स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम
Wednesday 28 December 2016 11:36:20 PM
भुवनेश्वर। लंबी दूरी की सतह से सतह तक मार करने वाली बैलिस्टिक मिसाइल अग्नि-5 का डीआरडीओ ओडिशा के डॉ अब्दुल कलाम द्वीप से सफल परीक्षण किया गया। अग्नि-5 मिसाइल की परीक्षण क्षमता ने देश की स्वदेशी मिसाइल क्षमताओं की प्रतिरोधक क्षमता का स्तर बढ़ा दिया है। सभी रडार, ट्रैकिंग सिस्टम और रेंज स्टेशनों ने इसकी उड़ान प्रदर्शन पर नज़र रखते हुए मिशन के सभी उद्देश्यों को सफलतापूर्वक हासिल किया। यह अग्नि-5 मिसाइल का चौथा परीक्षण था और रोड मोबाइल लांचर पर एक कैनिस्टर से यह दूसरा परीक्षण था, सभी चार मिशन सफल रहे हैं।
राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, रक्षामंत्री मनोहर पर्रिकर ने रक्षा अनुसंधान विकास संगठन को इस सफल परीक्षण पर बधाई दी है। उन्होंने कहा है कि अग्नि-5 मिसाइल से भारत की सामरिक क्षमता बढ़ेगी। प्रणब मुखर्जी ने रक्षा अनुसंधान एवं विकास विभाग के सचिव तथा महानिदेशक डीआरडीओ डॉ एस क्रिस्टोफर को भेजे संदेश में कहा है कि मैं तहेदिल से अग्नि-5 से जुड़े सभी लोगों को इसके सफल परीक्षण पर हार्दिक बधाई देता हूं। उन्होंने कहा कि मुझे यह जानकर बहुत खुशी हुई है कि इस संस्करण में कई नई प्रौद्योगिकियों का इस्तेमाल किया गया है, यह परीक्षण हमारी उन्नत क्षमताओं को दर्शाता है।
राष्ट्रपति ने कहा कि मैं इस टीम के हरेक सदस्य यानि वैज्ञानिकों, इंजीनियरों तथा और अन्य सभी को भी इस प्रयास में शामिल होने के लिए अपनी शुभकामनाएं देता हूं, हमारा राष्ट्र उनकी कड़ी मेहनत के लिए आभारी है और हमें उनकी उपलब्धियों पर गर्व है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अग्नि-5 के सफल परीक्षण के लिए डीआरडीओ को बधाई देते हुए कहा कि यह डीआरडीओ और उसके वैज्ञानिकों की कड़ी मेहनत का नतीजा है, जिस पर प्रत्येक भारतीय को गर्व है। उन्होंने कहा कि इससे भारत की सामरिक रक्षा क्षमता में शानदार बढ़ोत्तरी हुई है। रक्षामंत्री मनोहर पर्रिकर ने भी अग्नि-5 के सफल परीक्षण के लिए डीआरडीओ को बधाई दी।