स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम
Friday 20 January 2017 05:34:27 AM
अहमदाबाद। भारत सरकार करघों की खरीद के लिए तंगलिया बुनकरों को सहायता प्रदान करेगी, इसके अंतर्गत करघों की कुल कीमत की 90 प्रतिशत राशि सरकार सहायता के रूप में देगी। कपड़ा मंत्री स्मृति जुबीन इरानी ने गुजरात के सुरेंद्रनगर जिले में तंगलिया बुनकरों के साथ बातचीत करते हुए यह घोषणा की। बुनकरों की बातें सुनने के बाद स्मृति जुबिन इरानी ने यह घोषणा भी की कि तंगलिया बुनकरों का एक विशेष संघ बनाया जाएगा, जो उनके हित के लिए काम करेगा। तंगलिया कढ़ाई की प्रशंसा करते हुए उन्होंने कहा कि बुनकरों की सामग्री को बेचने के लिए अंतर्राष्ट्रीय मंच बनाए जाने की जरूरत है।
स्मृति ज़ुबिन इरानी ने जिला प्रशासन से आग्रह किया कि इस संबंध में उचित व्यवस्था की जाए। उन्होंने फैशन डिजाइनरों से अपील की कि वे अपने वस्त्रों में तंगलिया कला का इस्तेमाल करें। उन्होंने बुनकरों से कहा कि वे प्रधानमंत्री मुद्रा योजना का लाभ उठाएं। स्मृति इरानी ने अहमदाबाद वस्त्र उद्योग अनुसंधान संघ का भी दौरा किया, जहां उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि वे छोटे और मझौले उद्योगों के लाभ के लिए योजना तैयार करें और योजना का लाभ उठाएं। तंगलिया गुजरात के 700 वर्ष पुराने मूल बुनकर हैं, जिनकी विशिष्ट तकनीक है, जिसमें वे कच्चे ऊन के रेशों का इस्तेमाल करते हैं।