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Friday 20 June 2014 02:10:26 PM
ओडिशा। ओडिशा के इंटीग्रेटेड टेस्ट रेंज बालासोर से बाउंड्री मिशन के निकट काफी निम्न ऊंचाई में आकाश मिसाइल का सफलतापूर्वक परीक्षण किया गया। उड़ान का यह परीक्षण आकाश सुपरसोनिक मिसाइल के पहले उत्पादन मॉडलों पर सेना के संचालित मान्यता परीक्षणों में अंतिम था। सुपरसोनिक मिसाइल में समुद्र तल से 30 मीटर की ऊंचाई पर तेजी से जा रहे काफी छोटे मानवरहित बंशी विमान को इंटरसेप्ट किया, जो सबसोनिक क्रूज मिसाइल के प्रति क्षमतावान प्रणाली साबित हुई। अत्याधुनिक बहु-प्रणाली राडार के साथ जुड़ी विशेषताओं के बल पर इसने कम ऊंचाई से उड़ते लक्ष्य का निरंतर पता लगाया। समुद्र से आती बहुविध लक्ष्य की प्रतिध्वनियों का पता लगाने के लिए डीआरडीओ से विकसित विशेष अल्गोरिद्म, तकनीकों ने इस मिशन में अच्छी तरह काम किया।
परीक्षण उड़ान के साथ भारतीय सेना के पास इन मॉडलों को शामिल करने के लिए सभी मान्यता परीक्षण पूरे हो गए हैं। रक्षा मंत्री के वैज्ञानिक सलाहकार, रक्षा अनुसंधान और विकास विभाग के सचिव और डीआरडीओ महानिदेशक अविनाश चंदर ने डीआरडीओ की टीमों, उत्पादन एजेंसियों और सेना को बाउंड्री मिशन के निकट निम्न ऊंचाई में लक्ष्य का पता लगाने के बारे में सफलतापूर्वक प्रदर्शन के लिए बधाई दी। उन्होंने कहा कि आकाश का स्वदेशी विकास, उत्पादन और इसे शामिल करना वायु रक्षा प्रौद्योगिकियों में भारत की आत्मनिर्भरता के प्रति अत्यधिक महत्वपूर्ण योगदान है।