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औषधीय पौधों के स्वास्थ्य लाभ पर जागरुकता

आयुष मंत्रालय का 'शतावरी बेहतर स्वास्थ्य के लिए' अभियान शुरू

महिलाओं के स्वास्थ्य व रोग प्रतिरोधक क्षमता बेहतर करने में कारगर

स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम

Friday 7 February 2025 01:42:54 PM

ministry of ayush launches 'shatavari for better health' campaign

नई दिल्ली। औषधीय पौधों के स्वास्थ्य लाभों के बारेमें जागरुकता बढ़ाने केलिए आयुष मंत्रालय के राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) प्रतापराव जाधव ने ‘शतावरी-बेहतर स्वास्थ्य केलिए’ नामसे एक प्रजाति केंद्रित अभियान का शुभारंभ किया है। प्रतापराव जाधव ने इस अवसर पर पिछले दशक में आयुष मंत्रालय की महत्वपूर्ण प्रगति पर प्रकाश डाला और शतावरी पर जागरुकता की पहल को शुरू करने केलिए एनएमपीबी के प्रयासों की सराहना की। आयुष राज्यमंत्री ने एनएमपीबी के इस प्रकार के औरभी पिछले सफल अभियानों का भी उल्लेख किया, जिनमें आंवला, मोरिंगा, गिलोय और अश्वगंधा केलिए चलाए गए अभियान शामिल हैं। उन्होंने कहाकि इन पहलों ने देशभर में औषधीय पौधों के स्वास्थ्य लाभों के बारेमें जागरुकता फैलाने में योगदान दिया है।
आयुष राज्यमंत्री प्रतापराव जाधव ने कहाकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 15 अगस्त 2022 को स्वतंत्रता दिवस भाषण में बताए गए पंच प्राण में शतावरी की प्रासंगिकता पर भी जोर दिया गया था। आयुष राज्यमंत्री ने कहाकि औषधीय पौधों के स्वास्थ्य लाभों के बारेमें जागरुकता पहल केतहत शतावरी के पौधे को भारत में महिलाओं के स्वास्थ्य को बढ़ाने केलिए एक प्रमुख संसाधन के रूपमें पहचाना गया है। उन्होंने कहाकि यह पहल 2047 में भारत के 100वें स्वतंत्रता दिवस तक विकसित राष्ट्र बनने के लक्ष्य से जुड़ी है। आयुष मंत्रालय में सचिव वैद्य राजेश कोटेचा ने औषधीय पौधों पर एनएमपीबी की गतिविधियों और उपलब्धियों को विस्तार से बताया। उन्होंने औषधीय पौधों के संरक्षण, विकास और सतत प्रबंधन केलिए केंद्रीय क्षेत्र योजना के बारेमें भी जानकारी साझा की, जो शतावरी सहित महत्वपूर्ण औषधीय प्रजातियों के दीर्घकालिक संरक्षण और खेती को सुनिश्चित करने से जुड़ी पहल है।
एनएमपीबी के सीईओ डॉ महेश कुमार दाधीच ने खासकर महिलाओं के स्वास्थ्य केलिए शतावरी के लाभों के बारेमें इसके औषधीय महत्व पर प्रकाश डाला और इसकी कृषि आर्थिक क्षमता पर चर्चा की। उन्होंने बतायाकि ‘शतावरी बेहतर स्वास्थ्य के लिए’ अभियान का समर्थन करने, सार्वजनिक स्वास्थ्य परिदृश्य में शतावरी के बारेमें अधिक जागरुकता बढ़ाने और इसे व्यापक रूपसे अपनाने केलिए पात्र संगठनों को 18.9 लाख रुपये की वित्तीय सहायता प्रदान की जाएगी। उन्होंने कहाकि अनेक स्वास्थ्य लाभों केलिए जानी जानेवाली शतावरी विशेष रूपसे महिलाओं के स्वास्थ्य को बेहतर बनाने और रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने केलिए अब इस अभियान के जरिए ध्यान केंद्रित किया जाएगा। उन्होंने कहाकि यह अभियान देश में बेहतर स्वास्थ्य और तंदुरुस्ती केलिए पारंपरिक चिकित्सा और औषधीय पौधों को बढ़ावा देने के आयुष मंत्रालय के निरंतर प्रयासों में एक और उल्लेखनीय कदम है।

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