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जनजातीय गौरव दिवस पर देशभर में आयोजन

नई दिल्ली के बांसेरा उद्यान में लगी बिरसा मुंडा की भव्य प्रतिमा

गृहमंत्री ने किया भगवान बिरसा मुंडा की प्रतिमा का अनावरण

स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम

Friday 15 November 2024 04:06:11 PM

unveiling of the statue of lord birsa munda

नई दिल्ली। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने भगवान बिरसा मुंडा के 150वें जयंती वर्ष पर आज नई दिल्ली के बांसेरा उद्यान में उनकी भव्य प्रतिमा का अनावरण किया। गृहमंत्री ने कहाकि वर्ष 2021 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भगवान बिरसा मुंडा की जयंती को ‘जनजातीय गौरव दिवस’ के रूपमें मनाने की घोषणा थी और बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती के उपलक्ष्य में 15 नवंबर 2025 तक आगामी एक वर्ष ‘आदिवासी गौरव वर्ष’ के रूपमें मनाया जाएगा। उन्होंने कहाकि मोदी सरकार ने सराय काले खां चौक का नाम बदलकर ‘भगवान बिरसा मुंडा चौक’ करने का निर्णय भी लिया है। उन्होंने कहाकि आजही के दिन झारखंड के एक छोटे से गांव में भगवान बिरसा मुंडा का जन्म हुआ था, बिरसा मुंडा आदिवासियों केलिए अपनी मूल संस्कृति के उद्धारक तो बने ही, साथही उन्होंने 25 वर्ष की अल्पायु में देश के अनेक लोगों केलिए अपने कृत्यों के माध्यम से इस बात की व्याख्या कीकि जीवन कैसा एवं किसके लिए होना चाहिए और जीवन का ध्येय क्या होना चाहिए। उन्होंने कहाकि निश्चित तौरपर भगवान बिरसा मुंडा देश की आजादी के महानायकों में से एक हैं।
केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने कहाकि बहुत छोटी उम्र में बिरसा मुंडा ने अपनी सेकंडरी शिक्षा के दौरान धर्मांतरण के खिलाफ आवाज़ उठाई थी, जब पूरे भारत और दो-तिहाई दुनिया पर अंग्रेजों का शासन था, उस समय बालक बिरसा मुंडा ने धर्मांतरण के खिलाफ दृढ़ता से खड़ा होने की वीरता दिखाई और आगे चलकर यह दृढ़ता व वीरता इस देश के एक नायक के रूपमें परिवर्तित हुई। उन्होंने कहाकि रांची की जेल से इंग्लैंड की महारानी तक राष्ट्र नायक बिरसा मुंडा देशवासियों की आवाज़ बने थे। गृहमंत्री ने कहाकि बिरसा मुंडा ने जल, जंगल और जमीन के संस्कार को पुनर्जीवित किया और कहाकि आदिवासियों केलिए यही सबकुछ है। बिरसा मुंडा ने समाज में कई प्रकार की जागरुकता लाने का काम किया, उन्होंने मदिरा पान, जमींदारों की शोषण युक्त व्यवस्था और ब्रिटिश राज का विरोध किया। अमित शाह ने कहाकि सामाजिक सुधार और स्वतंत्रता संघर्ष एवं धर्मांतरण विरोधी आंदोलन केलिए देश भगवान बिरसा मुंडा का आभारी रहेगा। अमित शाह ने कहाकि धरती आबा के नामसे प्रसिद्ध भगवान बिरसा मुंडा के जीवन को दो हिस्सों में बांटकर देखा जा सकता है, पहला आदिवासी संस्कृति की रक्षा को लेकर उनकी प्रतिबद्धता है, जबकि दूसरा मातृभूमि की आजादी और इसकी रक्षा केलिए सर्वोच्च बलिदान देने का जज्बा। उन्होंने कहाकि सिर्फ 25 वर्ष की आयु में बिरसा मुंडा ने अंग्रेजों के खिलाफ क्रांति की ज्योति जगाई और आदिवासियों की स्थिति की तरफ न केवल देश, बल्कि पूरी दुनिया का ध्यान खींचा।
