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Sunday 8 January 2017 12:01:11 AM
प्रतापगढ़/ लखनऊ। स्पेशल टास्क फोर्स उत्तर प्रदेश ने दावा किया है कि उसको अंतर्राज्यीय असलहा तस्कर गैंग के 3 सदस्यों को जनपद प्रतापगढ़ में गिरफ्तार करके उनसे बड़ी संख्या में अवैध शस्त्र बरामद करते हुए दो व्यक्तियों की हत्या की वारदात को विफल करने में उल्लेखनीय सफलता प्राप्त की है। गिरफ्तार आरोपी हैं-अजहुल कमर खान पुत्र मोहम्मद ईशा खान निवासी ज़फरपुर कंधई हनुमानगंज थाना कंधई जनपद प्रतापगढ़। मोहम्मद इकरार खॉ पुत्र हसन अली निवासी चांदपुर पोस्ट राजगढ़ थाना कोतवाली नगर जनपद प्रतापगढ़ और निरंजन राम पुत्र अर्जुन राम निवासी कस्बा थाना कासिम बाजार जिला मुंगेर बिहार।
एसटीएफ के अनुसार अवैध शस्त्र बरामदगी में इनके पास से 3 अदद पिस्टल .32 बोर, 3 अदद सीएमपी, .315 बोर, 4 कारतूस .32बोर, 5 कारतूस .315 बोर, 2 आधार कार्ड, 2 पेन कार्ड, 2 मतदाता पहचान पत्र, 1 रेलवे टिकट जमालपुर जंक्शन से प्रतापगढ़ तक, 1 मोटर साइकिल अपाचे और 590 रुपए नगद बरामद हुए हैं। एसटीएफ लखनऊ का कहना है कि उसको काफी दिन से पूर्वी उत्तर प्रदेश के जनपदों में असलहा तस्कर गिरोह के सक्रिय होने की सूचनाएं प्राप्त हो रही थीं, इस संबंध में उत्तर प्रदेश एसटीएफ लखनऊ के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अमित पाठक ने एसटीएफ की सभी इकाईयों, टीमों को अभिसूचना संकलन एवं कार्रवाई हेतु निर्देशित किया था, जिसके अनुपालन में अपर पुलिस अधीक्षक डॉ अरविंद चतुर्वेदी के निर्देशन में पुलिस उपाधीक्षक प्रवीन सिंह चौहान के नेतृत्व वाली एसटीएफ फील्ड इकाई इलाहाबाद ने अभिसूचनाएं संकलन का कार्य निरीक्षक अजय कुमार सिंह को सौंपा जिनकी टीम 7 जनवरी 2017 को अभिसूचना संकलन हेतु प्रतापगढ़ में भ्रमणशील थी।
एसटीएफ के प्रवक्ता ने बताया कि इसी दौरान टीम को विश्वसनीय स्रोत के माध्यम से सूचना प्राप्त हुई कि अवैध असलहों की तस्करी करने वाले गैंग के कुछ सदस्य मांधाता मोड़ से रेलवे क्रासिंग की ओर जाने वाले रास्ते पर आने वाले हैं। इस सूचना को विकसित कर एसटीएफ टीम ने थाना मांधाता पुलिस के सहयोग से मांधाता मोड़ के आगे रेलवे क्रासिंग के पास अपनी उपस्थिति को छिपाते हुए घेराबंदी की, कुछ देर बाद मुखबिर के बताए अनुसार मांधाता मोड़ की ओर से एक मोटर साइकिल पर दो संदिग्ध व्यक्ति रेलवे क्रॉसिंग की ओर आते दिखाई दिए, जिन्हें रुकने का इशारा करने पर वे भागने का प्रयास करने लगे, इस पर संयुक्त टीम ने आवश्यक बल प्रयोग करते हुए तीनों अभियुक्तों को गिरफ्तार कर लिया, जिनसे बड़ी संख्या में अवैध शस्त्रों की बरामदगी हुई।
पूछताछ पर गिरफ्तार निरंजन राम ने बताया कि वह पिछले 7-8 वर्ष से अवैध असलहों की तस्करी का धंधा कर रहा है। ये अस्लाह वह बिहार के मुंगेर क्षेत्र से लाता है, पंद्रह हजार रुपए में .32 बोर की पिस्टल लाकर 20 से 25 हजार रुपए तक तथा .315 बोर की सीएमपी चार हजार रुपए में लाकर 8 से 10 हजार रुपए तक जनपद प्रतापगढ़, इलाहाबाद, बाराबंकी, फतेहपुर, अमेठी, सुलतानपुर, जौनपुर व अन्य जनपदों में अपराधिक प्रवृत्ति के व्यक्तियों को बेच देता है। वह प्रतिमाह दो-तीन बार अस्लाह लाता है और एक बार में 5-10 की संख्या में अवैध असलहे लाकर बेच देता है। अब तक वह 200-300 अवैध असलहे लाकर आसपास के जनपदों में बेच चुका है। चार माह पूर्व जेल से हलीम के द्वारा फोन करने पर उसने 4 पिस्टल लाकर जावेद निवासी मघईपुर को दी थी।इस बार बरामद अस्लाह वह राजा उर्फ गुंजन निवासी बेलन बाजार थाना कासिम बाज जिला मुंगेर बिहार से लेकर आया था, जिन्हें हाफिज के कहने पर ननकू प्रधान निवासी ग्राम चांदपुर प्रतापगढ़ के यहां पहुंचाना था।
गिरफ्तार आरोपी इकरार खान ने पूछताछ पर बताया कि आशीष सिंह उर्फ काका उर्फ फौजी उसके गांव के पास का रहने वाला है, उसने अपने साथी विकास और सतीश के साथ मिलकर वर्ष 2014 में उसके भाई साबिर उर्फ ननकू पूर्व प्रधान चांदपुर को कई गोली मारी थीं, जिसके संबंध में थाना मांधाता प्रतापगढ़ में धारा 307 में अभियोग पंजीकृत है। अब पुन: वही लोग रणजीत सिंह के साथ मिलकर उसके भाई साबिर उर्फ ननकू की हत्या करना चाहते थे, इसी उद्देश्य से इन असलहों को हाफिज के माध्यम से आशीष सिंह उर्फ काका व रणजीत सिंह को मारने के लिए मुंगेर बिहार से मंगवाया गया था। गिरफ्तार आरोपियों को थाना मांधाता जनपद प्रतापगढ़ के सुपुर्द कर उनके विरुद्ध संबंधित धाराओं में मुकद्मा पंजीकृत कराया गया है। अग्रिम विधिक कार्रवाई स्थानीय पुलिस कर रही है।