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Friday 17 January 2025 04:47:15 PM
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उद्योग विशेषज्ञ, मोबिलिटी क्षेत्रसे जुड़े प्रतिनिधि, भागीदार संघ, विदेशी दूतावासों और मिशनों के प्रतिनिधि, सरकारी अधिकारी, नीति निर्माता और मीडिया प्रतिनिधियों की मौजूदगी में आज भारत मंडपम नई दिल्ली में पांच दिवसीय भारत मोबिलिटी ग्लोबल एक्सपो-2025 का समारोहपूर्वक उद्घाटन किया। गौरतलब हैकि यह भारत का सबसे बड़ा मोबिलिटी एक्सपो है। प्रधानमंत्री ने इस मौके पर दिग्गज रतन टाटा और ओसामु सुजुकी के अनुकरणीय योगदान को भावपूर्ण याद करते हुए कहाकि भारतीय ऑटो सेक्टर के विकास केसाथ-साथ भारत के मध्यम वर्गीय परिवारों के सपनों को पूरा करने में इन दोनों दिग्गजों का योगदान उल्लेखनीय है। उन्होंने विश्वास व्यक्त कियाकि रतन टाटा और ओसामु सुजुकी की विरासत भारत के पूरे मोबिलिटी सेक्टर को प्रेरित करती रहेगी। प्रधानमंत्री ने उपस्थित जनसमूह को संबोधित करते हुए लगातार तीसरी बार उनकी सरकार को चुनने केलिए लोगों को धन्यवाद दिया। उन्होंने कहाकि इस साल मोबिलिटी एक्सपो का दायरा काफी बड़ा है, क्योंकि यह आयोजन राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्रमें दो अन्य स्थानों पर हो रहा है। नरेंद्र मोदी ने कहाकि भारत में मोबिलिटी के भविष्य को लेकर काफी सकारात्मकता है। आयोजन स्थल पर प्रदर्शनी देखने का जिक्र करते हुए उन्होंने कहाकि भारत का ऑटोमोटिव उद्योग शानदार है और भविष्य केलिए तैयार है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहाकि ऑटोमोटिव उद्योग नवाचार और प्रौद्योगिकी से प्रेरित है, चाहे नवाचार हो, तकनीक हो, कौशल हो या मांग हो, भविष्य पूर्व, एशिया और भारत का है एवं भारत हर उस क्षेत्र और निवेशकों केलिए भी एक बेहतरीन गंतव्य है, जो मोबिलिटी में अपना भविष्य देखता है। उन्होंने कहाकि बीते कुछ साल से इलेक्ट्रिक मोबिलिटी को लेकर भारत में बहुत तेज़ ग्रोथ देखी जा रही है, बीते दशक में इलेक्ट्रिक व्हीकल की बिक्री में कई गुना की वृद्धि हुई है। उन्होंने कहाकि देश में इलेक्ट्रिक मोबिलिटी के विस्तार केलिए सरकार लगातार पॉलिसी डिसीजंस ले रही है, इंडस्ट्री को सपोर्ट कर रही है, पांच साल पहले फेम-2 स्कीम शुरु की गई थी, इसके तहत 8 हज़ार करोड़ रुपए से भी अधिक का इंसेंटिव दिया गया है। प्रधानमंत्री ने कहाकि लोगों की आकांक्षाओं और युवाओं की ऊर्जा से प्रेरित होकर भारत का ऑटोमोबाइल क्षेत्र अभूतपूर्व परिवर्तन देख रहा है, पिछले एक साल में भारतीय ऑटो उद्योग में लगभग 12 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। उन्होंने कहाकि मेक इन इंडिया और मेक फॉर द वर्ल्ड के मंत्र के चलते निर्यात बढ़ रहा है, भारत में सालाना बिकने वाली कारों की संख्या कई देशों की आबादी से भी ज़्यादा है, एक साल में लगभग 2.5 करोड़ कारों की बिक्री भारत में लगातार बढ़ती मांग को दर्शाती है। प्रधानमंत्री ने कहाकि भारत वर्तमान में दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था और तीसरा सबसे बड़ा यात्री वाहन बाजार है, जैसे-जैसे भारत वैश्विक स्तरपर शीर्ष तीन अर्थव्यवस्थाओं में से एक बनने की ओर अग्रसर होगा, देश के ऑटो बाजार में अभूतपूर्व परिवर्तन और विस्तार देखने को मिलेगा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहाकि भारत में मोबिलिटी के भविष्य को कई कारक संचालित करते हैं, जिनमें देशकी बड़ी युवा आबादी, बढ़ता मध्यम वर्ग, तेजीसे शहरीकरण, आधुनिक बुनियादी ढांचे का विकास और मेक इन इंडिया पहल के माध्यम से किफायती वाहन शामिल हैं। उन्होंने