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राष्ट्रपति का नवविवाहित जोड़ों को आशीर्वाद!

छतरपुर में बागेश्वर जनसेवा समिति का सामूहिक विवाह समारोह

'जनसहयोग से जनकल्याण का यह बहुत ही अच्छा उदाहरण है'

स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम

Wednesday 26 February 2025 04:34:11 PM

president's blessings to newly married couples!

छतरपुर (मध्य प्रदेश)। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने आज महाशिवरात्रि के पावन अवसर पर मध्य प्रदेश के गढ़ा छतरपुर में श्रीबागेश्वर जनसेवा समिति के आयोजित सामूहिक विवाह समारोह में शामिल होकर प्रसन्नता व्यक्त की और नवविवाहित दम्पतियों को अपना आशीर्वाद देकर उनके सुखमय वैवाहिक जीवन की शुभकामनाएं कीं। राष्ट्रपति ने सामूहिक विवाह समारोह केलिए श्रीबागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर आचार्य धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री और श्रीबागेश्वर धाम जनसेवा समिति की खूब प्रशंसा की। उन्होंने कहाकि यह बहुतही प्रसन्नता का विषय हैकि यह विवाह समारोह जनसहयोग से सम्पन्न हुआ है और विवाहित जोड़ों को गृहस्थी के जरूरी सामान केसाथ उन्हें स्वावलंबी बनाने के उद्देश्य से सिलाई मशीन और आटा चक्की जैसी जीवनोपयोगी वस्तुएं भी भेंट गई हैं।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने कहाकि जनसहयोग से जनकल्याण का यह बहुतही अच्छा उदाहरण है और उन्हें विश्वास हैकि आज विवाह बंधन में बंधे दंपति इस दिवस की स्मृति को संजोकर रखेंगे और अपनी गृहस्थी को सफलतापूर्वक आगे बढ़ाएंगे। राष्ट्रपति ने उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए कहाकि आज हमारा देश महिलाओं के विकास से महिलाओं के नेतृत्व में विकास की ओर आगे बढ़ रहा है, ऐसे में हम सभीको अपनी बेटियों और बहनों को सशक्त और सक्षम बनाने में योगदान देना चाहिए। उन्होंने लोगों से महिलाओं की शिक्षा, स्वास्थ्य और सुरक्षा पर ध्यान देने का आग्रह किया। उन्होंने कहाकि हमारे छोटे-छोटे प्रयास उन्हें सशक्त बनाएंगे। उन्होंने महिलाओं को अपनी शिक्षा और आत्मनिर्भरता केलिए निरंतर प्रयास करने की सलाह भी दी।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने कहाकि हमारी प्राचीन परंपराओं में संतों ने सदियों से जनमानस को राह दिखाई है, समकालीन समाज में व्याप्त सामाजिक कुरीतियों के विरुद्ध आवाज़ उठाई है, उन्होंने जाति, लिंग आदि के आधार पर भेदभाव के खिलाफ भी आवाज़ उठाई है। उन्होंने कहाकि चाहे गुरु नानक हों, संत रविदास हों, संत कबीर दास हों, मीराबाई हों या संत तुकाराम हों सभी ने अपने उपदेशों के माध्यम से लोगों को सही रास्ते पर चलने केलिए प्रेरित किया है। उन्होंने कहाकि भारतीय समाज में उनके योगदान ने उन्हें सम्मानजनक स्थान दिलाया है। राष्ट्रपति ने यह भी कहाकि समकालीन आध्यात्मिक गुरू आत्मनिर्भर, सामंजस्यपूर्ण और पर्यावरण के अनुकूल भारत के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं। इस अवसर पर मध्यप्रदेश के राज्यपाल मंगुभाई पटेल, मुख्यमंत्री मोहन यादव, बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री, प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा, आयुर्वेद शिरोमणि आचार्य बालकृष्ण, गीतामनीषी ज्ञानानंद महाराज और गणमान्यजन उपस्थित थे।

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