स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम
Sunday 30 April 2017 11:58:35 AM
गोरखपुर। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज जीडीए सभागार में मंडल की कानून-व्यवस्था की समीक्षा करते हुए पुलिस महानिरीक्षक एवं पुलिस अधीक्षकों को निर्देशित किया कि थाने की बागडोर उसे दी जाए, जो परिणाम दे, चाहे वह उपनिरीक्षक हो या निरीक्षक। उन्होंने कहा कि थानों पर परिश्रमी, निष्ठावान तथा समर्पण भाव से कार्य करने वाले पुलिसवालों को तैनात किया जाए और उन्हें ही तैनात किया जाए, जो कानून व्यवस्था पर नियंत्रण रख सकें। मुख्यमंत्री ने पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों से भी कहा कि वे भी प्रातः 9 से 11 बजे तक कार्यालय में बैठकर जनसमस्याएं सुनकर उनका निस्तारण सुनिश्चित करें और क्षेत्र में भ्रमण, पुलिस चौकियों तथा थानों का नियमित निरीक्षण करें।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि जिन थानों पर आगंतुकों के बैठने की व्यवस्था नहीं है, वहां जन सहयोग तथा विधायक निधि का उपयोग कर आगंतुक कक्ष का निर्माण करवाएं। मुख्यमंत्री ने कहा कि थाने पर पीड़ित के साथ सद्व्यवहार करें और उनकी समस्याओं और शिकायतों का गंभीरतापूर्वक निराकरण करें। कानून-व्यवस्था की बैठक में मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि ग़ुंडों, असामाजिक तत्वों और माफियाओं को चिन्हित करके उनके विरुद्ध कठोर कार्रवाई करें, जिसमें उनका जेल भेजना भी शामिल है। उन्होंने कहा कि सभी पुलिसकर्मी निडर होकर न्यायोचित कार्य करें और किसी के दबाव में न आएं।
योगी आदित्यनाथ ने यह भी कहा कि जनपद की प्रत्येक तहसील पर एक अग्निशमन केंद्र और मुख्यालयों पर न्यूनतम 3 अग्निशमन केंद्र बनाने के लिए शासन को शीघ्र प्रस्ताव भेजें। बैठक में एंटी रोमियो स्कवायड पर भी चर्चा हुई, जिस पर आईजी मोहित अग्रवाल ने सुझाव दिया कि लड़कियों के स्कूलों के गेट पर सीसीटीवी कैमरे होने चाहिएं। आईजी ने यह भी सुझाव दिया कि दीवारों पर यह सूचना कि ‘आप कैमरे की जद में हैं’ लिखी रहे, मुख्यमंत्री ने इस पर अपनी सहमति प्रदान की। बैठक में पुलिस महानिरीक्षक गोरखपुर परिक्षेत्र मोहित अग्रवाल और संबंधित पुलिस अधिकारी मौजूद थे।