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Sunday 30 April 2017 04:32:55 AM
गोरखपुर। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जनपद गोरखपुर में विकास की 261 करोड़ 62 लाख रुपए की नई परियोजनाओं का शिलान्यास किया। यह कार्यक्रम दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय के परिसर में हुआ। मुख्यमंत्री ने जिन विकास परियोजनाओं का शिलान्यास किया, उनमें गोरखपुर विकास प्राधिकरण की लेकव्यू विस्तार आवासीय योजना के अंतर्गत तारामंडल के निकट बहुमंजिले भवन का निर्माण, रामगढ़ ताल परियोजना के अंतर्गत सर्किट हाउस के निकट पार्क का निर्माण, वीर बहादुर सिंह स्पोर्ट्स कालेज गोरखपुर में ड्रेनेज सिस्टम का निर्माण, चौधरी चरण सिंह निरीक्षण गृह गोरखपुर का जीर्णोद्धार, केंद्र सरकार की आईपीडीएस स्कीम को लागू करने के लिए विद्युत विभाग के पांच 33/11 केवी विद्युत उपकेंद्र का निर्माण कार्य तथा गोरखपुर में एलटी लाइन को अंडरग्राउंड केबिल में बदलने का कार्य भी शामिल है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ग़रीब एवं मेधावी छात्रों को आईएएस, पीसीएस एवं अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए कोचिंग सुविधा प्रदान किए जाने हेतु कोचिंग भवन, दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय में 100 क्षमता वाले महिला छात्रावास, रामगढ़ ताल परियोजना में 1000 क्षमता के बहुपयोगी प्रेक्षागृह एवं सांस्कृतिक केंद्र, परिवहन निगम के राप्तीनगर बस स्टेशन के पुर्ननिर्माण कार्य तथा नौसढ़ में सेटेलाइट बस स्टेशन के नवनिर्माण कार्य, पूर्वांचल के लोगों की आवागमन की समस्या के समाधान के लिए नंदानगर में रेलवे लाइन के नीचे फोरलेन अंडरपास के निर्माण कार्य एवं सर्किट हाउस परिसर में एनेक्सी भवन के निर्माण कार्य की भी आधारशिला रखी। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर कहा कि उनकी सरकार लोककल्याणकारी योजनाओं को समाज के अंतिम व्यक्ति तक पहुंचाएगी। उन्होंने दोहराया कि 15 जून तक प्रदेश की सभी सड़कों को गड्ढामुक्त कर दिया जाएगा, जिसमें किसी भी प्रकार की शिथिलता क्षम्य नहीं होगी।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के उत्तर प्रदेश जैसे विशाल प्रदेश के साथ-साथ पूरे देश के सर्वांगीण विकास के संकल्प को पूरा करना हमारा लक्ष्य है, इसे पूरा करने के लिए ही उत्तर प्रदेश की जनता ने भाजपा की सरकार बनाई है, इसलिए अब हम सबका दायित्व है कि मिलकर उत्तर प्रदेश को सर्वोत्तम प्रदेश बनाने के लिए कार्य करें। उन्होंने कहा कि पूर्ववर्ती सरकारों में उत्तर प्रदेश के मेधावी युवा राज्य छोड़कर दूसरे प्रदेशों में नौकरी की तलाश में जाते थे, लेकिन अब भाजपा सरकार नौजवानों के लिए ऐसी योजना एवं माहौल बनाने में लगी है, जिससे उन्हें दूसरे प्रदेशों में जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस समय जिला मुख्यालयों को 24 घंटे, तहसील मुख्यालयों में 20 घंटे तथा ग्रामीण क्षेत्रों में 18 घंटे विद्युत आपूर्ति हो रही है, सरकार का पूरा प्रयास है कि अगले साल से पूरे प्रदेश में सभी क्षेत्रों में 24 घंटे की विद्युत आपूर्ति शुरू हो जाए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्होंने आदेशित किया है कि शहरी क्षेत्रों में 24 घंटे के अंदर तथा ग्रामीण क्षेत्रों में 48 घंटे के अंदर खराब बिजली के ट्रांसफार्मर बदल दिए जाएं, लेकिन उसके लिए यह आवश्यक है कि प्रदेश में बिजली चोरी रोकी जाए, सभी लोग अपने बिजली के बिल का भुगतान करें। उन्होंने कहा कि सरकार ने गरीबों को निःशुल्क विद्युत कनेक्शन देने का निर्णय किया है। उन्होंने कहा कि हम प्रदेश में कानून व्यवस्था को भी सुदृढ़ करने का प्रयास कर रहे हैं, किसी भी व्यक्ति को कानून अपने हाथ में नहीं लेने दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि पूर्ववर्ती सरकारों में लचर कानून व्यवस्था के कारण औद्योगिक माहौल खराब हो गया था, उद्योगपति उद्योगों में निवेश करने से डर रहे थे, लेकिन उत्तर प्रदेश में अब उद्योगों में निवेश का माहौल बनने लगा है। उन्होंने कहा कि किसी भी दशा में किसान भाइयों का शोषण बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
योगी आदित्यनाथ ने स्वच्छ भारत अभियान की चर्चा करते हुए प्रदेश की जनता से अपील की कि वह इस अभियान से जुड़े और प्रदेश को एक स्वच्छ एवं स्वस्थ प्रदेश बनाने में अपना योगदान दे। उन्होंने ‘नमामि गंगे’ परियोजना की चर्चा करते हुए कहा कि गंगा नदी उत्तर प्रदेश में 1000 किलोमीटर लम्बाई में बहती है, जिसके किनारे दर्जनों शहर एवं 985 गांव बसे हैं, इसके अतिरिक्त अन्य महत्वपूर्ण नदियां भी उत्तर प्रदेश में बहती हैं, लेकिन इनमें लगातार बढ़ती गंदगी के कारण इनका पानी बेहद प्रदूषित होता जा रहा है। उन्होंने प्रदेश की जनता से यह भी अपील की कि वह इन नदियों को स्वच्छ रखे तथा भारतीय सनातन परम्परा का सम्मान करे। इस अवसर पर प्रदेश के समाज कल्याण मंत्री रमापति शास्त्री, राज्यमंत्री जय प्रकाश निषाद ने भी विचार व्यक्त किए। राज्यसभा सदस्य शिव प्रताप शुक्ल ने मुख्यमंत्री और अतिथियों का स्वागत किया। कार्यक्रम में सांसद, विधायक, जनप्रतिनिधि तथा वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे।