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Monday 18 November 2024 11:46:50 AM
अबुजा/ नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भारत-नाइजीरिया संबंधों को मजबूत करने में उनके राजनीतिक कौशल और शानदार योगदान केलिए संघीय गणराज्य नाइजीरिया के राष्ट्रपति बोला अहमद टीनुबू ने समारोहपूर्वक नाइजीरिया के सर्वोच्च सम्मान ‘ग्रैंड कमांडर ऑफ द ऑर्डर ऑफ नाइजर’ से सम्मानित किया है। पुरस्कार के प्रशस्तिपत्र में कहा गया हैकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दूरदर्शी नेतृत्व केतहत भारत को एक वैश्विक शक्ति के रूपमें स्थापित किया गया है और उनके परिवर्तनकारी शासन ने सभी केलिए एकता, शांति और साझा समृद्धि को बढ़ावा दिया है। पुरस्कार को स्वीकार करते हुए प्रधानमंत्री ने इस सम्मान को भारत के लोगों और भारत-नाइजीरिया की दीर्घकालिक एवं ऐतिहासिक मित्रता को समर्पित किया। उन्होंने कहाकि यह सम्मान दोनों देशों केबीच रणनीतिक साझेदारी और ग्लोबल साउथ की आकांक्षाओं केप्रति उनकी साझा प्रतिबद्धता को रेखांकित करता है। गौरतलब हैकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वर्ष 1969 केबाद नाइजीरिया के सर्वोच्च सम्मान सम्मानित होने वाले पहले विदेशी नेता हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहाकि भारत और नाइजीरिया के संबंध आपसी सहयोग, सद्भाव और परस्पर सम्मान पर आधारित हैं, दो जीवंत लोकतंत्र और गतिशील अर्थव्यवस्थाओं के रूपमें हम मिलकर दोनों देशों के लोगों की भलाई केलिए काम करते रहे हैं। उन्होंने कहाकि दोनों देशों में सामाजिक और सांस्कृतिक विविधता हमारी पहचान है, हमारी ताकत है, नाइजीरिया के नवीनीकृत आशा एजेंडा और विकसित भारत 2047 केबीच कई समानताएं हैं। उन्होंने उल्लेख कियाकि बीते साल नाइजीरिया के राष्ट्रपति बोला अहमद टीनूबू की भारत यात्रा से दोनों देशों केबीच समृद्ध संबंधों में नया अध्याय जुड़ा था। उन्होंने कहाकि अबुजा प्रेसिडेंशियल हाउस में राष्ट्रपति बोला अहमद टीनूबू से बातचीत में आपसी सहयोग को और अधिक सुदृढ़ और व्यापक बनाने पर विस्तार से चर्चा की, अर्थव्यवस्था, ऊर्जा, कृषि, सुरक्षा, फिनटेक, लघु एवं मध्यम उद्यम और सांस्कृतिक क्षेत्रों में नई संभावनाओं की पहचान की है। प्रधानमंत्री ने कहाकि एक करीबी और विश्वसनीय पार्टनर के रूपमें नाइजीरिया के लोगों की आवश्यकताओं के अनुरूप कौशल विकास एवं क्षमता निर्माण पर विशेष रूपसे बल दिया जाएगा। उन्होंने कहाकि नाइजीरिया में रहनेवाले 60 हजार से अधिक भारतीय समुदाय हमारे संबंधों में अहम कड़ी हैं, उनकी देखभाल केलिए मैं राष्ट्रपति बोला अहमद टीनूबू और उनकी सरकार का हार्दिक आभार व्यक्त करता हूं। प्रधानमंत्री ने कहाकि नाइजीरिया पश्चिम अफ़्रीका का एक देश है, अफ्रीका में नाइजीरिया की बहुत बड़ी और सकारात्मक भूमिका है और अफ्रीका केसाथ करीबी सहयोग भारत की उच्च प्राथमिकता है एवंहमारे सभी प्रयासों में हम नाइजीरिया जैसे