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Sunday 03 February 2013 05:00:50 AM
बैतूल। मध्यप्रदेश के ताप्तींचल में बसे आदिवासी बाहुल्य बैतूल जिले में जल संसाधन विभाग के कोसमी जलाशय में एक भू-माफिया ने डूब की जमीन पर कब्जा कर लिया है और उस पर प्लॉट काटकर बेचने भी शरू कर दिए हैं। जलसंसाधन विभाग को जब इसकी ख़बर लगी, तो उसके होश ही उड़ गए। शनिवार को अधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर नपाई की तो करीब 25 हजार वर्गफुट पर कब्जा किया जाना सामने आया है। मौके पर ही पुलिस को भी तलब किया।
कोसमी जलाशय क्षेत्र से लगे खसरा क्रमांक 66 के एक हिस्से में जल संसाधन विभाग का डूब का क्षेत्र आता है। बांध निर्माण के दौरान विभाग ने यह जमीन अधिग्रहित की थी। भू-माफिया ने जिसका खसरा क्रमांक 66 में रकबा मौजूद है, अपने रकबे को आगे बढ़ाते हुए जल संसाधन विभाग की डूब की जमीन में भी कब्जा कर लिया और वहां पोल गाड़कर प्लॉट काट दिए। एक अनुमान के मुताबिक लगभग 25 हजार वर्गफुट जमीन में यह कब्जा कर प्लॉट काटे गए हैं। मौके पर पहुंचकर अधिकारियों ने विभागीय नक्शे से जमीनी हिस्से का मिलान किया, जिसमें खसरा नंबर 66 में डूब की जमीन को तहस नहस कर विरूपित करना पाया गया।
जल संसाधन विभाग के एसडीओ आरएन यादव ने बताया कि इस प्रकार शासकीय संपत्ति को तहस-नहस कर कब्जा करने पर पांच साल तक की सजा और जुर्माने का प्रावधान है। आदिवासी किसान ने फसल बर्बाद किए जाने तथा उसकी झोंपड़ी तोड़े जाने की शिकायत की थी, जिसकी जांच के उपरांत ही मामला दर्ज हो सकता है। इधर एनके टेकाम, कार्यपालन मंत्री जल संसाधन विभाग का भी कहना है कि कोसमी जलाशय में डूब की जमीन पर भू-माफिया ने कब्जा किया है। मौके पर पहुंचकर जमीन की नपाई कराई गई है, जिसमें 25 हजार वर्गफुट जमीन पर कब्जा होना पाया गया है।