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Tuesday 17 November 2015 11:47:22 PM
श्रीनगर। जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा जिले में शहीद हुए कर्नल संतोष महादिक को रक्षामंत्री मनोहर पार्रिकर ने श्रद्धांजलि दी है। उन्होंने कहा कि हमें कर्नल संतोष महादिक जैसे युवा अधिकारियों पर गर्व है, जो आगे बढ़कर नेतृत्व करते हैं और राष्ट्र की रक्षा में अपने जीवन का बलिदान करने से भी नहीं झिझकते। जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा जिले के मनीगाह के जंगलों में तीन आतंकियों के एक ग्रुप से मुठभेड़ के दौरान अपने जवानों का नेतृत्व करते हुए कर्नल संतोष महादिक शहीद हो गए।
भारतीय सेना की उच्चतम परंपरा का निर्वहन करते हुए 41वीं राष्ट्रीय राइफल्स के कमांडिंग ऑफिसर कर्नल संतोष महादिक ने अपना सर्वोच्च बलिदान दिया। कर्नल महादिक एक वास्तविक सैनिक थे, जिन्होंने कई आतंकवाद रोधी ऑपरेशन सफलतापूर्वक चलाए। मूल रूप से स्पेशल फोर्सेज के अधिकारी कर्नल महादिक को कई सफल आतंकवाद रोधी अभियानों में वीरता और नेतृत्व के लिए सेना मेडल से भी नवाजा जा चुका है।
उत्तरी कमान के कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल डीएस हुड्डा ने इस बहादुर कमांडिंग ऑफिसर की मौत पर गहरा शोक व्यक्त किया है। उन्होंने कहा कि हम कर्नल संतोष महादिक जैसे अधिकारियों के प्रति कृतज्ञ हैं, जो मोर्चा संभालते हैं और आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में जान की कीमत चुकाने के लिए तैयार रहते हैं। कर्नल महादिक अपने पीछे पत्नी और ग्यारह तथा पांच साल के दो बच्चों को छोड़ गए हैं। सेना ने दुख की इस घड़ी में उनके परिवार को हरसंभव सहायता देने की प्रतिबद्धता जताई है।