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Saturday 29 November 2014 02:18:01 AM
पणजी। ‘तीनकहोन’ के निर्देशक बुद्धायन मुखर्जी बड़े गर्व से बताते हैं कि यह फिल्म पूरा होने से पहले ही नौ फिल्म समारोहों में दिखाई जा चुकी है और तीन में पुरस्कार भी जीत गई है। गोवा में 45वें आईएफएफआई में उन्होंने मीडिया से कहा कि ‘तीनकहोन’ आसक्त प्रेम की कहानी पर आधारित है, जिसमें 1920 से 2013 तक के 100 वर्ष की तीन अलग-अलग कहानियां हैं। उन्होंने बताया कि फिल्म को इस तरह से बनाया गया है कि ये उस समय की वेशभूषा और संस्कृति को दिखा सके, हमने कोशिश की है कि उस दौर में प्रचलित फिल्म निर्माण की प्रक्रिया ही अपनाई जाए।
निर्देशक बुद्धायन मुखर्जी ने कहा कि वह सत्यजीत रे से प्रभावित हैं, खासतौर से फिल्म की पहली कहानी को फिल्माते हुए उन्होंने बताया कि उनकी अगली फीचर फिल्म हिंदी की फिल्म होगी। किसी बात पर उनका कहना था कि बॉलीवुड से भागने का कोई रास्ता नहीं है मैं इससे जुड़ा रहना चाहता हूं। फिल्म की निर्माता और उनकी पत्नी मोनालिसा मुखर्जी ने कहा कि पति-पत्नी के रूप में उन्होंने साथ-साथ अच्छा काम किया। आईएफएफआई 2014 के फिल्म बाज़ार की सराहना करते हुए उन्होंने कहा कि यहां व्यापार के लिए उपयुक्त माहौल है और उन्हें अपनी फिल्म के लिए एक कनाडाई वितरक भी मिल गया है। ‘तीनकहोन’ निर्देशक बुद्धायन मुखर्जी की यह पहली फीचर फिल्म है और यह आईएफएफआई 2014 में इंडियन पैनोरमा के लिए चुनी गई है।