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Sunday 5 July 2015 05:37:44 AM
कोलकाता। कोलकाता के न्यू टाऊन स्थित राजरहाट में टाटा मेडिकल सेंटर में कैंसर रोगियों और उनके संबंधियों के लिए एक गृह 'प्रेमाश्रय' बनाया गया है। इस दस मंजिले भवन में कोलकाता के बाहर से आकर टाटा मेडिकल सेंटर में इलाज कराने के लिए आए 525 लोगों, केवल कैंसर के रोगियों और उनके संबंधियों के लिए मामूली खर्च पर ठहरने का प्रबंध होगा। इस 'प्रेमाश्रय' का कोयला, बिजली, नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) पीयूष गोयल ने लोकार्पण किया। उन्होंने इस अवसर पर घोषणा की कि कोल इंडिया भी कैंसर का पता लगाने के लिए 5 केंद्र स्थापित करेगा, जो झारखंड, छत्तीसगढ़, पश्चिम बंगाल, ओडिशा और मध्य प्रदेश के कोयला खनन क्षेत्रों में से प्रत्येक में एक-एक होंगे।
ऊर्जा राज्यमंत्री ने दूरस्थ क्षेत्रों से आने वाले कैंसर के गरीब रोगियों की कठिनाइयों में कमी लाने के प्रयास की सराहना करते हुए प्रेमाश्रय न्यास से कहा कि इस गृह के रख-रखाव के लिए वे उद्योग जगत की हस्तियों, व्यापारिक समुदाय और अन्य लोगों को शामिल करें, ताकि कैंसर जैसी भयानक बीमारी के उपचार में काफी कठिनाइयों का सामना करने वाले दूरस्थ क्षेत्रों के लोगों को इसका लाभ प्राप्त हो सके। इसके लिए प्रतिवर्ष कम से कम 30 करोड़ रुपये की आवश्यकता होगी। कोल इंडिया लिमिटेड कोयला मंत्रालय के अधीन एक महारत्न सार्वजनिक उपक्रम है और इसने प्रेमाश्रय के निर्माण के लिए 41.11 करोड़ रुपये मंजूर किए हैं। उन्होंने बताया कि यदि आवश्यकता हुई तो वह प्रेमाश्रय की मदद के लिए फिर आगे आएगा।
कोल इंडिया लिमिटेड के चेयरमैन सुतीर्थ भट्टाचार्य ने कहा कि इस प्रकार के नेक और मानवीय प्रयास से जुड़कर कोल इंडिया लिमिटेड को प्रसन्नता का अनुभव हो रहा है। उन्होंने कहा कि प्रेमाश्रय बाहर से आने वाले लोगों के लिए एक ऐसा घर है, जो न्यू टाऊन राजरहाट स्थित टाटा मेडिकल सेंटर से काफी निकट है। इस भवन में रोगियों और उनके संबंधियों के ठहरने की सुविधा के अलावा यहां रोग प्रशामक उपचार, शिशु देखभाल केंद्र, परामर्श कक्ष, फिजियोथेरेपी और एक सभागार भी उपलब्ध है।