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बागेश्वर धाम को मिला प्रधानमंत्री का आशीर्वाद!

नरेंद्र मोदी ने रखी बागेश्वर धाम चिकित्सा संस्थान की आधारशिला

धीरेंद्र शास्त्री के समाज और मानव कल्याण के संकल्प को सराहा

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Monday 24 February 2025 12:28:09 PM

bageshwar dham got the blessings of the prime minister

छतरपुर (मध्य प्रदेश)। बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर आचार्य धीरेंद्र शास्त्री की छतरपुर के गढ़ा गांव में बागेश्वर धाम चिकित्सा एवं विज्ञान अनुसंधान संस्थान की महत्वाकांक्षी स्वास्थ्य परियोजना की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आधारशिला रखी और विश्वास व्यक्त कियाकि आध्यात्मिक केंद्र बागेश्वर धाम जल्दही एक बड़े आरोग्य केंद्र का आकार लेगा। उन्होंने कहाकि बागेश्वर धाम चिकित्सा संस्थान का निर्माण सभी केलिए बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं सुनिश्चित करने केलिए है। गौरतलब हैकि बागेश्वर धाम चिकित्सा एवं विज्ञान अनुसंधान संस्थान 10 एकड़ क्षेत्रमें बनाया जा रहा है, जो पहले चरण में 100 बिस्तरों का अस्पताल होगा और जिसपर 200 करोड़ रुपये से अधिक की लागत आएगी और अस्पताल में वंचित कैंसर रोगियों का मुफ्त इलाज किया जाएगा, यह अत्याधुनिक मशीनों से युक्त होगा तथा इसमें विशेषज्ञ डॉक्टर होंगे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस नेक काम केलिए बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर धीरेंद्र शास्त्री की प्रशंसा की और उन्हें बधाई एवं शुभकामनाएं दीं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहाकि आजकल कुछ राजनीतिक दलों और नेताओं का एक वर्ग सनातन धर्म का उपहास उड़ा रहा है और लोगों को बांटने में लगा हुआ है। उन्होंने कहाकि कईबार देश और धर्म को कमजोर करने केलिए विदेशी संस्थाओं से भी ऐसे लोगों को समर्थन मिलता है। उन्होंने कहाकि हिंदू धर्म से घृणा करने वाले लोग विभिन्न रूपों में लंबे समय से मौजूद हैं। प्रधानमंत्री ने मान्यताओं, परंपराओं और मंदिरों पर लगातार हो रहे हमलों को उजागर करते हुए कहाकि ये तत्व हमारे संतों, संस्कृति और सिद्धांतों पर हमला करते हैं, वे हमारे त्योहारों, रीति-रिवाजों और अनुष्ठानों को निशाना बनाते हैं, यहां तककि हमारे धर्म और संस्कृति की स्वाभाविक प्रगतिशील प्रकृति को बदनाम करने का दुस्साहस करते हैं। नरेंद्र मोदी ने इस मौके पर समाज को बांटने और इसकी एकता को तोड़ने के एजेंडे के बारेमें भी बताया। उन्होंने धीरेंद्र शास्त्री के प्रयासों को उजागर किया, जो लंबे समय से देशमें एकता के मंत्र के बारेमें जागरुकता बढ़ा रहे हैं। नरेंद्र मोदी ने जिक्र कियाकि धीरेंद्र शास्त्री ने कैंसर संस्थान की स्थापना के रूपमें समाज और मानवता के कल्याण केलिए एक और संकल्प लिया है, इसके परिणामस्वरूप बागेश्वर धाम में अब लोगों को भक्ति, पोषण और स्वस्थ जीवन का आशीर्वाद मिलेगा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहाकि हमारे मंदिर, मठ, धाम एक ओर पूजन और साधन के केंद्र हैं तो दूसरी ओर विज्ञान और सामाजिक चेतना के केंद्र हैं। उन्होंने कहाकि हमारे ऋषियों ने ही हमें आयुर्वेद और योग का वो विज्ञान