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Sunday 8 December 2024 06:38:56 PM
जोधपुर। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने सीमा सुरक्षा बल के 60वें स्थापना दिवस पर आज जोधपुर में भव्य परेड समारोह में कहा हैकि बीएसएफ जवानों का योगदान स्वर्णिम अक्षरों से लिखा जाएगा। उन्होंने कहाकि छह दशक से साहस, शौर्य, त्याग और बलिदान से बीएसएफ ने ‘देश की फर्स्ट लाइन ऑफ डिफेंस’ को मज़बूत करने का अनुकरणीय कार्य किया और कर रही है, बीएसएफ ने सीमा पर आनेवाली सभी चुनौतियों का मुकाबला करके देश की सुरक्षा की प्रथम पंक्ति को सशक्त किया है। अमित शाह ने कहाकि 8 दिसंबर 1965 से लेकर आजतक निरंतर देश की पूर्वी और पश्चिमी सीमा को सुरक्षित रखने का बीएसएफ का रिकॉर्ड शानदार है। गृहमंत्री ने कहाकि बीएसएफ के 1992 जवानों ने देश की सुरक्षा केलिए अपने प्राणों का बलिदान दिया है, जिसके लिए देश की जनता सदैव उनकी ऋणी रहेगी। गृहमंत्री ने कहाकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सरकार में भारत के सुरक्षा परिदृश्य में बहुत बड़ा और सकारात्मक परिवर्तन आया है। गृहमंत्री ने इस मौके पर बीएसएफ जवानों और अधिकारियों का उत्साहवर्धन करते हुए उनको पदक, पुरस्कार और ट्रॉफी देकर सम्मानित भी किया।
गृहमंत्री अमित शाह ने कहाकि बीएसएफ जवानों ने देश की सीमाओं और नागरिकों की सुरक्षा को चाक-चौबंद रखा हुआ है एवं देशकी बढ़ती सुरक्षा ज़रूरतों को बीएसएफ के बिना पूरा करना असंभव है, इसीलिए 25 बटालियन से शुरू हुआ ये बल आज 193 बटालियन तक पहुंच गया है। अमित शाह ने कहाकि 2 लाख 70 हज़ार जवानों की संख्या वाला ये विश्व का सबसे बड़ा सीमारक्षक बल है। अमित शाह ने उल्लेख कियाकि भारत-पाकिस्तान, भारत-बांग्लादेश, भारत-चीन, भारत-नेपाल, भारत-भूटान, भारत-म्यांमार एवं भारत-अफगानिस्तान सीमाओं पर बाड़ का निर्माण, फ्लडलाइटों, सड़कों, बॉर्डर आउट पोस्ट, कंपनी ऑपरेटिंग बेस की स्थापना करना तथा प्रौद्योगिकीय समाधान जैसे अनेक जरूरी कार्य किए गए हैं। उन्होंने कहाकि कई साल तक देशमें सीमा सुरक्षा की नीति धुंधली सी थी, अटलजी के कार्यकाल में सीमा प्रबंधन पर इंटीग्रेटेड अप्रोच केसाथ एक सीमा एक बल की नीति को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने और ज़्यादा सुस्पष्ट किया है। उन्होंने कहाकि सीमावर्ती क्षेत्रोंमें मज़बूत इंफ्रास्ट्रक्चर का निर्माण, गांवों में कल्याणकारी योजनाओं का शत-प्रतिशत क्रियांवयन और सीमा पर स्थित देशके प्रथम गांवों में रेल, रोड़, वाटर-वे और तकनीक की दृष्टि से अच्छी कनेक्टिविटी का काम किया गया है। उन्होंने कहाकि लैंड पोर्ट के जरिए कानूनी व्यापार और लोगों केबीच संपर्क को भी आगे बढ़ाया है।
