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Friday 27 November 2015 02:26:56 PM
बरेली/ मेरठ। स्पेशल टास्क फोर्स उत्तर प्रदेश लखनऊ ने बताया है कि उसने 27 नवंबर को पाकिस्तानी नागरिक और पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई के एजेंट मौहम्मद ऐजाज उर्फ मौहम्मद कलाम को गिरफ्तार करने में सफलता प्राप्त की है। मौहम्मद ऐजाज उर्फ मौहम्मद कलाम पुत्र मौहम्मद इश्हाक, तरामडी चौक, इरफानाबाद, इस्लामाबाद पाकिस्तान का निवासी है और यहां वह 457-दीवान खाना, शाहाबाद, बरेली के पते से गिरफ्तार किया गया है। एसटीफ ने ऐजाज की गिरफ्तारी को अपनी महत्वपूर्ण सफलता के रूप में दर्ज़ किया है। एसटीएफ ने बताया कि वह भारतीय सेना की जासूसी कर उसकी महत्वपूर्ण सूचनाएं पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई को उपलब्ध कराता था।
मौहम्मद ऐजाज के पास से भारतीय सेना से संबंधित गोपनीय दस्तावेज़, सैंट्रल बैंक ऑफ इण्डिया का एक एटीएम कार्ड, उसके नादरा कार्ड (पाकिस्तानी पहचान पत्र) की फोटो कॉपी, सैमसंग का एक मोबाइल, टाटा डोकोमो का सिम कार्ड, तोशिबा कंपनी का एक लैपटॉप, 16 जीबी की एक पैन ड्राइव, पश्चिमी बंगाल में बने फर्जी वोटर आईडी कार्ड की फोटो कॉपी, बरेली के पते पर बना फर्जी आधार कार्ड, दिल्ली मैट्रो का ट्रेवलर कार्ड, भारतीय 463 रुपए, नेपाल का 10 रुपए का नोट और एक 50 का सिक्का एवं सऊदी रियाल बरामद किया गया है। एसटीएफ ने बताया कि उसको विभिन्न माध्यमों से सूचनाएं प्राप्त हो रहीं थीं कि आईएसआई ने भारतीय सेना की सभी प्रकार की गुप्त सूचनाओं और गतिविधियों की सूचना एकत्र कर उन्हें भेजने के उद्देश्य से एक पाकिस्तानी नागरिक को बांग्लादेश के रास्ते से भारत में पश्चिमी उत्तर प्रदेश में भेजा हुआ है।
एसटीएफ यूपी के पुलिस महानिरीक्षक ने इन सूचनाओं की संवेदनशीलता एवं राष्ट्रीय हित को दृष्टिगत रखते हुए वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक एसटीएफ लखनऊ अमित पाठक को निर्देशित किया, जिन्होंने अपर पुलिस अधीक्षक शैलेंद्र कुमार श्रीवास्तव एवं पुलिस उपाधीक्षक अनिल कुमार एसटीएफ फील्ड यूनिट मेरठ को यह जिम्मेदारी सौंपी। मुखबिर एवं सर्विलांस से जानकारी मिली कि एक पाकिस्तानी एजेंट मेरठ कैण्ट में सेना की विभिन्न इकाईयों के गोपनीय दस्तावेज़ प्राप्त करने आज मेरठ आया हुआ है, जिन्हें वह दिल्ली ले जायेगा। इस सूचना पर एसटीएफ ने त्वरित कार्रवाई करते हुए उसे गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ पर उसने बताया कि वह मूलतः पाकिस्तान में इस्लामाबाद का निवासी है। उसके पिता पाकिस्तान एग्रीकल्चरल रिसर्च सैन्टर इस्लामाबाद में ड्राईवर थे, जो वर्ष-2004 में मर गए। उसने बताया कि उसके परिवार में फोटोग्राफी/ वीडियोग्राफी प्रोसेसिंग का कार्य होता है, जिसमें वह स्वयं भी दक्ष है। वर्ष-2012 में वह आईएसआई अधिकारियों के सम्पर्क में आया, जिन्होंने उसे गहन प्रशिक्षण देकर भारत जाने के लिए तैयार किया।
