स्वतंत्र आवाज़
word map

ताप्ती-पूर्णा अभियान पूजा-अर्चना के साथ शुरू

स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम

Sunday 03 February 2013 04:57:42 AM

maa purna pooja

बैतूल, मध्यप्रदेशः महाराष्ट्र से लगे मध्यप्रदेश के सीमावर्ती जिलों से बने ताप्ती एवं पूर्णांचल में नर्मदा समग्र अभियान की तर्ज पर ताप्ती पूर्णा समग्र अभियान का श्रीगणेश, भैसदेही में माँ पूर्णा के जन्मस्थान काशी तालाब स्थित पूर्णा मंदिर से किया गया। दोनों अभियानों में फर्क सिर्फ इतना रहेगा कि यह बिना किसी सरकारी, देशी-विदेशी चंदे तथा किसी बड़ी नामचीन हस्ती के संरक्षरण के बिना ही संपादित होगा। उल्लेखनीय है कि यहां सासंद अनिल दवे के एनजीओं के रूप में नर्मदा समग्र अभियान चल रहा है, जिससे प्रदेश के मुख्यमंत्री से लेकर अन्य भाजपाई तथा भगवा संगठन जुड़े हुए हैं।
बैतूल जिले की मुलताई, बैतूल और भैसदेही तहसील में चलने वाले इस अभियान में दोनों नदियों के प्रभाव एवं बहाव क्षेत्र में इस कार्य को ताप्ती-पूर्णा समग्र अभियान की स्थानीय इकाई संपादित करेगी। मुख्यमंत्री के भैसदेही तहसील में आने के ठीक दस दिन पूर्व शुरू हुए इस अभियान के लिए माँ सूर्यपुत्री ताप्ती जागृति समिति मध्यप्रदेश के बैनर तले पूरी कार्य योजना को लेकर पहुंचे समिति के प्रदेश अध्यक्ष रामकिशोर पंवार एवं पूर्णांचल के प्रमुख पंडित श्याम नारायण तिवारी ने पूर्णा मंदिर में पूजा अर्चना कर माँ पूर्णा का आह्वान किया कि वह इस अभियान को जन-जन तक पहुंचाने में सहभागी बने।
इस अवसर पर पूर्णा समग्र अभियान ग्राम पोहर के प्रमुख बाबूराव गीद, पूर्णा मंदिर के पंडित सग्नया यादव, माँ पूर्णा के भक्त एवं पूर्णा अभियान के प्रचारक गेंदाराव दहीकर, कौड़ीढाना ग्राम पंचायत प्रमुख दिनेश महाले सहित एक दर्जन से अधिक ग्रामीणों ने अभियान के श्रीगणेश कार्यक्रम में भाग लिया। अभियान के तहत आदिवासी बाहुल्य बैतूल जिले में भैसदेही तहसील के प्राचीन नगर पुष्पकरणी (पोखरणी) से निकलने वाली चंद्रपुत्री माँ पूर्णा के जल को रोकने के लिए चलाए गए पूर्णा नदी पुर्नजीवन अभियान को गति मिल सकेगी। प्रतिदिन नदी के दोनों किनारों पर स्थित गांवो में सुबह शाम महा आरती, बोरीबंधान, जल कटाव, जल प्रदूषण की रोकथाम के लिए लोगों में जागरूकता, नदियों के मान-सम्मान के प्रति लोगों को प्रेरित करना प्रमुख कार्य रहेगा। पूर्णांचल में भैसदेही विकासखंड की तेरह ग्राम पंचायतों के 22 ग्रामों चिचोलीढाना, काटोल, बरहापुर, नवापुर, पोहर, धामनगांव, पिपरिया, चिल्कापुर, रामाघाटी, कौडी, पलासपानी, सिवनी, भिंकुड सहित अन्य गांवो में प्रथम चरण में ताप्ती-पूर्णा समग्र अभियान से लोगों को जोड़ने के लिए ग्राम स्तर पर ग्राम प्रमुख की नियुक्ति की जाएगी। ग्राम प्रमुख के साथ पूरे गांव के उन लोगों को जोड़ने का प्रयास किया जाएगा, जो कि निःस्वार्थ होकर माँ पूर्णा के लिए कार्य करेगें।
उल्लेखनीय है कि पूर्णा नदी के पुर्नजीवन के लिए केंद्र सरकार एवं राज्य सरकार के अनुदान से 64 करोड़ की योजना का शुभारंभ मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने पिछले वर्ष बैतूल जिले के प्रवास के समय किया था, लेकिन इस योजना में फैले भ्रष्ट्राचार ने पूर्णा पुर्नजीवन को ही असमय काल के गाल का निवाला बना दिया। पूर्णांचल प्रमुख पंडित श्याम नारायण तिवारी के अनुसार अपने परिश्रम से क्षेत्रवासी इस समग्र अभियान के तहत बिना किसी सरकारी मदद के एवं राजनैतिक दलों की महत्वाकांक्षा से हट कर काम करेंगे। इसी तरह मुलताई से रहटिया तक ताप्ती नदी के दोनों छोरों पर बसे गांवो के लोगों को ताप्ती समग्र अभियान से जोड़ा जा रहा है। दोनों ही नदियों के समग्र अभियान का केंद्र बिंदु शिवधाम बारहलिंग को बनाया जाएगा।

हिन्दी या अंग्रेजी [भाषा बदलने के लिए प्रेस F12]