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Friday 24 July 2015 04:26:40 AM
जयपुर। भारत में खाद्य तेलों में जैतून के तेल की मांग स्वास्थ्य कारणों से बहुत तेजी से बढ़ रही है। भारत के अभिजात्य वर्ग में अभी तक जैतून के तेल की खपत ज्यादा है और इस साल भारत निर्मित जैतून का तेल भी यहां के खुदरा विक्रेताओं के पास पहुंच जाएगा। राजस्थान में जैतून के सात बड़े उद्यान हैं, जिनमें करीब 74,064 पेड़ हैं। इसके बूते इस साल के अंत में भारत निर्मित ऑलिव ऑयल भी खुदरा विक्रेताओं के पास मिलने लगेगा। इजरायल में नेगेव के मरुस्थल स्थित किबुत्ज में जैतून की खेती व्यावसायिक रूप से होती है।
राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने वर्ष 2006 में इजरायल का दौरा किया था और उन्होंने देखा कि वहां जैतून की खेती किस प्रकार होती है और इसकी कितनी मांग है। वसुंधरा राजे ने इजरायल से लौटने के बाद कुछ वैज्ञानिकों से सलाह ली और राजस्थान में बड़े स्तर पर जैतून की खेती का निर्णय लिया। आज राजस्थान में बड़े पैमाने पर जैतून है और इसी का परिणाम है कि भारत खुद का निर्मित जैतून का तेल बाजार में उतारने जा रहा है। भारत में तेल से बने पदार्थों के शौकीनों के दिल के खतरे कम करने में जैतून के तेल के इस्तेमाल को सबसे ज्यादा सुरक्षित और सबसे उपयोगी माना गया है।