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रक्षामंत्री की दशहरे पर सैनिकों के साथ शस्त्र पूजा

देश की संप्रभुता के रक्षक के रूप में हथियारों के प्रति सम्मान का प्रतीक

'आवश्यकता पर रक्षा हथियारों का पूरी ताकत से उपयोग किया जाएगा'

स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम

Saturday 12 October 2024 03:39:36 PM

defense minister's shastra puja with soldiers on dussehra

दार्जिलिंग (पश्चिम बंगाल)। रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने आज दशहरे के पावन पर्व पर पश्चिम बंगाल के सुकना सैन्य स्टेशन पर सैनिकों के साथ पारंपरिक शस्त्र पूजा की। उन्होंने कहाकि दशहरा बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक है और शस्त्र पूजा एक स्पष्ट संकेत हैकि अगर आवश्यकता हुई तो रक्षा हथियारों और उपकरणों का पूरी ताकत से उपयोग किया जाएगा। रक्षामंत्री ने कहाकि भारतीय सेना में यह महत्वपूर्ण आयोजन राष्ट्र की संप्रभुता के रक्षक के रूपमें हथियारों केप्रति सम्मान का प्रतीक है। उन्होंने कहाकि शक्ति, सफलता और सुरक्षा केलिए आशीर्वाद मांगने केलिए किए जानेवाले अनुष्ठान दशहरा की सांस्कृतिक और आध्यात्मिक महत्ता को दर्शाता है और ये देश की सुरक्षा में हथियार प्रणालियों की महत्वपूर्ण भूमिका को रेखांकित करते हैं।
रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने देश के वीर सैनिकों को दशहरे की बधाई दी, उनसे बातचीत की, उनका उत्साहवर्धन किया और कहाकि सैनिकों में मानवीय मूल्यों केप्रति यह समान सम्मान है, सैनिक राष्ट्र की रक्षा के लिए सशस्त्र बलों की तैयारी, संकल्प और अटूट समर्पण का प्रतीक हैं। रक्षामंत्री ने कहाकि यह आयोजन भारतीय सेना की परंपरा और आधुनिकीकरण के मिश्रण को दर्शाता है, जिसमें भारत की संप्रभुता को बनाए रखने और स्वदेशी रक्षा प्रणालियों एवं प्लेटफार्मों को बढ़ावा देने पर ध्यान केंद्रित किया गया है। रक्षामंत्री ने सीमा पर शांति और स्थिरता बनाए रखने में सशस्त्र बलों की सतर्कता एवं उनकी महत्वपूर्ण भूमिका की प्रशंसा की। उन्होंने कहाकि भारत ने कभीभी किसी देश पर घृणा अथवा द्वेष के कारण आक्रमण नहीं किया है। उन्होंने कहाकि हम तभी लड़ते हैं, जब धर्म, सत्य व मानवीय मूल्यों के विरूद्ध युद्ध छेड़ा जाता है, जब कोई हमारी अखंडता और संप्रभुता का अपमान करता है अथवा उसे नुकसान पहुंचाने की कोशिश करता है और जब धर्म, सत्य व मानवीय मूल्यों के विरूद्ध युद्ध छेड़ा जाता है।
रक्षामंत्री ने कहाकि यही हमें विरासत में मिला है, हम इस विरासत को संरक्षित करना जारी रखेंगे, हालांकि यदि हमारे हितों को खतरा है तो हम बड़ा कदम उठाने में भी संकोच नहीं करेंगे। रक्षामंत्री ने कलश पूजा केसाथ अनुष्ठान प्रारंभ किया, उसके बाद शस्त्र पूजा और वाहन पूजा की। उन्होंने अत्याधुनिक पैदल सेना, तोपखाने और संचार प्रणालियों, गतिशीलता प्लेटफार्मों और ड्रोन प्रणालियों सहित कई आधुनिक सैन्य उपकरणों की भी पूजा की। इस अवसर पर भारतीय थल सेनाध्यक्ष जनरल उपेंद्र द्विवेदी, मनोनीत रक्षा सचिव आरके सिंह, पूर्वी कमान के जनरल ऑफिसर कमांडिंग इन चीफ लेफ्टिनेंट जनरल रामचंद्र तिवारी, सीमा सड़क संगठन के महानिदेशक लेफ्टिनेंट जनरल रघु श्रीनिवासन, त्रिशक्ति कोर के जनरल ऑफिसर कमांडिंग लेफ्टिनेंट जनरल जुबिन ए मिनवाला और वरिष्ठ सैन्य अधिकारी उपस्थित थे।

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