गृहमंत्री अमित शाह ने कहाकि बांग्लादेश केसाथ लगती 591 किलोमीटर सीमा पर बाड़ लगाने का काम किया गया है, 1159 किलोमीटर सीमा पर फ्लड लाइट लगाई गई हैं, 573 बॉर्डर आउटपोस्ट और 579 ऑब्जरवेशन पोस्ट बनाए गए हैं। इसके अलावा 685 स्थानों पर बिजली कनेक्शन, 575 पानी के कनेक्शन और 570 जगह पर सोलर प्लांट बनाकर बिजली व्यवस्था की गई है। उन्होंने कहाकि 1812 किलोमीटर के दुर्गम क्षेत्रमें सीमा सड़क निर्माण और इनके माध्यम से गांवों केलिए कनेक्टिविटी बढ़ाने का काम किया गया है। गृहमंत्री ने कहाकि मोदी सरकार की सबसे बड़ी उपलब्धि 4800 करोड़ रूपए के बड़े बजट के साथ प्रायोगिक स्तर पर शुरू किया गया वाय़ब्रेंट विलेज प्रोग्राम है, इसके तहत देशकी उत्तरी सीमा पर कई गांवों को वायब्रेंट विलेज बनाया गया है, विशेषकर उन गावों में जहां पर पलायन की समस्या थी। उन्होंने कहाकि ऐसे गांवों में हर प्रकार की कनेक्टिविटी, स्वास्थ्य सुविधाएं और वहां के नागरिकों को सम्मान, रोजगार और बेसिक सुविधाएं प्रदान करने के लिए कई प्रकार के काम किए गए हैं। अमित शाह ने कहाकि लगभग 3000 गांव में प्रायोगिक स्तरपर वायब्रेंट विलेज कार्यक्रम शुरू किया गया है, जिसे देश की सीमा के हर गांव तक पहुंचाया जाएगा।
गृहमंत्री ने कहाकि सीमा सुरक्षा बल की ओखा में देशकी पहली नेशनल कोस्टल पुलिस अकादमी की स्थापना की गई है, जो जल सीमाओं की सुरक्षा में तैनात राज्यों की पुलिस और सीमा रक्षक बल की ट्रेनिंग का काम करती है, इसके साथही संवेदनशील क्षेत्रोंकी निगरानी केलिए अंतर्राष्ट्रीय सीमा पर एक व्यापक एकीकृत सीमा प्रबंधन प्रणाली लागू की गई है। अमित शाह ने कहाकि बॉर्डर फेंस को सुदृढ़ करने और भारत की ओर सीमा पर सड़कों के निर्माण केसाथ-साथ कई और इंफ्रास्ट्रक्चर के कार्य किए गए हैं। गृहमंत्री अमित शाह ने कहाकि सीमा सुरक्षा बल में कॉम्प्रिहेंसिव इंटीग्रेटेड बॉर्डर मैनेजमेंट सिस्टम को पायलट प्रोजेक्ट के रूपमें धुबरी में शुरू किया गया है, जिसके शुरुआती परिणाम बहुत उत्साहजनक हैं। उन्होंने कहाकि इसे देशसे लगी पाकिस्तान और बांग्लादेश सीमाओं पर भी जल्द लागू कर दिया जाएगा। उन्होंने बतायाकि एकीकृत सीमा प्रबंधन प्रणाली में भारत-पाकिस्तान सीमा और भारत-बांग्लादेश सीमा केसाथ उभरती परिस्थिति में शीघ्र और त्वरित प्रतिक्रिया, विभिन्न स्तरोंपर स्थितिजन्य जागरुकता केलिए जनशक्ति, सेंसर, नेटवर्क, इंटेलिजेंस, कमांड और कंट्रोल समाधानों का एकीकरण है।
गृहमंत्री अमित शाह ने यहभी जानकारी दीकि देश की सीमाओं की सुरक्षा में तत्पर एवं समर्पित सशस्त्र सुरक्षा बल, सीमा सुरक्षा बल, रक्षा मंत्रालय, डीआरडीओ और भारत सरकार के अनुसंधान में लगे सभी विभागों ने मिलकर एक लेजरयुक्त एंटी ड्रोन गन माउंट प्रणाली बनाई है। उन्होंने कहाकि जल्दही सीमाओं पर ड्रोन निरोधी यूनिट स्थापित करके ड्रोन के कारण आनेवाले खतरों एवं देश की सीमाओं की सुरक्षा कोभी औरभी सशक्त बनाया जाएगा। गृहमंत्री ने कहाकि हमारे सुरक्षाबलों का हर कदम, संघर्ष और जीत देश को एहसास दिलातें हैंकि ‘भारत अजेय है’ और इसे कोई पराजित नहीं कर सकता। उन्होंने कहाकि सुरक्षाबल के जवानों के कल्याण केलिए नरेंद्र मोदी सरकार ने कई उल्लेखनीय कार्य किए हैं। बीएसएफ के स्थापना दिवस समारोह में केंद्रीय संस्कृति और पर्यटन मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत, सीमा सुरक्षा बल के महानिदेशक दलजीत सिंह चौधरी और भारी संख्या में बीएसएफ जवान, वरिष्ठ अधिकारी एवं उनके परिजन भी उपस्थित थे।