दिया, जिसका परचम आज पूरी दुनिया में लहरा रहा है। उन्होंने नारायण में नर और सभी प्राणियों में शिव की भावना केसाथ सेवा करने की महान परंपरा पर प्रकाश डाला। नरेंद्र मोदी ने महाकुंभ को ‘एकता का महाकुंभ’ बताया और सफाई कर्मचारियों व पुलिस अधिकारियों कर्मचारियों को उनकी समर्पित सेवा केलिए धन्यवाद दिया। उन्होंने बतायाकि महाकुंभ के दौरान ‘नेत्र महाकुंभ’ भी आयोजित किया जा रहा है, हालांकि इसपर अधिक ध्यान नहीं दिया गया है, फिरभी यहां दो लाख से अधिक नेत्र जांच की गई है, लगभग डेढ़ लाख लोगों को मुफ्त दवा व चश्मा दिया गया है और लगभग सोलह हजार रोगियों को मोतियाबिंद और दूसरी अन्य सर्जरी केलिए विभिन्न अस्पतालों में भेजा गया है। प्रधानमंत्री ने ऋषियों के मार्गदर्शन में महाकुंभ में स्वास्थ्य सेवा पहलों को सराहा, जिनमें हजारों डॉक्टर और स्वयंसेवक नि:स्वार्थ भाव से भाग ले रहे हैं। उन्होंने कहाकि महाकुंभ में उपस्थित लोगों ने भी इनकी सराहना की है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारतभर में बड़े अस्पतालों के संचालन में धार्मिक संस्थाओं की अनुकरणीय सहयोग की भूमिका के बारेमें बताया। उन्होंने कहाकि भगवान श्रीराम से जुड़ा बुंदेलखंड का पवित्र तीर्थस्थल चित्रकूट दिव्यांगों और रोगियों की सेवा का एक प्रमुख केंद्र हुआ करता था। उन्होंने प्रसन्नता व्यक्त कीकि बागेश्वर धाम स्वास्थ्य का आशीर्वाद देकर इस गौरवशाली परंपरा में एक नया अध्याय जोड़ रहा है। उन्होंने उल्लेख कियाकि महाशिवरात्रि पर 251 बेटियों का सामूहिक विवाह समारोह होगा, इस पहल केलिए बागेश्वर धाम की सराहना की और नवविवाहित जोड़ों को भविष्य के सुखद जीवन केलिए हार्दिक बधाई और आशीर्वाद दिया। उन्होंने ‘शरीरमाद्यं खलु धर्म साधनम्’ नामक शास्त्र का हवाला देते हुए इस बातपर जोर दियाकि हमारा शरीर और स्वास्थ्य ही हमारे धर्म, सुख और सफलता को प्राप्त करने का प्राथमिक साधन है। प्रधानमंत्री ने कहाकि 2014 में उनकी सरकार आनेसे पहले देश के ग़रीबों को बीमारी से ज्यादा इलाज के खर्च का डर रहता था और परिवार में एक गंभीर बीमारी पूरे परिवार को संकट में डाल देती थी। उन्होंने बतायाकि वे भी एक ग़रीब परिवार से आते हैं और उन्होंने ऐसी मुश्किलें देखी हैं और उन्होंने इलाज के खर्च को कम करने और लोगों केलिए ज्यादा पैसे बचाने का संकल्प लिया था।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यह सुनिश्चित करने की अपनी प्रतिबद्धता दोहराते हुएकि कोईभी जरूरतमंद व्यक्ति सरकारी योजनाओं से वंचित न रहे, चिकित्सा व्यय के बोझ को कम करने के महत्व पर जोर दिया और आयुष्मान कार्ड के जरिए हर ग़रीब व्यक्ति केलिए 5 लाख रुपये तकके मुफ्त इलाज के प्रावधान पर प्रकाश डाला। नरेंद्र मोदी ने कहाकि 70 वर्ष से अधिक आयु के बुजुर्गों को मुफ्त इलाज केलिए आयुष्मान कार्ड जारी किए जारहे हैं, चाहे परिवार ग़रीब हो, मध्यम वर्ग या अमीर। उन्होंने कहाकि ये कार्ड बिना किसी खर्च के ऑनलाइन प्राप्त किए जा सकते हैं। उन्होंने लोगों से कहाकि वे आयुष्मान कार्ड केलिए किसी कोभी भुगतान न करें, अगर कोई पैसे मांगे तो वे इसकी सूचना दें। प्रधानमंत्री ने कहाकि कई उपचारों केलिए अस्पताल में भर्ती होनेकी आवश्यकता नहीं होती है, क्योंकि निर्धारित दवाएं घरपर ही ली जा सकती हैं। उन्होंने