ऑटो उद्योग के विकास केलिए आवश्यकता केसाथ आकांक्षाओं के महत्व को रेखांकित करते हुए कहाकि भारत में ये दोनों ही मौजूद हैं और भारत कई दशक तक दुनिया का सबसे युवा देश बना रहेगा, जहां युवा सबसे बड़ा ग्राहक आधार होगा। उन्होंने कहाकि यह बड़ी युवा जनसांख्यिकी उल्लेखनीय मांग पैदा करेगी। प्रधानमंत्री ने कहाकि एक अन्य प्रमुख ग्राहक आधार भारत का मध्यम वर्ग है और एक दशक में 25 करोड़ भारतीय ग़रीबी से बाहर निकले हैं, जिससे एक नव-मध्यम वर्ग का निर्माण हुआ है, जो अपना पहला वाहन खरीद रहा है। उन्होंने कहाकि जैसे-जैसे प्रगति जारी रहेगी, यह समूह नए वाहन खरीदेगा जिससे ऑटो सेक्टर को लाभ होगा। प्रधानमंत्री ने कहाकि अच्छी और चौड़ी सड़कों की कमी कभी भारत में कार न खरीदने का एक कारण हुआ करती थी, लेकिन अब स्थिति बदल रही है, यात्रा सुगमता अब भारत केलिए एक बड़ी प्राथमिकता है। उन्होंने कहाकि पिछले बजट में बुनियादी ढांचे के विकास केलिए 11 लाख करोड़ रुपए से अधिक की धनराशि आवंटित की गई थी, भारत में मल्टीलेन हाईवे और एक्सप्रेसवे का निर्माण किया जारहा है। उन्होंने कहाकि पीएम गतिशक्ति राष्ट्रीय मास्टर प्लान ने मल्टीमॉडल कनेक्टिविटी को गति दी है और लॉजिस्टिक्स लागत को कम किया है। प्रधानमंत्री ने कहाकि राष्ट्रीय लॉजिस्टिक्स नीति भारत को वैश्विकस्तर पर सबसे अधिक प्रतिस्पर्धी लॉजिस्टिक्स लागत वाला देश बनाएगी, ये प्रयास ऑटो उद्योग केलिए कई नए अवसर खोल रहे हैं, जो देश में वाहनों की बढ़ती मांग का एक महत्वपूर्ण कारण है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहाकि अच्छे बुनियादी ढांचे केसाथ नई तकनीक कोभी अपनाया जारहा है, फास्टैग ने भारत में ड्राइविंग के अनुभव को बहुत आसान बनाया है। प्रधानमंत्री ने कहाकि नेशनल कॉमन मोबिलिटी कार्ड भारत में निर्बाध यात्रा के प्रयासों को और मजबूत कर रहा है। उन्होंने कहाकि भारत अब कनेक्टेड वाहनों और स्वचालित ड्राइविंग में तेजीसे प्रगति केसाथ स्मार्ट मोबिलिटी की ओर बढ़ रहा है। भारत के ऑटो उद्योग की विकास क्षमता में मेक इन इंडिया पहल की महत्वपूर्ण भूमिका पर प्रधानमंत्री ने कहाकि पीएलआई योजनाओं ने मेक इन इंडिया अभियान को नई गति दी है, जिससे 2.25 लाख करोड़ रुपए से अधिक की बिक्री में मदद मिली है और योजना ने इस क्षेत्रमें 1.5 लाख से अधिक प्रत्यक्ष रोज़गार सृजित किए हैं। प्रधानमंत्री ने कहाकि ऑटो क्षेत्रमें रोज़गार सृजन का अन्य क्षेत्रों पर भी कई गुना प्रभाव पड़ा है, एमएसएमई क्षेत्र में बड़ी संख्या में ऑटो पार्ट्स का निर्माण किया जाता है, जैसे-जैसे ऑटो क्षेत्र का विस्तार होता है, एमएसएमई, लॉजिस्टिक्स, पर्यटन और परिवहन क्षेत्रोंमें भी नए रोज़गार सृजित होते हैं। नरेंद्र मोदी ने हर स्तरपर ऑटो सेक्टर को सरकार द्वारा दी गई सहायता का उल्लेख करते हुए कहाकि एक दशक में इस उद्योग में एफडीआई, प्रौद्योगिकी हस्तांतरण और वैश्विक भागीदारी के नए रास्ते स्थापित किए गए हैं। प्रधानमंत्री ने कहाकि चार वर्ष मेंही इस क्षेत्रने 36 बिलियन डॉलर से अधिक का प्रत्यक्ष विदेशी निवेश आकर्षित किया है, आनेवाले वर्ष में यह आंकड़ा कई गुना बढ़ने की उम्मीद है। प्रधानमंत्री ने भारत में ऑटो विनिर्माण केलिए एक पूर्णतंत्र विकसित करने केलिए सरकार की प्रतिबद्धता दोहराई।