पाकिस्तानी मौहम्मद ऐजाज ने एसटीएफ को बताया कि भारत में उसे पश्चिमी उत्तर प्रदेश व उत्तराखंड में विभिन्न सैन्य इकाईयों से सम्बंधित गुप्त सूचनाएं, दस्तावेज़, सेना की गतिविधियों की सूचनाएं आईएसआई के अधिकारियों को भेजने का टास्क दिया गया। इस उद्देश्य से 31 जनवरी 2013 को उसे मौहम्मद कलाम के नाम पर बने पाकिस्तानी पासपोर्ट पर कराची से ढाका भेजा गया, जहां पर प्रोबीन नाम के व्यक्ति ने उससे पासपोर्ट व अन्य पहचान संबंधी दस्तावेज ले लिए। कुछ दिन बाद प्रोबीन उसे नदी के रास्ते भारत-बांग्लादेश सीमा पार करा कर 9 फरवरी 2013 को मौहम्मद इरशाद निवासी मटिया बुर्ज, साउथ 24 परगना, पश्चिमी बंगाल के घर छोड़ गया। मौहम्मद इरशाद व उसके लड़के अश्फाक ने अपने एक रिश्तेदार जहांगीर निवासी कसाईबाड़ा, कोलकाता के माध्यम से उसके भारतीय पहचान के सभी फर्जी दस्तावेज तैयार कराए। वहां पर रहते हुए उसने किसी रईस नाम के व्यक्ति के साथ फोटोग्राफी/वीडियोग्राफी का काम किया।
एसटीएफ को मौहम्मद ऐजाज ने दी जानकारी के अनुसार रईस ने उसकी मुलाकात अजीमाबाद, जनपद आरा, बिहार निवासी आसमा पुत्री शमशेर से कराई तथा अक्टूबर-2014 में दोनों का निकाह करा दिया गया। वह लगभग दो माह आरा बिहार में रहा तथा दिसम्बर-2014 में अपने मिशन के अनुसार बरेली आ गया। बरेली में वह अपनी पहचान छिपाकर मौहम्मद कलाम निवासी बिहार बनकर विभिन्न फोटोग्राफी वीडियोग्राफी करने वालों के साथ फ्रीलांस काम करने लगा। इसी दौरान उसने किसी दलाल के माध्यम से मौहम्मद कलाम के नाम व शाहबाद, बरेली के पते पर फर्जी तरीके से भारतीय पहचान वाला आधार कार्ड बनवा लिया। बरेली में रहते हुए उसने यमुना एक्सप्रेसवे पर मिराज की इमरजेंसी लैडिंग सम्बंधी वीडियो, बरेली कैंट में स्थित विभिन्न इकाईयों से सम्बंधित जानकारी, बरेली एयरबेस व सुखोई-30 फाईटर जैट से सम्बंधित जानकारी, रायवाला (हरिद्वार) कैंट से किसी सैन्य इकाई के मूवमेंट की जानकारी व पिथौरागढ़ स्थित माउंटेन ब्रिगेड से सम्बंधित जानकारी पाकिस्तान के आईएसआई अधिकारी को उपलब्ध कराई।
मौहम्मद ऐजाज ने यह भी बताया कि उसको अब तक पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई से इन गतिविधियों को चलाने के लिए विभिन्न समय पर कुल 5.8 लाख रुपए का भुगतान मिल चुका है, साथ ही पाकिस्तान में उसके परिवार को प्रतिमाह 50 हजार रूपये का भुगतान किया जा रहा है। उसके विरुद्ध थाना सदर बाजार जनपद मेरठ में अभियोग पंजीकृत कराकर वैधानिक कार्रवाई की जा रही है। इस सम्बंध में अभिसूचना विभाग के अधिकारियों व आतंकवाद निरोधक दस्ते (एटीएस) को भी सूचित किया गया है, जो मौहम्मद ऐजाज से विस्तृत पूछताछ कर रहे हैं।