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'नॉर्थ ईस्ट के लिए एकता शब्द बेहद महत्वपूर्ण'

असम राइफल्स के पूर्वोत्तर एकता उत्सव में गृहमंत्री का संबोधन

'अनेकता में एकता भारत की विशेषता और सबसे बड़ी ताकत'

स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम

Friday 21 February 2025 12:55:38 PM

home minister at the northeast unity festival of assam rifles

नई दिल्ली। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने असम राइफल्स के ‘एक आवाज़-एक राष्ट्र’ थीम पर राजधानी दिल्ली में पांच दिवसीय पूर्वोत्तर एकता उत्सव के शुभारंभ कार्यक्रम में कहा हैकि नॉर्थ ईस्ट केलिए एकता शब्द बेहद महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहाकि हमारा देश अनेक भाषाओं, संस्कृतियों, व्यंजनों और वेशभूषाओं का अद्भुत मिश्रण है और यही अनेकता में एकता हमारे देश की विशेषता और सबसे बड़ी ताकत है। उन्होंने कहाकि आज़ादी केबाद भी कई वर्ष तक नॉर्थईस्ट के इतने बड़े भूभाग की दिल्ली से फिज़िकल और दिल की दूरी बहुत बड़ी थी। उन्होंने कहाकि नरेंद्र मोदी सरकार ने कनेक्टिविटी के माध्यम से पूर्वोत्तर और दिल्ली केबीच की फिज़िकल और दिलों की दूरी को समाप्त कर दिया है, आज नॉर्थ ईस्ट पूरे भारत का और पूरा भारत नॉर्थ ईस्ट का है। अमित शाह ने कहाकि मोदी सरकार ने पूर्वोत्तर केलिए सैकड़ों बजटीय प्रावधान बढ़ाए हैं और पूर्वोत्तर को 3-4 गुना ज्यादा बजट दिया है। उन्होंने कहाकि वर्ष 2027 तक नॉर्थ ईस्ट के राज्य रेल और हवाई कनेक्टिविटी के जरिए दिल्ली से जुड़ जाएंगे।
गृहमंत्री अमित शाह ने कहाकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नॉर्थ ईस्ट को भारत की अष्टलक्ष्मी के रूपमें देश-विदेश में प्रसिद्ध किया है। उन्होंने कहाकि पूर्वोत्तर के राज्य देश को हर तरह से समृद्ध करने में सक्षम हैं, आर्थिक, सांस्कृतिक, सुरक्षा, खेल और अनुसंधान तथा विकास के क्षेत्रमें पूर्वोत्तर के युवाओं केलिए अपार अवसर हैं। उन्होंने कहाकि मोदी सरकार ने पर्यटन से तकनीक, खेल से स्पेस, कृषि से उद्यमिता और बैंकिंग से बिज़नेस तक हर क्षेत्रमें नॉर्थ ईस्ट केलिए अनेक द्वार खोलने का कार्य किया है। अमित शाह ने कहाकि नॉर्थ ईस्ट में 220 से अधिक जातीय समूह और 160 से अधिक जनजातियां रहती हैं, यहां 200 से अधिक बोलिया और भाषाएं बोली जाती हैं, पचास से अधिक यूनिक उत्सव मनाए जाते हैं और 30 से अधिक पारंपरिक नृत्य, सौ से अधिक व्यंजन इस क्षेत्रमें आजभी अस्तित्व में हैं। उन्होंने कहाकि ये सब भारत केलिए बहुत बड़ी समृद्ध विरासत का खज़ाना है और देश इस विरासत पर गर्व करता है। अमित शाह ने असम राइफल्स की देश केलिए अनुकरणीय सेवाओं का उल्लेख किया और कहाकि असम राइफल्स भारत का सबसे पुराना अर्धसैनिक बल है, इसकी पहचान नॉर्थ ईस्ट के सच्चे मित्र के रूपमें की जाती है।
गृहमंत्री अमित शाह ने कहाकि असम राइफल्स ने पूर्वोत्तर को अनेक संकटों से उबारने में अहम भूमिका निभाई है। उन्होंने कहाकि पूर्वोत्तर एकता उत्सव के माध्यम से असम राइफल्स पूर्वोत्तर की एकता और सांस्कृतिक ताकत को देश-दुनिया के समक्ष प्रस्तुत करने में सफल हुई है। अमित शाह ने कहाकि इस आयोजन में खेल स्पर्धाओं में 212 टीमों और 1500 छात्रों और सांस्कृतिक कार्यक्रमों में 150 से अधिक छात्रों ने हिस्सा लिया है और अधिकतर इनाम मणिपुर के हिस्से में आए हैं, जो मणिपुर में खेलों के महत्व को दर्शाता है। उन्होंने कहाकि नॉर्थईस्ट में खेलों की लोकप्रियता को ध्यान में रखते हुए ही देशकी सबसे पहली स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी मणिपुर में बनाने का निर्णय लिया गया है। अमित शाह ने कहाकि ‘सभी केलिए खेल, उत्कृष्टता केलिए खेल’ भारत में खेलों के विकास के सूत्र बने हैं। गृहमंत्री ने विश्वास व्यक्त कियाकि 2036 में भारत ओलंपिक खेलों की मेज़बानी करेगा, जिसमें भारत टॉप 10 में होगा और इसमें पूर्वोत्तर राज्यों की अहम भूमिका होगी। गृहमंत्री ने कहाकि विगत 10 वर्ष और विशेषकर पिछले 5 साल में नॉर्थ ईस्ट में कानून व्यवस्था में बहुत बड़ा बदलाव आया है। उन्होंने कहाकि पूर्वोत्तर में हिंसक घटनाओं और सुरक्षाबलों की मृत्यु में 70 प्रतिशत और नागरिकों की मृत्यु में 85 प्रतिशत की कमी आई है।
गृहमंत्री अमित शाह ने कहाकि हिंसा के आंकड़ों में ये कमी बताती हैकि नॉर्थ ईस्ट में अब धीरे-धीरे शांति हो रही है और विकास और सांस्कृतिक विकास का एक नया युग शुरू हो रहा है। अमित शाह ने कहाकि 2014 से अबतक नॉर्थ ईस्ट में 10,500 से अधिक उग्रवादी हथियार डालकर मेनस्ट्रीम में आए हैं और 2019 से 2024 केबीच इस क्षेत्रमें 12 शांति समझौते हुए हैं। उन्होंने कहाकि यहां दशकों से बहुत सारे विवाद चले आ रहे थे, लेकिन मोदी सरकार ने दो कदम आगे बढ़कर युवाओं को विश्वास दिलाया कि उनके लिए बहुत अवसर उपलब्ध हैं। गृहमंत्री ने हिंसा में लिप्त युवाओं से हथियार डालकर मेनस्ट्रीम में आने की अपील की। गृहमंत्री ने कहाकि आज भारत का कोई हिस्सा ऐसा नहीं है, जो नॉर्थ ईस्ट को अपना नहीं मानता और जिसके मन में पूर्वोत्तर के लोगों केलिए प्यार न हो। उन्होंने कहाकि देश के हर राज्य के लोगों के मन में नॉर्थ ईस्ट के लोगों केलिए विशेष जगह है और पूर्वोत्तर के हर राज्य कोभी आगे बढ़कर पूरे देश के विकास मे अपना योगदान देना चाहिए। अमित शाह ने कहाकि नॉर्थ ईस्ट अब शांति और विकास चाहता है और भारत के अभिन्न अंग के रूपमें काम करना चाहता है। इस अवसर पर असम राइफल्स के महानिदेशक और गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।

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