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Wednesday 5 August 2015 04:12:45 AM
भोपाल/ नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मध्य प्रदेश में हरदा के निकट कामायनी एक्सप्रेस और जनता एक्सप्रेस के पटरी से उतर जाने की दुर्घटना में हुई जानमाल की हानि पर शोक व्यक्त किया है। प्रधानमंत्री ने कहा कि ये दो रेल दुर्घटनाएं बहुत तकलीफदेह हैं, जानमाल की भारी हानि से मुझे बहुत दुख हुआ है, मैं मृतकों के परिजनों के प्रति संवेदनाएं व्यक्त करता हूं और घायलों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना करता हूं। उन्होंने कहा कि प्राधिकारी हरसंभव सहायता कर रहे हैं, स्थिति पर बहुत नजदीकी नज़र रखी जा रही है और घटना के कारणों की जांच भी शुरू कर दी गई है।
ज्ञातव्य है कि मध्यप्रदेश के हरदा में मुंबई-वाराणसी कामायनी एक्सप्रेस के 6 डिब्बे, एवं पटना से मुंबई जा रही जनता एक्सप्रेस के 4 डिब्बे और इंजन पटरी से उतर गए। इस हादसे में अभी तक 31 लोगों के मारे जाने की ख़बर है। इसमें घायलों की संख्या अधिक है। रेल राज्यमंत्री मनोज सिन्हा ने कहा है कि यह प्राकृतिक आपदा है, इसके आगे हम सभी बेबस हैं। मध्य प्रदेश सरकार के प्रवक्ता अनुपम राजन ने बताया कि भोपाल से करीब 160 किलोमीटर दूर हरदा और खिरकिया स्टेशनों के बीच घटनास्थल है, मृतकों की संख्या बढ़ सकती है। रेल विभाग के अधिकारी ने बताया कि 250 से अधिक यात्रियों को बचाया जा चुका है।
पश्चिम मध्य रेलवे के जनसंपर्क अधिकारी पीयूष माथुर के अनुसार कल रात 11 बजे मुंबई से वाराणसी जा रही कामायनी एक्सप्रेस के सात डिब्बे और मुंबई-जबलपुर जनता एक्सप्रेस के तीन डिब्बे और इंजन पटरी से उतर गए। उन्होंने कहा कि हरदा के निकट खिरकिया और भिरंगी स्टेशनों के बीच की यह घटना है। मंडल वाणिज्य रेल प्रबंधक (डीसीआरएम) ब्रजेंद्र कुमार ने बताया कि तलाश एवं बचाव अभियान लगभग पूरा हो गया है। दुर्घटना राहत ट्रेन तत्काल घटनास्थल पर पहुंच गई थीं। यात्रियों को निकटवर्ती हरदा स्टेशन लाया गया। रेल मंत्रालय ने दोहरे ट्रेन हादसे की जांच के आदेश दे दिए हैं और मृतकों के परिजनों को दो-दो लाख रुपए, गंभीर रूप से घायलों को 50 हजार रुपए और मामूली रूप से घायलों को 25 हजार रुपए मुआवजा दिए जाने की घोषणा की गई है। रेल मंत्री सुरेश प्रभु ने कहा कि घायल यात्रियों का जीवन बचाने के लिए सभी संभव प्रयास किए जा रहे हैं।
रेलवे के प्रवक्ता अनिल सक्सेना ने बताया कि रेलवे सुरक्षा मध्य जोन के आयुक्त इन दुर्घटनाओं की जांच करेंगे। उन्होंने कहा कि प्रथम दृष्ट्या यह मामला अचानक आई बाढ़ के कारण ट्रेनों के पटरी से उतर जाने का लगता है, लेकिन असली वजह की पुष्टि जांच रिपोर्ट आ जाने के बाद ही की जा सकेगी। दुर्घटना से ठीक आठ मिनट पहले ही दो ट्रेनों ने इस खंड को पार किया था और इन ट्रेनों के चालकों को कोई समस्या दिखाई नहीं दी थी। मुंबई से आ रही दोनों ट्रेनों के 10 डिब्बे मध्यप्रदेश के हरदा में पटरी से उतर गए और ये उफनती माचक नदी में जा गिरे। इस ह्दयविदारक घटना पर रेलमंत्री सुरेश प्रभु, मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भी दुख व्यक्त किया है। उपराष्ट्रपति मोहम्मद हामिद अंसारी ने भी रेल दुर्घटना में मरने वालों के प्रति गहरा शोक व्यक्त किया है। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि परिजनों को खोने वाले शोकाकुल परिवारों को सभी संभव सहायता मिलेगी और दुर्घटना में घायल लोगों को बेहतर चिकित्सा सहायता उपलब्ध कराई जाएगी।