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Wednesday 2 November 2016 02:09:50 AM
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के राज्यपाल राम नाईक ने आचार्य नरेंद्रदेव एवं लौहपुरूष सरदार वल्लभभाई पटेल की जयंती और पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की पुण्यतिथि पर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। राज्यपाल ने गोमती तट पर आचार्य नरेंद्रदेव की समाधि पर जाकर पुष्प अर्पित किए तथा जीपीओ पर सरदार वल्लभभाई पटेल की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि अर्पित की। राज्यपाल ने कहा कि आचार्य नरेंद्रदेव शिक्षाशास्त्री थे और मूलतः शिक्षक थे, शिक्षा से उनका गहरा जुड़ाव था, वे लखनऊ विश्वविद्यालय एवं बनारस हिंदू विश्वविद्यालय के कुलपति भी रहे। उन्होंने कहा कि आचार्य नरेंद्रदेव ने शिक्षा एवं राजनीति के क्षेत्र में अपने कार्य की अमिट छाप छोड़ी, देश की शिक्षा को उन्होंने विशेष दिशा दी, कुलपति रहते हुए मिलने वाले मानदेय को वे गरीब विद्यार्थियों की शिक्षा एवं भोजन के लिए दे दिया करते थे। वे समाजवादी आंदोलन के मूर्धन्य विचारक और समाजवादी विचारों के अधिष्ठाता थे।
राज्यपाल राम नाईक ने कहा कि सरदार पटेल ने आजादी में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी, देश को एकता के सूत्र में पिरोने में उनकी बड़ी भूमिका रही है। सरदार पटेल ने छोटी-छोटी रियासतों को एक करके भारत में विलीन करने का महत्वपूर्ण कार्य किया, उन्होंने हैदराबाद रियासत का भी भारत में विलय कराया, आजादी से पहले उन्होंने किसानों का नेतृत्व किया था, जिसके कारण महात्मा गांधी ने उन्हें सरदार की पदवी दी। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का निर्णय कि सरदार वल्लभभाई पटेल का जन्मदिवस राष्ट्रीय एकता दिवस के रूप में मनाया जाए, स्वागत योग्य है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सरहद पर तैनात सैनिकों का अभिनंदन करने व उनका मनोबल बढ़ाने के लिए उनके साथ दीपावली का त्यौहार मनाया है, देश की सेना ने भारत के पराक्रम को दिखा दिया है। उन्होंने कहा कि हमें ऐसे महापुरूषों से सीखने की जरूरत है।
राज्यपाल ने इंदिरा गांधी का स्मरण करते हुए कहा कि उन्होंने लंबे समय तक देश का नेतृत्व किया, पाकिस्तान से युद्ध के दौरान उन्होंने नीतिगत निर्णय करके उसे पराजित किया जिसके परिणामस्वरूप पाकिस्तान के दो टुकड़े हो गये। उन्होंने कहा कि आचार्य नरेंद्रदेव, सरदार वल्लभभाई पटेल एवं इंदिरा गांधी ने जिस देशभक्ति का रास्ता दिखाया उस पर चलने का संकल्प करें और उन्हें अपने व्यवहार में लाएं। राज्यपाल ने राष्ट्रीय एकता दिवस पर शपथ भी दिलाई। इस अवसर पर समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री रहे मुलायम सिंह यादव, उदय खत्री, पूर्व मेयर दाऊजी गुप्ता, सुधीर हलवासिया और गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।