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Monday 18 November 2013 09:44:08 AM
मास्को। भारतीय नौसेना में बहु-प्रतीक्षित वायुयान वाहक आईएनएस विक्रमादित्य के जलावतरण की सफलता के मात्र दो दिन के बाद ही भारत और रूस के बीच आज सैन्य तकनीकी सहयोग पर आधारित भारत-रूस अंतर-सरकारी आयोग की 13वीं बैठक में एक महत्वपूर्ण रणनीतिक साझेदारी के विस्तार के बारे में सहमति हुई। रक्षा मंत्री एके एंटनी और रूस के रक्षा मंत्री सरगेई सोईबू ने आज मास्को में संयुक्त रूप से इस बैठक की अध्यक्षता की।
सौहार्दपूर्ण वातावरण में हुई इस बैठक में वर्ष 2014 में जापान के समुद्री क्षेत्र में पीटर और ग्रेट खाड़ी में दोनों देशों की वायु सेना के बीच अब तक का सबसे पहला संयुक्त सैन्य अभ्यास करने का निर्णय लिया गया। यह ध्यान देने योग्य बात है कि दोनों देशों की सेनाओं ने हाल में राजस्थान में सैन्य ‘अभ्यास इंद्र’ का आयोजन किया था, जो आंतकवाद के विरूद्ध केंद्रित था।
भारतीय प्रतिनिधिमंडल में रक्षा सचिव आरके माथुर, रक्षा उत्पाद सचिव जीसी पति, रूस में भारत के राजदूत अजय मल्होत्रा, एयर मार्शल एस सुकुमार, वाइस एडमिरल एनएन कुमार, लेफ्टीनेंट जनरल नरेंद्र सिंह और संपदा महानिदेशक एसबी अग्निहोत्री शामिल थे।