गृहमंत्री अमित शाह ने कहाकि धरती आबा बिरसा मुंडा ने अपने कार्यों से ऐसी गाथा लिखीकि 150 साल बादभी देश आज उनके सामने नतमस्तक है। उन्होंने कहाकि आदिवासियों ने देशभर में अंग्रेजों के खिलाफ स्वतंत्रता संग्राम में बढ़-चढ़कर भाग लिया, लेकिन दुर्भाग्य से आजादी केबाद इन महानायकों को भुला दिया गया। उन्होंने कहाकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वर्ष 2015 में 200 करोड़ रुपये की लागत से देश में 20 आदिवासी महानायकों के संग्रहालय बनाने का निर्णय लिया, ताकि हमारी पीढ़ियां इन महानायकों के जीवन से परिचित हो सकें। उन्होंने कहाकि अबतक तीन संग्रहालय बन चुके हैं, रांची में भगवान बिरसा मुंडा संग्रहालय, जबलपुर में शंकर शाह और रघुनाथ शाह संग्रहालय तथा छिंदवाड़ा में जनजातीय स्वतंत्रता सेनानी संग्रहालय का उद्घाटन हो चुका हैं। गृहमंत्री ने कहाकि वर्ष 2026 तक शेष सभी संग्रहालय भी बनकर तैयार हो जाएंगे। अमित शाह ने कहाकि मोदी सरकार ने जनजातीय गौरव केलिए ढेर सारे काम किए हैं, आजादी केबाद के 75 साल में पहलीबार किसी आदिवासी को राष्ट्रपति बनने का मौका मोदी सरकार ने दिया है, द्रौपदी मुर्मू ग़रीब आदिवासी परिवार की बेटी हैं और आज देश के प्रथम नागरिक का स्थान शोभायमान कर रही हैं। गृहमंत्री ने कहाकि मोदी सरकार ने बीते 10 साल में आदिवासी क्षेत्रमें विकास को रोकने और बच्चों को गुमराह करने वाले नक्सलवाद को लगभग समाप्त कर दिया है।
गृहमंत्री ने कहाकि पहले की सरकार में जनजातियों के विकास केलिए सिर्फ 28,000 करोड़ रुपये का बजट था, जबकि मोदी सरकार ने वर्ष 2024-25 के बजट में आदिवासियों के विकास केलिए 1,33,000 करोड़ रुपये का प्रावधान किया है। उन्होंने कहाकि प्रधानमंत्री आदर्श ग्राम योजना केतहत 26,428 आदिवासी गांव में सभी बुनियादी सुविधाएं पूर्ण रूपसे उपलब्ध कराई गई हैं। उन्होंने कहाकि डिस्ट्रिक्ट मिनरल फाउंडेशन स्कीम के तहत 97 हजार करोड़ रुपये आदिवासी क्षेत्रोंमें वितरित किए गए, साथही 708 एकलव्य मॉडल रेजिडेंशियल स्कूल बनाए गए, प्रधानमंत्री पीवीटीजी डेवलपमेंट मिशन केतहत 15,000 करोड़ रुपये और प्रधानमंत्री जनजातीय उन्नत ग्राम अभियान केतहत 63,000 गांव को संपूर्ण रूपसे विकसित करने केलिए 24,000 करोड़ रुपये आवंटित गए हैं। भगवान बिरसा मुंडा की प्रतिमा के अनावरण पर केंद्रीय शहरी कार्य एवं आवासन मंत्री मनोहर लाल, दिल्ली के उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना, केंद्रीय मंत्री हर्ष मल्होत्रा, सांसद बांसुरी स्वराज, मनोज तिवारी और कई गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।

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