मोबिलिटी सॉल्यूशन केलिए सात सी यानि कॉमन, कनेक्टेड, कन्वेनिएंट, कंजेशन-फ्री, चार्ज्ड, क्लीन और कटिंग-एज के अपने विजन को याद करते हुए प्रधानमंत्री ने कहाकि इसी दृष्टिकोण के अंतर्गत ग्रीन मोबिलिटी पर ध्यान दिया जारहा है, भारत एक ऐसी मोबिलिटी प्रणाली का निर्माण कर रहा है, जो अर्थव्यवस्था और पारिस्थितिकी का समर्थन करती है, जिससे जीवाश्म ईंधन के आयात की लागत में कमी आती है। उन्होंने कहाकि हरित प्रौद्योगिकी, इलेक्ट्रिक वाहन, हाइड्रोजन ईंधन और जैव ईंधन के विकास पर ध्यान दिया जारहा है, राष्ट्रीय इलेक्ट्रिक मोबिलिटी मिशन और ग्रीन हाइड्रोजन मिशन जैसी पहल इसी विजन का हिस्सा हैं। प्रधानमंत्री ने देशमें इलेक्ट्रिक मोबिलिटी के विस्तार केलिए फेम-2 योजना के अंतर्गत 8000 करोड़ रुपए से अधिक के प्रोत्साहन प्रदान किए गए थे। उन्होंने कहाकि इस धनराशि का उपयोग इलेक्ट्रिक वाहनों की खरीद केलिए सब्सिडी देने और चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर बनाने केलिए किया गया था। इलेक्ट्रिक वाहनों के निर्माण केलिए सरकार की निरंतर सहायता का उल्लेख करते हुए नरेंद्र मोदी ने कहाकि भारत में इलेक्ट्रिक कारों के विनिर्माण में रुचि रखनेवाले वैश्विक निवेशकों केलिए द्वार खुले हैं। उन्होंने कहाकि ये उपाय गुणवत्तापूर्ण इलेक्ट्रिक वाहनों के विनिर्माण तंत्र का विस्तार करने और भारत में मूल्य श्रृंखला बनाने में मदद करेंगे। ग्लोबल वार्मिंग और जलवायु परिवर्तन की चुनौतियों से निपटने केलिए सौर ऊर्जा और वैकल्पिक ईंधन को लगातार बढ़ावा देने की आवश्यकता पर प्रधानमंत्री ने कहाकि भारत की जी20 अध्यक्षता में हरित भविष्य पर बहुत जोर दिया गया था एवं भारत में ईवी और सौर ऊर्जा क्षेत्रोंमें महत्वपूर्ण काम किए जा रहे हैं। उन्होंने कहाकि पीएम सूर्यघर मुफ्त बिजली योजना छतों पर सोलर पैनल लगाए जाने केलिए एक प्रमुख मिशन है, इस क्षेत्रमें बैटरी और भंडारण प्रणालियों की बढ़ती मांग पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहाकि इस क्षेत्रमें पहले सेही काफी काम किया जारहा है, लेकिन इसे मिशन मोड में आगे बढ़ाना आवश्यक है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वाहन निर्माताओं से वाहन स्क्रैपिंग नीति का लाभ उठाने का आग्रह करते हुए सुझाव दियाकि कंपनियां अधिक से अधिक लोगों को अपने पुराने वाहनों को स्क्रैप करने केलिए प्रोत्साहित करने केलिए स्वयं की प्रोत्साहन योजनाएं शुरू कर सकती हैं। प्रधानमंत्री ने कहाकि यह प्रेरणाप्रद और यह देश के पर्यावरण केलिए एक महत्वपूर्ण सेवा होगी। भारत मोबिलिटी ग्लोबल एक्सपो-2025 का आयोजन आजसे 22 जनवरी तक नई दिल्ली में भारत मंडपम और यशोभूमि तथा ग्रेटर नोएडा में इंडिया एक्सपो सेंटर और मार्ट पर किया जारहा है। इसमें 9 से अधिक शो, 20 से अधिक सम्मेलन और पवेलियन आयोजित किए जाएंगे। एक्सपो में मोबिलिटी क्षेत्रमें नीतियों और पहलों को प्रदर्शित करने केलिए राज्य सत्र भी होंगे, ताकि उद्योग और क्षेत्रीय स्तरों केबीच सहयोग को संभव बनाया जा सके। भारत मोबिलिटी ग्लोबल एक्सपो का उद्देश्य संपूर्ण मोबिलिटी मूल्य श्रृंखला को एक छतरी के नीचे लाना है। इसवर्ष के एक्सपो में वैश्विक महत्व पर विशेष जोर दिया गया है, जिसमें दुनियाभर से प्रदर्शक और आगंतुक भाग ले रहे हैं। यह उद्योग नेतृत्व और सरकार समर्थित पहल है, इसका समन्वय इंजीनियरिंग एक्सपोर्ट प्रमोशन काउंसिल ऑफ इंडिया विभिन्न उद्योग निकायों और साझेदार संगठनों के संयुक्त मदद से कर रहा है। भारत मोबिलिटी ग्लोबल एक्सपो कार्यक्रम में सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी, आवास एवं शहरी मामलों के मंत्री मनोहरलाल खट्टर, भारी उद्योग एवं इस्पात मंत्री एचडी कुमारस्वामी, वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल, सूक्ष्म लघु और मध्यम उद्यम मंत्री जीतन राम मांझी, पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्री हरदीप सिंह पुरी और गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।