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Thursday 6 April 2017 05:14:40 AM
मुंबई। भारतीय फिल्मों में लेखन और निर्देशन के क्षेत्र में लेखराज टंडन एक बड़ा नाम है, उन्होंने कई फिल्मों में अभिनय भी किया है। आज करीब 90 वर्ष की उम्र में भी उनका जोश कायम है और वे अपने दर्शकों के लिए इस बार एक खास फिल्म लेकर आ रहे हैं, जिसमें लेखन के साथ-साथ निर्देशन भी उनका ही है। इस फिल्म का विषय ज्वलंत है, जो आज मुस्लिम समुदाय में भारी उथल-पुथल पैदा कर रहा है यानी ट्रिपल तलाक। तीन तलाक पर फिल्म कंपलीट हो चुकी है, जिसका नाम है ‘फिर उसी मोड़ पर’। लंबे समय तक लेखराज टंडन के साथ जुड़े रहे फिल्म के को-राइटर और डायरेक्टर सुरेश सिंह विश्नोई ने बताया कि जब उन्होंने लेखराज टंडन से इस सब्जेक्ट पर चर्चा की, तो उन्होंने खुद ही इस विषय पर फिल्म डायरेक्ट करने की सहमति भी दे दी।
सुरेश सिंह विश्नोई ने कहा कि शायद ही ऐसा कोई निर्देशक होगा, जो 90 साल की उम्र में भी जोशीले तेवर के साथ एक ऐसी फिल्म बनाने की बात कह रहा हो, जो देश के ज्वलंत मुद्दे पर है और ऐसा उन्होंने कर दिखाया। उन्होंने बताया कि फिल्म कंपलीट है, जिसका नाम है ‘फिर उसी मोड़ पर’। सुरेश सिंह विश्नोई ने कहा कि यह फिल्म एक खास वर्ग नहीं, बल्कि उन सभी लोगों के लिए है, जो इस देश के नागरिक हैं, इस देश में सभी को समान अधिकार हासिल हैं, देश का संविधान सभी पर लागू पर होता है, चाहे वो किसी भी धर्म का हो, इसलिए यहां किसी खास समुदाय द्वारा अपना कानून स्थापित करने के कोई मायने ही नहीं हैं।
सुरेश सिंह विश्नोई ने बताया कि फिल्म की कहानी तीन तलाक से पीड़ित एक मुस्लिम महिला की है, जो तलाक के बाद संघर्ष के दौर से गुजरती है, तीन तलाक से उसके लिए हालात ऐसे बनते हैं कि अपने और अपनी बहू के लिए वह भारतीय संविधान के तहत इंसाफ मांगती है। क्या उसे इंसाफ मिल पाएगा? यह फिल्म देखने के बाद ही पता चलेगा, पर उल्लेखनीय बात यह है कि इस फिल्म को बनाने से पहले इसके कानूनी पहलुओं पर भी काफी विचार किया गया है। काफी शोध किया गया है, तब जाकर फिल्म बनाने का फैसला लिया गया। फिल्म में जीविधा आस्था, परमीत, शिखा, कंवलजीत, संजय शर्मा और कनिका बाजपेयी अहम भूमिका में हैं।