मित्र देश केसाथ कंधे से कंधा मिलाकर आगे बढ़े हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहाकि जैसा अफ्रीका में कहा जाता है ‘मित्र वह व्यक्ति है, जिसके साथ आप अपना मार्ग साझा करते हैं’, भारत और नाइजीरिया भी मिलकर दोनों देशों के लोगों और पूरे अफ्रीका महाद्वीप की समृद्धि केलिए मिलकर आगे बढ़ेंगे, हम करीबी समन्वय के साथ काम करते हुए ग्लोबल साउथ के हितों और प्राथमिकताओं को महत्व देंगे। प्रधानमंत्री दो दिवसीय नाइजीरिया की राजकीय यात्रा पर हैं। अबुजा प्रेसिडेंशियल हाउस पहुंचने पर प्रधानमंत्री का 21 तोपों की सलामी केसाथ औपचारिक स्वागत किया गया। दोनों देशों केबीच प्रतिनिधिमंडल स्तर की वार्ता हुई। प्रधानमंत्री ने जी-20 शिखर सम्मेलन में राष्ट्रपति बोला अहमद टीनूबू केसाथ गर्मजोशीभरी बैठक को याद किया। उन्होंने कहाकि दोनों देशों केबीच मित्रता के विशेष बंधन हैं, जो साझा अतीत, समान लोकतांत्रिक मूल्यों और लोगों के आपसी मजबूत संबंधों से परिभाषित होते हैं। राष्ट्रपति बोला अहमद टीनूबू ने नाइजीरिया में हालही में आई बाढ़ से हुए विनाश के दौरान राहत सामग्री और दवाओं केसाथ भारत द्वारा समय पर सहायता करने केलिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को धन्यवाद दिया। नाइजीरिया के राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री ने मौजूदा द्विपक्षीय सहयोग की समीक्षा की तथा भारत-नाइजीरिया रणनीतिक साझेदारी को और मजबूत करने के तरीकों पर चर्चा की। आपसी संबंधों की प्रगति पर संतोष व्यक्त करते हुए वे इस बात पर सहमत हुएकि व्यापार, निवेश, शिक्षा, ऊर्जा, स्वास्थ्य, संस्कृति और लोगों के परस्पर संबंधों के क्षेत्र में सहयोग की अपार संभावनाएं हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नाइजीरिया को कृषि, परिवहन, किफायती दवा, नवीकरणीय ऊर्जा और डिजिटल बदलाव के क्षेत्रमें भारत के अनुभव की पेशकश की। राष्ट्रपति ने भारत की विकास सहयोग साझेदारी तथा स्थानीय क्षमता, कौशल और पेशेवर विशेषज्ञता निर्माण में इसके सार्थक प्रभाव की सराहना की। दोनों राजनेताओं ने वैश्विक और क्षेत्रीय मुद्दों पर भी चर्चा की। राष्ट्रपति ने वॉयस ऑफ द ग्लोबल साउथ शिखर सम्मेलनों के माध्यम से विकासशील देशों के मुद्दों पर जोर देने संबंधी भारत के प्रयासों को स्वीकार किया। प्रधानमंत्री ने ईसीओडब्लूएएस के अध्यक्ष के रूपमें नाइजीरिया की भूमिका तथा बहुपक्षीय निकायों में इसके योगदान की सराहना की। अंतर्राष्ट्रीय सौर गठबंधन और अंतर्राष्ट्रीय बिग कैट गठबंधन में नाइजीरिया की सदस्यता का उल्लेख करते हुए प्रधानमंत्री ने राष्ट्रपति बोला अहमद टीनूबू को भारत की पृथ्वी अनुकूल हरित पहलों में शामिल होने केलिए आमंत्रित किया। वार्ता केबाद तीन समझौता ज्ञापन-सांस्कृतिक आदान-प्रदान कार्यक्रम, सीमा शुल्क सहयोग और सर्वेक्षण सहयोग पर हस्ताक्षर किए गए। इसके बाद राष्ट्रपति ने प्रधानमंत्री के सम्मान में राजकीय भोज का आयोजन किया गया।