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Sunday 11 January 2015 01:40:52 PM
बंगलुरू। केंद्रीय कृषि मंत्री राधामोहन सिंह ने बागवानी किसानों से उत्पादों को अंतर्राष्ट्रीय मानकों के अनुरूप प्रस्तुत करने के लिए आधुनिक तकनीक और मशीनों का इस्तेमाल करने को कहा है। उन्होंने आयात की गई आधुनिक उपकरणों तथा मशीनों को दिखाने तथा सबसिडी देकर उपयोग को बढ़ावा देने को कहा। राधामोहन सिंह बंगलुरू में लालबाग में राष्ट्रीय बागवानी बोर्ड तथा कर्नाटक सरकार के बागवानी विभाग के 'बागवानी संगम' समारोह में बोल रहे थे।
राधामोहन सिंह ने कहा कि ऐसे समारोह के आयोजन से बागवानी समुदाय के लोगों को एक साथ काम करने की प्रेरणा मिलती है और एक ही स्थान पर विभिन्न बागवानी उत्पादों की उपलब्धता सहज होती है। उन्होंने कहा कि ऐसे आयोजनों का उद्देश्य भारतीय संस्कृति के अभिन्न अंग वसुधैव कुटुंबकम की भावना के अनुरूप है। प्रारंभिक अनुमानों के अनुसार वर्ष 2014-15 में बागवानी उत्पाद 275 मिलियन टन होने का श्रेय किसानों को देते हुए उन्होंने कहा कि सरकार ने बागवानी से जुड़े सभी कार्यक्रम को एककर एकीकृत बागवानी विकास मिशन बनाया है, ताकि किसानों और उद्यमियों को और ज्यादा लाभ मिले। उन्होंने कहा कि आम, लीची, अंगूर, केसर की विश्व बाजार में अलग पहचान है, किसानों ने इन बागवानी उत्पादों का निर्यात बढ़ाकर देश की विदेशी मुद्रा में योगदान दिया है।
कृषिमंत्री ने कहा कि सरकार केंद्रीय बागवानी कार्यक्रमों के जरिए उन्नत तकनीकों के इस्तेमाल को बढ़ावा दे रही है, ताकि किसान को गुणवत्ता के साथ अधिक उत्पाद मिले और क्षमता बढ़े। उन्होंने कहा कि सरकार शीत भंडार श्रृंखला को भी प्रोत्साहित कर रही है, ताकि उत्पादों को बेकार होने से रोका जा सके। बागवानी संगम में मदर डेरी, रिलायंस, वालमार्ट, बिग बाजार और स्पैंसर जैसी बड़ी कंपनियां भाग ले रही हैं, ताकि किसान सीधे तौर पर अपने उत्पाद इन कंपनियों को बेच सकें। कार्यक्रम का उदघाटन केंद्रीय उर्वरक एवं रसायन मंत्री अनंत कुमार ने किया। इस अवसर पर राज्य सरकार के मंत्री, विधायक, राष्ट्रीय बागवानी बोर्ड के प्रबंध निदेशक और राज्य सरकार के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे।