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Tuesday 7 January 2025 05:23:10 PM
नई दिल्ली। दिल्ली विधानसभा का आम चुनाव और उत्तर प्रदेश के अयोध्या जिले का मिल्कीपुर विधानसभा उपचुनाव 5 फरवरी 2025 को कराने की घोषणा के बाद दोनों जगह हाइटेक पोस्टरवार केसाथ चुनावी बिगुल बज गया है। दिल्ली विधानसभा का चुनाव इसबार अगर आम आदमी पार्टी केलिए जीतने की करो या मरो जैसी चुनौती है तो भाजपा को मिल्कीपुर विधानसभा उपचुनाव में समाजवादी पार्टी को पराजित करके विजय हासिल करनी है। देश देखेगा कि 8 फरवरी को मतगणना में दिल्ली और मिल्कीपुर की राजनीति का ऊंट किस करवट बैठता है। दिल्ली में मुख्यमंत्री रहे आप के संयोजक अरविंद केजरीवाल और उधर उत्तर प्रदेश में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव की प्रतिष्ठा दांव पर है। मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने आज जब दिल्ली विधानसभा चुनाव और उत्तर प्रदेश में मिल्कीपुर विधानसभा उपचुनाव की तारीख का ऐलान किया तो चेतावनी स्वरूप यह भी कहाकि राजनीतिक दल और उनके नेता चुनाव में आचरण की मर्यादा बनाए रखें, महिलाओं के खिलाफ ग़लत भाषा का इस्तेमाल न करें, गंदे कमेंट्स करेंगे तो कड़ी कार्रवाई होगी।
मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने बतायाकि तमिलनाडु में भी ईरोड पूर्व विधानसभा क्षेत्र का इसी कार्यक्रमानुसार चुनाव होगा। उन्होंने दिल्ली चुनाव की विस्तृत जानकारी देते हुए बताया कि दिल्ली में कुल एक करोड़ 5524858 मतदाता हैं। इसमें पुरुष मतदाता 8549645 जबकि 7173952 महिला मतदाता हैं। दिल्ली में दो लाख फर्स्ट वोटर हैं। दिल्ली में 70 विधानसभा सीट हैं, जहां 13 हजार से ज्यादा पोलिंग बूथ पर एक ही दिन 5 फरवरी को मतदान होगा और आठ फरवरी को मतगणना होगी। गौरतलब हैकि दिल्ली के 2020 के चुनाव में आम आदमी पार्टी ने 62 सीट जीती थी। भाजपा ने आठ सीट जीती थी, जबकि कांग्रेस ने एक भी सीट नहीं जीती थी। इसबार भी दिल्ली में त्रिकोणीय ही मुकाबला है। उत्तर प्रदेश में मिल्कीपुर विधानसभा उपचुनाव की बात करें तो यहां समाजवादी पार्टी के विधायक अवधेश प्रसाद के इसबार अयोध्या लोकसभा क्षेत्र से चुनाव जीतने से मिल्कीपुर विधानसभा सीट रिक्त है, जिसपर यह उपचुनाव होना है और यहां का राजनीतिक माहौल बेहद विस्फोटक और गर्म है। यह भी उल्लेखनीय हैकि अयोध्या का लोकसभा चुनाव समाजवादी पार्टी के हाथों हारने के कारण भाजपा को भारी झटका लगा है, इस पराजय की दुनियाभर में प्रतिक्रिया हुई है, जिसके बाद से भाजपा बहुत असहज है और अब वह किसी भी कीमत पर समाजवादी पार्टी से मिल्कीपुर विधानसभा उपचुनाव अयोध्या लोकसभा चुनाव में पराजय का बदला लेना चाहती है।
मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने अपने दोनों चुनाव आयुक्तों की मौजूदगी में इन चुनावों की घोषणा केसाथ बहुत सी बातें कहीं। उन्होंने चिंता प्रकट की कि मतदाता पर मतदान में हेराफेरी का हौवा खड़ा किया हुआ है, जिसमें शाम पांच बजे केबाद वोट में वृद्धि पर ग़लत बयानबाजी होती आ रही है, लोकसभा और महाराष्ट्र चुनाव में करोड़ों मतदाताओं के नाम गलत तरीके से जोड़े जाने के आरोप लगे, इस तरह शक का इलाज किसी के पास नहीं है। उन्होंने कहाकि राजनीतिक दल वोटिंग पर झूंठ के गुब्बारे न उड़ाएं, हम चुनाव को लेकर ऐसी सभी शंकाओं को खारिज करते हैं। मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने कहाकि ईवीएम मतदान और मतगणना केलिए पूर्णतया सुरक्षित है, इससे छेड़छाड़ के आरोप निराधार हैं, क्योंकि वीवीपीएटी प्रणाली ईवीएम मतदान प्रणाली की सटीकता सुनिश्चित करती है और अब पुरानी बैलट पेपर प्रणाली की वापसी अनुचित और प्रतिगामी है, क्योंकि इसकी वापसी का उद्देश्य देश की चुनावी प्रक्रिया को पटरी से उतारना है। राजीव कुमार ने कहाकि ईवीएम में अविश्वसनीयता या किसी खामी का कोई सबूत नहीं है, ईवीएम में अवैध वोट होने का सवाल ही नहीं उठता है, हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट भी अपने फैसलों में यही कह रहे हैं, इसके बाद और क्या कहा जा सकता है? मुख्य चुनाव आयुक्त ने कहाकि भारतीय मतदाता बेहद जागरुक है, मतदाता सूचियों में गड़बड़ी को लेकर भी कहानियां चल रही हैं, इसे लेकर जितने भी दावे और आपत्तियां आती हैं, उन्हें सभी राजनीतिक दलों केसाथ साझा किया जाता है, फॉर्म 7 के बिना किसी का भी नाम नहीं हटाया जा सकता।