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Sunday 1 March 2015 01:39:58 AM
देहरादून। सीएसआईआर के पूर्व महानिदेशक और विज्ञानी एसके जोशी ने तीन दिवसीय नवीं विज्ञान कांग्रेस में कहा है कि किसी भी समाज का सर्वांगीण विकास वहां के निवासियों की उद्यमिता प्रवृत्ति की दिशा एवं स्तर पर निर्भर करता है और उद्यमिता की भावना व्यक्ति में निहित कौशलों के विकास एवं विस्तार पर निर्भर करती है। उत्तराखंड में युवाओं को कौशल विकास कार्यक्रमों से जोड़कर स्थानीय अर्थव्यवस्था के विकास को नई गति दी जा सकती है।
विज्ञान दिवस के अवसर पर नवीं विज्ञान कांग्रेस के समापन में बोलते हुए उन्होंने कहा कि उत्तराखंड की शिक्षा व्यवस्था को उद्यमिता अवसर से जोड़ने की जरूरत है, यूकॉस्ट इसमें अग्रणी भूमिका सकता है और स्व-रोज़गारपरक योजनाओं को प्रदेश के दूर-दराज़ इलाकों तक पहुंचाने के लिए उद्यमिता विकास संस्थाओं के समन्वयन का कार्य यूकॉस्ट को दिया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि प्रदेश में संचालित कौशल विकास मिशन और युकॉस्ट के बीच में सहभागिता बढ़ाए जाने के प्रयास किए जाने चाहिएं। डॉ सीएस नौटियाल निदेशक एनबीआरआई ने सीएसआईआर लैबों में उत्तराखंड के युवा शोधार्थियों को उच्चस्तरीय शोध कार्य के लिए आमंत्रित किया।
सीएसआईआर के महानिदेशक डॉ राजेंद्र डोभाल ने विज्ञान कांग्रेस की रिपोर्ट प्रस्तुत करते हुए कहा कि इस बार 425 शोध-पत्र 19 विषयों पर प्रस्तुत किए गए, जिनमें 47 शोधार्थियों को युवा वैज्ञानिक पुरस्कार से सम्मानित किया गया। उल्लेखनीय है कि गत वर्ष की भांति इसमें 32 महिलाएं एवं 15 पुरूष युवा वैज्ञानिकों को यह पुरस्कार प्राप्त हुआ। कुल 17 वैज्ञानिक संस्थाओं के शोधार्थियों को पुरस्कृत किया गया, जिसमें जीबी पंत विश्वविद्यालय को 12, गढ़वाल विश्वविद्यालय को 5 एवं आईआईटी रूड़की और कुमाऊ विश्वविद्यालय को 4-4 पुरस्कार प्राप्त हुए। विज्ञान कांग्रेस में इस बार भूगोल विषय को प्रथम बार शामिल किया गया।
डॉ राजेंद्र डोभाल ने बताया कि विज्ञान कांग्रेस में देश एवं प्रदेश की वैज्ञानिक संस्थाओं ने युवा शोधार्थियों एवं वैज्ञानिकों और आम जन के लिए अपने उत्पादों एवं नवीन तकनीक की प्रदर्शनी आयोजित की। इसमें प्रमुख रूप से आईआरडीई, ओएनजीसी, एनआरडीसी, सर्वे ऑफ इंडिया, स्पैक्स, हार्क, यूबीआई, सगंध पौधा केंद्र और ग्राफिक एरा शामिल थे। डॉ राजेंद्र डोभाल ने प्रसन्नता जाहिर की कि यूकॉस्ट के नवीन परिसर विज्ञान धाम में पहली बार विज्ञान कांग्रेस का आयोजन किया गया तथा वह उत्साहजनक रूप में सफल रही है।
गढ़वाल विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति प्रोफेसर एएन पुरोहित नेइस अवसर पर ने कहा कि विज्ञान के क्षेत्र में निरंतर नए शोध किए जाने की आवश्यकता है, लेकिन इसकी गुणवत्ता के प्रति वैज्ञानिकों को सतर्कता अपनानी चाहिए। ओएनजीसी के जीजीएम कुलदीप प्रकाश ने विज्ञान दिवस पर विज्ञान सब के लिए विषय पर पुरस्कृत बच्चों के अनुभवों को साझा किया। विज्ञान कांग्रेस में प्रमुख रूप में डॉ बीपी पुरोहित, डॉ डीपी उनियाल, डॉ आशुतोष मिश्रा, डॉ कीर्ति जोशी, डॉ अरुण कुकसाल, अमित पोखरियाल, डॉ प्रशांत सिंह, डॉ बृजमोहन शर्मा आदि उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन मोना बाली ने किया। समापन में धन्यवाद प्रस्ताव विके तिवारी कुलपति ग्राफिक एरा विश्वविद्यालय ने किया।