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Sunday 19 April 2015 03:43:52 AM
देहरादून। मसूरी इंटरनेशनल स्कूल (गर्ल्स बोर्डिंग स्कूल) ने महेश भूपति टेनिस एकेडमिक्स के साथ एक साझेदारी की है, जिसका उद्देश्य स्कूल में उच्च गुणवत्ता युक्त टेनिस कोचिंग की शुरूआत करना है। एमबीटीए के मुख्य कार्यकारी अधिकारी गौरव नाटेकर व एमआईएस की प्राचार्या प्रिया पीटर ने देहरादून में मीडिया के सामने इसकी शुरूआत की घोषणा की। प्राचार्या प्रिया पीटर ने कहा कि एमबीटीए ने पहले भी भारत की पूर्व नंबर 1 खिलाड़ी व सात बार की राष्ट्रीय चैंपियन आरती नाटेकर के मार्गदर्शन में स्कूल में एक सप्ताह के शिविर का आयोजन किया था। इस कैंप के दौरान विद्यार्थियों ने काफी उत्साह दिखाया था और इस साझेदारी के साथ विद्यार्थियों के पास अपने खेल को निखारने और उसे अगले स्तर तक ले जाने का बेहतरीन मौका मिलेगा।
एमबीटीए के सीईओ गौरव नाटेकर ने कहा कि अकादमी जमीनी स्तर से प्रतिभा को खोजने व उन्हें खेल का चैंपियन बनाने में दृढ़ता से विश्वास करती है। उन्होंने कहा कि अब हमारी नज़र एमआईएस में प्रतिभाशाली लड़कियों के साथ मिलकर काम करने और अपने टेनिस प्रोग्राम के माध्यम से उनमें टीम वर्क, अनुशासन, समर्पण, सफलता और असफलता को संभालने की क्षमता जैसे गुणों को विकसित करने पर है। इन सब खूबियों से उन्हें देश के मजबूत, स्मार्ट, सफल व ईमानदार नागरिक बनने में मदद मिलेगी। गौरव नाटेकर भारत के पूर्व नंबर एक टेनिस खिलाड़ी होने के साथ अर्जुन पुरस्कार विजेता और एशियाई खेलों में डबल स्वर्ण पदक विजेता हैं। एमबीटीए की स्थापना 12 बार के ग्रैंड स्लैम विजेता महेश भूपति ने 2006 में सभी आयु वर्ग के युवाओं को विश्व स्तरीय प्रोफेशनल प्रशिक्षण (व्यावहारिक व सैद्धांतिक) और अति विशिष्ट कोचिंग प्रदान करने के उद्देश्य से की थी। एमबीटीए का उद्देश्य सभी आयु वर्ग के युवाओं को यह अति विशिष्ट कोचिंग प्रदान करना है।
एमआईएस के स्कूल में यह कार्यक्रम संचालित होगा। एमबीटीए का यह 4 से 9 वर्ष के बच्चों के लिए प्रोग्रेसिव टेनिस प्रोग्राम है, जिसमें वे विशिष्ट उपकरणों के साथ खेल को सीखने में सक्षम होंगे और सही समय पर फुल साइज कोर्ट पर पहुंच सकेंगे। बड़े छात्रों को एमबीटीए के कोच प्रशिक्षित करेंगे, जिससे उन्हें खेल को समझने और उसे प्रोफेशनल स्तर पर चुनने में मदद मिलेगी। एमबीटीए विभिन्न इंटर स्कूल व अन्य टूर्नामेंट्स के लिए स्कूल की टेनिस टीम को विकसित करने की दिशा में लगातार काम कर रहा है। प्रशिक्षक गौरव नाटेकर और एमबीटीए के कोचिंग संचालन निदेशक शंकर कृष्णास्वामी द्वारा तैयार स्ट्रक्चरल प्रोग्राम का पालन करेंगे, जिससे एमआईएस के विद्यार्थियों को खेल के प्रति जागरुक होने व सबसे बेहतर संभावित तरीके से खेल को समझने में मदद मिलेगी।
मसूरी इंटरनेशनल स्कूल पहली से बारहवीं क्लास तक की लड़कियों के लिए बोर्डिंग स्कूल है। यह स्कूल ऑल इंडिया बोर्ड काउंसिल फॉर द इंडियन स्कूल सर्टिफिकेट एग्जामिनेशन नई दिल्ली और यूनिवर्सिटी ऑफ कैंब्रिज इंटरनेशनल एग्जामिनेशन (सीआईई) से संबद्ध है। देश में लड़कियों के अग्रणी स्कूल मसूरी इंटरनेशनल स्कूल में दुनिया भर के 27 देशों की छात्राएं हैं, यहां पर वे सर्वांगीण विकास प्रदान करने वाले वातावरण में अपने जीवन को समृद्ध करने के लिए आती हैं। मसूरी की प्राचीन पहाड़ियों पर स्थित इसका हरा भरा परिसर 45 एकड़ में फैला हुआ है, जो बच्चों के समग्र विकास के लिए आदर्श वातावरण प्रदान करता है। स्कूल का दावा है कि यहां सीखने का माहौल तैयार किया जाता है, जिससे किसी बच्चे की असली क्षमता का पता चलता है, इस तरह से यहां लड़कियां केवल एकेडमिक्स, स्पोर्ट व को-करिकुलर एक्टिविटिज में ही आगे नहीं रहती हैं, बल्कि एक जिम्मेदार नागरिक भी बनती हैं।
एमबीटीए भी विभिन्न स्तर पर टेनिस के खेल को बढ़ावा देने का बेहतरीन प्रयास है। भारत के विभिन्न स्कूलों में अपने स्कूल टेनिस प्रोग्राम की शुरूआत करके, एमबीटीए का कहना है कि उसने खुद को एक ऐसे फोर्स के तौर पर स्थापित किया है, जिससे टेनिस कोचिंग की प्रक्रिया का हर स्तर पर व्यवस्थित और सुनियोजित तरीकों से पालन किया जाता है, इसे प्रत्येक भागीदार की क्षमताओं व जरूरतों के अनुसार अनुकूलित किया गया है और यह उन्हें व्यापक और अत्यधिक प्रभावी ग्रेजुएशन प्रक्रिया की ओर ले जाता है। एमबीटीए का एक अन्य उद्देश्य सभी सामाजिक-आर्थिक समूहों के लोगों को टेनिस की खुशी को सुनिश्चित करते हुए टेनिस की पहुंच को बढ़ाना है। आज एमबीटीए देशभर में 25 से अधिक केंद्रों पर 8000 से अधिक बच्चों को अंतर्राष्ट्रीय स्तर की कोचिंग प्रदान कर रहा है और उसने खुद को भारत की प्रमुख टेनिस अकादमी के रूप में स्थापित किया है। इसके अलावा एमबीटीए के पास 90 से अधिक प्रोफेशनली ट्रेंड प्रशिक्षकों की टीम है, जो बगैर थके बच्चों के लिए कोचिंग प्रोग्राम को विकसित करने और उसके मानकीकरण की दिशा में काम करती है।