सार्वजनिक नीति निदेशक अमन जैन और वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित थे।