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Monday 20 November 2017 01:09:44 AM
चंपारण (बिहार)। विश्व शौचालय दिवस पर स्वच्छ भारत मिशन के एक भाग के रूपमें राज्यों और जिलों में व्यवहार परिवर्तन और शौचालय के इस्तेमाल से जुड़ी जानकारियों और गतिविधियों के बारे में बड़ी संख्या में कार्यक्रम आयोजित किए गए। इस महत्वपूर्ण कार्य के लिए कई जगह जूलूस निकाले गए, विचार-विमर्श का आयोजन किया गया। शौचालय की उपयोगिता और इसके इस्तेमाल के बारे में आयोजित कार्यक्रमों में बड़ी संख्या में स्कूली विद्यार्थियों ने भी हिस्सा लिया।
झारखंड में शौचालय से जुड़ी गतिविधियों का आयोजन किया गया, पंजाब में स्वच्छता रथ निकाले गए, रेत पर आकृति उकेरने वाले प्रसिद्ध कलाकार सुदर्शन पटनायक ने रेत पर स्वच्छता का संदेश बनाया। असमी महिलाओं के एक दल ने 371 ग्रामीणों को शौचालय बनाने के लिए प्रेरित किया। पेयजल और स्वच्छता मंत्रालय के सचिव परमेशवरन अय्यर के नेतृत्व में केंद्र और राज्य के दल ने बिहार के चंपारण जिले के तुरकौलिया गांव में दो गड्ढों वाले शौचालय के निर्माण कार्य पूरा किया। इस दल ने तीन दिवसीय अभ्यास के दौरान गांव के लोगों से सीधे संवाद किया, ताकि वे शौचालय निर्माण के लिए राजी हों और इसकी उपयोगिता को समझें। इस दिशा में इस दल ने महिलाओं और विद्यार्थियों सहित गांव के लोगों के साथ बातचीत भी की।
पेयजल और स्वच्छता मंत्रालय के सचिव परमेशवरन अय्यर और उनकी टीम ने चंपारण गांव के अतिरिक्त पड़ोसी गांवों में एक बड़ी चौपाल लगाई, जिसमें सभी मुखिया इस बात पर सहमत हुए कि वे छह महीने के भीतर इस जिले को खुले में शौच से मुक्त कराने के लिए भरसक प्रयत्न करेंगे। परमेशवरन अय्यर ने शौचालय निर्माण और उसके इस्तेमाल के लिए रेडियो अभियान का भी शुभांरभ किया। विश्व शौचालय दिवस पर सचिव परमेशवरन अय्यर ने घरों में शौचालय की आवश्यकता के बारे में लोगों को जानकारी दी और कहा कि घर के सभी सदस्यों को शौचालय का इस्तेमाल करना चाहिए।