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Thursday 27 March 2025 12:19:37 PM
देहरादून। उत्तराखंड पर्यटन विकास बोर्ड (यूटीडीबी) ने भारत की सबसे महत्वपूर्ण तीर्थ यात्राओं में से एक चारधाम और हेमकुंड साहिब यात्रा केलिए आधार प्रमाणीकरण और ई-केवाईसी जरूरी कर दिया है, जिसकी शुरुआत कर दी गई है। यूटीडीबी ने इसका उद्देश्य पंजीकरण प्रक्रिया को सुव्यवस्थित करना, समय बचाना और श्रद्धालुओं के अनुभव को और बेहतर बनाना बताया है। आधार आधारित ऑनलाइन पंजीकरण से प्रशासन को तीर्थयात्रियों की आवाजाही की निगरानी करने, मंदिरों में भीड़भाड़ को रोकने केलिए बेहतर तैयारी करने और विशेष रूपसे ऊंचाई वाले क्षेत्रों में मौसम संबंधी सूचनाओं के प्रवाह में सुधार करने में मदद मिलेगी।
चारधाम और हेमकुंड साहिब यात्रा 2025 केलिए पंजीकरण 20 मार्च 2025 से शुरू हुआ था और अबतक 7.5 लाख से अधिक श्रद्धालु ऑनलाइन पंजीकरण सुविधा का लाभ उठा चुके हैं। भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (यूआईडीएआई) राज्यों की अभिनव पहलों को समर्थन देकर नागरिक जीवन को आसान बनाने में मदद कर रहा है। यह कदम डुप्लीकेट पंजीकरण को रोकने में मदद करेगा, इससे अधिक से अधिक श्रद्धालुओं को यात्रा करने का अवसर मिलेगा। डिजिटल सत्यापन से पंजीकरण प्रक्रिया तेज़ होगी और कागजी कार्यवाही कम होगी, वहीं नामित केंद्रों पर ऑफलाइन पंजीकरण की सुविधा भी जारी रहेगी।
तीर्थयात्रियों को आधार से जुड़े पंजीकरण से आवास, परिवहन, भोजन और चिकित्सा सहायता की बेहतर योजना और प्रबंधन करने में मदद मिलेगी। यह संसाधनों की बर्बादी और कमी को रोकने में सहायक होगा, साथही आपातकालीन स्थितियों में भी यह प्रणाली प्रशासन और तीर्थयात्रियों केबीच समन्वय को बेहतर बनाएगी। इस पहल केतहत पंजीकरण पोर्टल https://registrationandtouristcare.uk.gov.in और टूरिस्ट केयर उत्तराखंड मोबाइल ऐप का उपयोग किया जा रहा है।