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Saturday 28 February 2015 12:10:55 AM
अजमेर। राजस्थान के प्रसिद्ध रंगकर्मी एवं साहित्यकार उमेश कुमार चौरसिया की नई पुस्तक 'रवींद्रनाथ ठाकुर के बाल नाटक' का राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के अध्यक्ष प्रोफेसर बीएल चौधरी ने विमोचन किया। प्रोफेसर बीएल चौधरी ने इस पर कहा कि नाटक एक लोकप्रिय विधा है और इसके माध्यम से बच्चों को रोचक तरीके से भारतीय संस्कृति, साहित्य का ज्ञान कराने के साथ-साथ उन्हें संस्कारित किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि विश्वविख्यात साहित्यधर्मी रवींद्रनाथ ठाकुर ने बच्चों के लिए विपुल साहित्य की रचना की है, उमेश कुमार चौरसिया ने उनके लिखे नाटकों में से बालोपयोगी और हास्य-व्यंग्य से ओत-प्रोत छह ऐसे नाटकों को सरल हिंदी में अनूदित करते हुए इस संकलन में शामिल किया है, जो बच्चों को अपने आस-पास के वातावरण से परिचित कराते हुए उन्हें जीवन मूल्यों की शिक्षा देते हैं, निश्चय ही यह संकलन बच्चों व विद्यालयों के लिए उपयोगी सिद्ध होगा।
उमेश कुमार चौरसिया राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड में सेवारत भी हैं और एक अच्छे रचनाकार एवं रंगकर्म की दुनिया में भी सक्रिय रहते हैं। वे तीन दशक से नाट्य निर्देशन भी कर रहे हैं। 'रवींद्रनाथ ठाकुर के बाल नाटक' उनकी इक्कीसवीं प्रकाशित कृति है। उमेश कुमार चौरसिया की कृतियों को देखा जाए तो उन्होंने अधिकांशत: बालोपयोगी नाटकों की रचना की है और वे समय-समय पर विविध बाल नाट्य शिविरों के माध्यम से बच्चों को नाट्यविधा का प्रशिक्षण भी देते हैं। उनके अब तक 14 नाट्य संकलन तथा 6 अन्य कृतियां प्रकाशित हुई हैं। उन्होंने 65 से अधिक हिंदी व लगभग 7 राजस्थानी नाटकों की रचना की है, जिनमें 50 से अधिक बाल नाटक हैं। प्रोफेसर बीएल चौधरी के अलावा भी और भी महानुभावों ने भी उनकी रचनाओं पर प्रकाश डाला। विमोचन कार्यक्रम में राजस्थान के जाने-माने साहित्य सृजनकर्ता, नाट्य प्रेमी, कलाकार उपस्थित थे।