Wednesday 17 October 2012 04:23:28 PM
देवेंद्र मिश्र
टोरंटो। धरती, आकाश और पाताल प्राकृतिक चमत्कारों और एक से बढ़कर एक संरचना से समृद्घशाली हैं। मानव-जीवन को प्रकृति से यह संपदा न मिलती तो उसकी स्थिति उन प्राणियों से भी बद्तर हो जाती जो रेगिस्तान और बंजर में अपने अस्तित्व को बचाने के लिए चौबीसों घंटे संघर्ष में रहते हैं। धरती पर मानवजीवन ने प्रकृति की अद्भुत छटाओं का न केवल आनंद लूटा है अपितु इनका सर्वाधिक दोहन भी किया है, उसने नुकसान भी पहुंचाया है। पृथ्वी पर क्रमिक विकास की श्रृंखलाओं में प्रगतिगामियों ने एक से बढ़कर एक प्रयोग किए हैं किंतु प्राकृतिक सुंदरता का आज भी कोई विकल्प नहीं है। थोड़े-बहुत बदलावों को छोड़कर देखें तो जो मंगल, जंगल में मिलता है वह पांच सितारा संस्कृतियों के अविष्कार से भी नहीं मिल पाया है। दुनिया प्रकृति के ही गीत गाती है और गाते हुए आने वाली पीढ़ियों के लिए जो छोड़ती है उसकी मिसाल और ऐसा नजारा कनाडा के मनोरम पर्यटन स्थल नायग्रा फॉल्स में देखने को मिलता है जहां उसे स्वर्ग बनाने में कोई कमी नहीं छोड़ी गई है। दुनिया भर के सैलानी अपनी जिंदगी के खुशनुमा पलों को जीवन देने के लिए यहां आते हैं।
एक बार कश्मीर की वादियों को देखकर पर्सिया के मशहूर शायर ने कहा था अगर पृथ्वी पर स्वर्ग है तो वो यहीं है। यदि फिरदौस कनाडा में नायग्रा फॉल्स देखने आते तो वो भी जरूर यही वाक्या दोहराते।
प्राकृतिक सौंदर्य परमात्मा की देन है। कनाडा के ओंटारियो प्रांत में स्थितनायग्रा जलप्रपात एक ऐसा मनोरम पर्यटन स्थल है जिसे संसार के अद्भुत अजूबों मे गिना जाता है। नायग्रा नदीइसका जलस्रोत है। इस नदी पर बना पुल अमेरिका और कनाडा को जोड़ता है। अमेरिकी सीमा मे भी नायग्रा जलप्रपात है, परंतु कनाडा की सीमा वाला नायग्रा होर्सेशोए (इसका आकार घोड़े की नाल जैसा है) जलप्रपात अधिक सुंदर और आकर्षण का केंद्र है। इसकीऊंचाई (180 फीट) और पानी का बहाव (6 मिलियन क्यूबिक फीट प्रति मिनट) है। रात्रि मे जब रंग बिरंगी प्रकाश किरणें जलप्रपात पर फेंकी जाती हैं तो सारा वातावरण स्वर्गिक सौंदर्य की अनुभूति देता है।
नायग्रा शब्द की उत्पत्ति ओंगुइआह्रा से हुई है जिसका अर्थ है थुंदेरिंग नॉईज़। नायग्रा फॉल्स करीब 12,000 वर्ष पुराना है परंतु टाउन ऑफ नायग्रा का नामकरण अधिकारिक रूप से 1881 ईस्वी में कीया गया और 1963 मे इसे सिटी ऑफ नायग्रा का नया नाम मिला।
नायग्रा जलप्रपात, ओंटारियो, कनाडा को विश्व की होनेय्मून कैपिटल के रूप मे जाना जाता है। सिटी ऑफ नायग्रा टोरोंटो से करीब 150 किलोमीटर दूर है और सड़क एवं ट्रेन से यहां पहुंचा जा सकता है। यदि आप अमेरिका से आ रहे हैं तो बुफ्फलोए सिटी से यहां पहुंच सकते हैं। वहां से होर्सेशोए फॉल्स करीब 40 किलोमीटर है। दुनिया भर से नये शादीशुदा जोड़े यहां के अनुपम सौंदर्यमय वातावरण का भरपूर आनंद उठाते हैं। विश्व के नामी-गिरामी कलाकारों को यहां अद्भुत प्रेरणा मिलती है, जिसे वो अपनी कलाओं में मुखरित करते हैं। बॉलीवुड की एक फिल्म दूर देश की शूटिंग यहां की गयी थी। देश विदेश की अनेकानेक फिल्मों की शूटिंग यहां चलती रहती है। प्रतिदिन भारी संख्या मे पर्यटक यहां आते हैं, जिसके कारण होटल्स, रेस्टोरेंट, सोउवेनिर्स, गिफ्ट्स, इत्यादि का जबर्दस्त व्यापार होता है। चाइनीज़, इटॉलियन, ग्रीक, मिडिल इस्टर्न, इंडियन,हर प्रकार का भोजन यहां उपलब्ध है।
नायग्रा आने वाले लोग यहां कम से कम एक रात रुकते हैं ताकि वो यहां की रात्रिकालीन शोभा का आनंद उठा सकें। हर पर्यटक के बजट के मुताबिक यहां आवास की व्यवस्था है। यहां जलप्रपात के अलावा और भी आकर्षण के केंद्र हैं जैसे कि दो बहुत बडे़ कसिनोस हैं। प्रतिदिन शहर के समीप ही एक विश्वविख्यात बटरफ्लाई कंजरवेटरी है तथा एक बड़ा ही मनोरंजक एम्यूजमेंट पार्क भी है जहां प्रत्येक आयु के लोगों कामनोरंजन होता है। आइए, प्राकृतिक सौंदर्य और उसमें जीवन जीने की इच्छा को अनंत चमत्कारों और रहस्यों तक ले जाएं।