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Wednesday 29 March 2017 04:33:22 PM
बिजनौर। नजीबाबाद थाना पुलिस और वहां की अपराध शाखा की संयुक्त टीम ने अवैध शस्त्रों सहित चार खतरनाक डकैत और पेशेवर पशु चोर गिरफ्तार किए हैं, जो पशुओं को चुराकर या बलपूर्वक खोलकर उन्हें सीमावर्ती जनपदों में सक्रिय पशु बधशालाओं में कटवा दिया करते थे। पुलिस अधीक्षक बिजनौर अजय कुमार साहनी ने मीडिया को बताया कि यह एक बड़ा खतरनाक गैंग है, जिसका आपराधिक जाल बिजनौर जनपद के साथ-साथ सीमावर्ती जिलों में भी फैला है, जिसके बारे में पुलिस पड़ताल कर रही है। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि इनसे पूछताछ में खुलासा हुआ कि इस गैंग का सरगना नगीने का वसीम छींछी है, जो लूट, डकैती और हत्याओं के आरोप में कई बार जेल जा चुका है। उन्होंने माना कि इन्हें शक्तिशाली लोगों का संरक्षण प्राप्त है, जिससे गैंग की आपराधिक प्रवृति खौफनाक और दुस्साहसी है। छींछी गैंग को बेनकाब करने और उसके सदस्यों को पकड़ने पर पुलिस अधीक्षक ने पुलिस टीम के उत्साहवर्धन हेतु पुलिस पार्टी को 5,000 हज़ार रुपए नकद पारितोषिक प्रदान करने की घोषणा की है।
पुलिस अधीक्षक अजय कुमार साहनी ने बताया कि नजीबाबाद थानांतर्गत गांव मुर्सदपुर के सगीर अहमद पुत्र अब्दुल सफूर ने 16 मार्च 2017 को थाना नजीबाबाद पर मुकद्मा अपराध संख्या 205/17 पंजीकृत कराया था, कि अज्ञात डकैत उसे तमंचों के बल पर बंधक बनाकर उसकी 4 भैंस, मोटर साईकिल प्लेटिना नंबर-यूपी 20 एक्स 8422, मोबाइल फोन और 3 टायर ले गए हैं। डकैती की इस घटना के शीघ्र अनावरण हेतु उन्होंने क्षेत्राधिकारी नजीबाबाद रामानंद कुशवाह के निर्देशन में थाना नजीबाबाद पुलिस और वहां की अपराध शाखा को निर्देशित किया था। उन्होंने बताया कि पुलिस टीम को इस डकैती की घटना की सुरागरसी के पश्चात उल्लेखनीय सफलता मिली, जब 28 मार्च को नजीबाबाद क्षेत्रांर्तगत गढ़मलपुर गांव के पास पुलिस से मुठभेड़ में अवैध शस्त्रों, कारतूसों, लूटी गई मोटरसाईकिल, मोबाइल फोन एवं भैंसों के गले की घंटियां कंठी सहित इस डकैती से जुड़े खतरनाक अपराधियों को गिरफ्तार किया गया। इनका नाम और पता है-कासिम पुत्र अनीस कुरैशी निवासी ग्राम हुसैनपुर थाना किरतपुर। शमशाद उर्फ शाहरूख पुत्र जाकिर कुरैशी निवासी ग्राम मुंढाला थाना किरतपुर। मोहम्मद अहमद पुत्र इस्लामुद्दीन अंसारी निवासी ग्राम रावलहेड़ी थाना नगीना देहात और सत्तार पुत्र बुंदु कुरैशी निवासी ग्राम हुसैनपुर थाना किरतपुर जनपद बिजनौर।
अजय कुमार साहनी ने मीडिया को बताया कि वसीम छींछी गैंग के सदस्य कासिम और मोहम्मद अहमद भी डकैती और लूट की वारदातों में जेल जा चुके हैं, इनका चोरी लूट डकैती कर पशु ले जाने का मुख्य धंधा है। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि इनसे पता चला है कि इन्होंने ही ग्राम नांदकार से 2 रास भैंस और ग्राम खुशहालपुर मठैरी से 9 दिसंबर 2016 को 1 बैल चोरी किया था, चोरी के उपरांत इन्होंने इन पशुओं को निकटवर्ती जनपद अमरोहा, मुरादाबाद और हापुड़ ले जाकर कटवा दिया है। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि इनका एक साथी शमीम उर्फ काला पुत्र बाबू निवासी ग्राम मसीत थाना हीमपुरदीपा बिजनौर भी है, जिसको चांदपुर पुलिस इसी 22 मार्च को एक डकैती की वारदात में पकड़कर जेल भेज चुकी है। शमीम पर पिकअप गाड़ी भी है, जिसमें पशुओं को लादकर ले जाया जाता है, जो इस समय थाना चांदपुर पुलिस के कब्जे में है। सत्तार किरतपुर थाना क्षेत्र के एक अपराध में वांछित है, गैंग का सरगना वसीम छींछी और उसके सदस्य वसीम गलकट और शाजिद फरार हैं, जिनकी गिरफ्तारी हेतु पुलिस टीम का गठन किया गया है। इन सभी के विरुद्ध बिजनौर जनपद के विभिन्न थानों में गंभीर धाराओं में मुकद्में दर्ज हैं। ये सभी शातिर किस्म के अपराधी हैं, जिनके आपराधिक इतिहास की बाकी जानकारी आस-पास के जनपदों से भी की जा रही है।
गैंग और डकैती की वारदात का अनावरण करने वाली अपराध शाखा की टीम में उप निरीक्षक वीरेंद्र सिंह, उप निरीक्षक फतेह सिंह, उप निरीक्षक अनुराग चौधरी, सिपाही राधेश्याम, सिपाही आदित्य, सिपाही अरविंद कुमार, सिपाही अरविंद पंवार, सिपाही खालिद, सिपाही मनमोहन, सिपाही कमल गुंसाई, सिपाही दुष्यंत कुमार, मुख्य आरक्षी चालक किरनपाल सिंह थे, जबकि थाना नजीबाबाद पुलिस की टीम में प्रभारी निरीक्षक नजीबाबाद तेजेंद्र यादव, उप निरीक्षक सत्येंद्र भड़ाना, उप निरीक्षक सतीश कुमार, सिपाही अनिरुद्ध यादव, सिपाही रवींद्र कुमार और सिपाही सुनील कुमार शामिल थे।