स्वतंत्र आवाज़
word map

भारत कभी गुलाम नहीं रहा-चम्पत राय

विहिप नेता का सबको जोड़कर चलने का आह्वान

अयोध्या में कथा सत्संग समिति की राम कथा

स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम

Tuesday 7 July 2015 07:21:04 AM

champay rai

अयोध्या। विश्व हिंदू परिषद के अंतर्राष्ट्रीय महामंत्री चम्पत राय ने कहा है कि भारत कभी भी गुलाम नहीं रहा, बल्कि एक हजार वर्ष तक हम अपने सांस्कृतिक जीवन मूल्यों की रक्षा करने के लिए संघर्ष करते रहे, यह काल संघर्ष का काल कहा जाता रहेगा। उन्होंने कहा कि हिंदू समाज और देश अंदर से कमजोर हुआ तो बाहरी हमले होंगे और हमारे घर पर भी कब्जा करके लोग बैठ जाएंगे, इसलिए हमें भी जागरूक रहने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि भगवान श्रीराम ने भी समाज को जागरूक और संगठित बनाने के लिए ही वन-गमन को स्वीकार किया था, उनके जीवन चरित्र से प्रेरणा लेकर गांव-गांव में राम कथा को माध्यम बनाकर जागरण करना हम सबका लक्ष्य होना चाहिए।
चम्पत राय, जानकी जीवन मंदिर गोलाघाट में श्रीहरि कथा सत्संग समिति की 30 दिवसीय राम कथा का प्रशिक्षण प्राप्त कर चुके प्रशिक्षणार्थियों के बीच में अपने विचार प्रकट कर रहे थे। उन्होंने सबको जोड़कर चलने का आह्वान करते हुए कहा कि प्रभु श्रीराम का चरित्र हमें छुआ-छूत, ऊंच-नीच जैसे कुविचारों से मुक्त करता है, जिस प्रकार प्रभु श्रीराम ने केवट, शबरी, जटायू को गले लगाकर उन्हें मान दिया, उसी प्रकार आज हमें भी अपना हृदय विशाल करके समाज के उपेक्षित बंधुओं को गले लगाने की आवश्यकता है, जिससे वह भी समाज की मुख्य धारा में आ सकें। उन्होंने कहा कि हमारा लक्ष्य सेवा का होना चाहिए, भगवान श्रीराम सदैव सेवक के प्रति कृतज्ञ रहे। उन्होंने कहा कि कोई भी कार्य छोटा नहीं होता, हमारा ध्येय बड़ा होना चाहिए, दुनिया में शांति और सद्भाव राम कथा के माध्यम से ही संभव है।
चम्पत राय ने कहा कि राज्य की रक्षा राजा कर सकता, सेना कर सकती है, परंतु परंपराओं की रक्षा संत करते हैं, जिस प्रकार सूखे हुए पेड़ की जड़ पेड़ को हरा नहीं कर सकती, ठीक उसी प्रकार संस्कृति और परंपरा समाप्त होने के पर राष्ट्र में नवचेतना का संचार नहीं हो सकता, ऐसे में देश, समाज अपने मूल से ही कट जाएगा। उन्होंने कहा कि हमें संकल्प के साथ श्रीराम कथा को सीखकर अपने जीवन में उतारने के साथ ही समाज को भी इससे सद्प्रेरणा प्राप्त हो, ऐसा प्रयास करना चाहिए। इस अवसर पर हरि कथा सत्संग के केंद्रीय पदाधिकारी डॉ सूर्य प्रकाश शर्मा, अनिलजी, उमाशंकर मिश्र, त्रिलोकी नाथ पांडेय, जिला प्रचारक परितोष, दिलेश्वर आदि उपस्थित थे।

हिन्दी या अंग्रेजी [भाषा बदलने के लिए प्रेस F12]