स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम
Thursday 28 September 2017 06:17:36 AM
लखनऊ। मुंबई में लगभग 15 करोड़ रुपए की धोखाधड़ी के अपराध का मुकद्मा दर्ज होने के बाद उसमें वांछित नियाज अहमद को नवी मुंबई पुलिस और एसटीएफ उत्तर प्रदेश ने कल लखनऊ में गिरफ्तार किया है। मुंबई पुलिस ट्रांजिट रिमांड पर उसे अपने साथ ले गई है। एसटीएफ उत्तर प्रदेश ने बताया कि नियाज अहमद पुत्र कमालुददीन आजमगढ़ जिले के थाना बिलरियागंज के मोहल्ला कासिमपुर का मूल निवासी है और फिलहाल वह 11/15 विकासनगर आशियाना कॉलोनी लखनऊ में रह रहा था। उससे 2 मोबाइल फोन, ड्राईविंग लाईसेंस और एक लाख रूपये की नगदी बरामद की गई है। दूसरी तरफ इस मामले में आरोपित और उसके सहयोगियों का सोशल मीडिया पर कहना है कि उनका कोई भी कार्य गलत नहीं है और उससे बड़ी संख्या में लोग जुड़े हैं।
एसटीएफ लखनऊ ने बताया कि 8 अगस्त 2017 को थाना एपीएमसी नवी मुंबई में नियाज अहमद के विरुद्ध भादवि और 4,6 प्राइज चिट्स एंड मनी सर्कुलेशन स्कीम्स (बैनिंग) एक्ट-1978 व 66 डी आईटी एक्ट पंजीकृत कराया गया था, जिसमें उसपर 15 करोड रूपये की धोखाधड़ी करने का आरोप लगाया गया था। डिप्टी कमिश्नर क्राइम ब्रॉच नवी मुंबई ने इसकी गिरफ्तारी के लिए एसटीएफ उत्तर प्रदेश से सहयोग मांगा था। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक एसटीएफ अभिषेक सिंह ने सत्यसेन यादव पुलिस उपाधीक्षक को इसमें कार्रवाई हेतु निर्देशित किया था। नवी मुम्बई पुलिस एसटीएफ टीम से समन्वय स्थापित करते हुए 26 सितंबर को लखनऊ पहुंची और अभिसूचनाओं पर 27 सितंबर को नियाज अहमद को लखनऊ के थाना विकासनगर क्षेत्र में आशियाना कॉलोनी से गिरफ्तार कर लिया गया।
नवी मुंबई पुलिस और एसटीएफ ने मीडिया को बताया है कि गिरफ्तार नियाज अहमद ने पूछताछ पर उसे बताया कि माह नवंबर 2016 में उसने अपने साथी जयपुर निवासी तनवीर से एसटीजी मीडिया के नाम से एक सॉफ्टवेयर तैयार कराया था। इस साफ्टवेयर के माध्यम से एजूकेशनल पैकेज के रूप में 5750 रुपए से लेकर एक लाख 15 हजार रूपये तक का एक वर्ष के लिए पैकेज बेचा जा रहा था। पैकेज क्रय करने वाले व्यक्ति को प्रति क्लिक पर 5 रुपए कमीशन के रूप में दिया जाता था, अतिरिक्त मेंबर द्वारा किसी अन्य व्यक्ति को इस चेन में जोड़े जाने पर उसे 10 प्रतिशत कमीशन दिया जाता था। इस प्रकार इन लोगों ने सोशल साइट से 5000 लोगों को मेम्बर बनाकर लगभग 15 करोड़ रूपये की धनराशि अर्जित की थी।
नवी मुंबई पुलिस और एसटीएफ का कहना है कि नियाज अहमद ने यह भी बताया है कि उन्होंने 31 जनवरी 2017 को एब्लेज़ इंफो सोल्यूशन प्राइवेट लिमिटेड नौएडा नाम से ऑनलाइन सोशल मीडिया पोर्टल सोशलट्रेड डॉट बिज़ बनाकर पोन्ज़ी स्कीम और एमएलएम माध्यम से लाखों लोगों से मेम्बरशिप धनराशि के नाम पर धोखाधड़ी से बड़ी धनराशि अर्जित की थी, जिसके बाद वे लोग इस धंधे को बंद करके जनता से अर्जित की गई 15 करोड़ रूपये की धनराशि लेकर फरार हो गए और लोगों ने इसकी जानकारी प्राप्त होने पर और उनका पैसा फंस जाने के कारण यह अभियोग पंजीकृत कराया था। गिरफ्तार नियाज अहमद को मुंबई पुलिस टीम ट्रांजिट रिमांड बनवाकर मुंबई ले गई है।