कहाकि दवाओं की लागत कम करने केलिए देशभर में 14000 से अधिक जन औषधि केंद्र खोले गए हैं, जो सस्ती दवाएं उपलब्ध कराते हैं। उन्होंने बतायाकि किडनी की बीमारी एक और गंभीर समस्या है, जिसके लिए निरंतर डायलिसिस की आवश्यकता होती है, 700 से अधिक जिलों में 1500 से अधिक डायलिसिस केंद्र खोले गए हैं, जो मुफ्त डायलिसिस सेवाएं प्रदान कर रहे हैं। प्रधानमंत्री ने सभीसे अपने परिचितों केबीच इन सरकारी योजनाओं के बारेमें जागरुकता फैलाने और यह सुनिश्चित करने का आग्रह कियाकि कोईभी व्यक्ति लाभ से वंचित न रहे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहाकि कैंसर की शुरुआती पहचान और बुखार तथा दर्द केलिए घरेलू उपचार पर निर्भर रहने की प्रवृत्ति पर प्रकाश डाला, जिसके परिणामस्वरूप स्थिति बिगड़ने पर देर से निदान होता है। प्रधानमंत्री ने कैंसर के निदान की बात सुनकर परिवारों में व्याप्त भय और भ्रम के बारेमें बताया, जिसमें से कई को केवल दिल्ली और मुंबई में उपचार केंद्रों के बारेमें पता है। उन्होंने इन चुनौतियों से निपटने केलिए सरकार के प्रयासों पर जोर दिया, जिसमें कैंसर से निपटने केलिए इस साल के बजट में कई घोषणाएं शामिल हैं। उन्होंने कहाकि वे कैंसर की दवाओं को और अधिक किफायती बनाने केलिए प्रतिबद्ध हैं और अगले तीन वर्ष में हर जिले में कैंसर डेकेयर सेंटर खोलने की घोषणा की, जो केंद्र निदान और राहत देखभाल दोनों सेवाएं प्रदान करेंगे। नरेंद्र मोदी ने उपचार तक आसान पहुंच सुनिश्चित करने केलिए जिला अस्पतालों और स्थानीय मोहल्लों में चिकित्सा केंद्रों में कैंसर क्लीनिक खोलने के बारेमें भी बताया। प्रधानमंत्री ने कैंसर से बचाव केलिए सतर्क और जागरुक रहने के महत्व पर जोर देते हुए कहाकि समय रहते इसका पता लगाना बहुत जरूरी है, क्योंकि एकबार कैंसर शरीर में फैल जाए तो उससे निपटना मुश्किल हो जाता है। उन्होंने 30 वर्ष से अधिक आयु के सभी व्यक्तियों की स्क्रीनिंग केलिए चल रहे अभियान पर प्रकाश डाला और सभीसे इसमें भाग लेने और लापरवाही से बचने का आग्रह किया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किसीभी तरह का संदेह होने पर तुरंत कैंसर की जांच कराने की जरूरत पर जोर दिया। उन्होंने कहाकि कैंसर कोई संक्रामक बीमारी नहीं है और छूने से नहीं फैलती है, बीड़ी, सिगरेट, गुटखा, तंबाकू और मसालों के सेवन से कैंसर का खतरा बढ़ जाता है और इन पदार्थों से दूर रहने की सलाह दी। उन्होंने सभीसे अपने शरीर और स्वास्थ्य का ध्यान रखने और किसीभी तरह की लापरवाही से बचने केलिए इन सावधानियों को पूरी लगन से अपनाने का आग्रह किया। प्रधानमंत्री ने बुंदेलखंड को विकास की नई ऊंचाइयों पर पहुंचाने केलिए केंद्र तथा राज्य सरकारों के अथक प्रयासों पर जोर दिया। उन्होंने उम्मीद जताईकि बुंदेलखंड समृद्धि और विकास के पथ पर आगे बढ़ता रहेगा। कार्यक्रम में मध्य प्रदेश के गर्वनर मंगूभाई पटेल, मुख्यमंत्री मोहन यादव, जगतगुरू पूज्य रामभद्राचार्य, बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर धीरेंद्र शास्त्री, साध्वी ऋतंभरा, स्वामी चिदानंद सरस्वती, महंत बालक योगेश्चरदास, इसी क्षेत्रके सांसद विष्णुदेव शर्मा और गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।

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