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Sunday 7 January 2018 11:30:02 PM
मुंबई। गेटवे ऑफ इंडिया के भव्य ऐतिहासिक स्थल पर यह एक अनोखी आध्यात्मिक सुबह थी, जब सरोदवादक अमान अली बोंघाश और अयान अली बन्घात्स ने पंडित विजय घाटे के तबला वादन और गिरिधर उडापा के घाटम के साथ एक मंच पर अंधेरे से सुबह तक एक राग प्रतिध्वनित किया। तभी अमजद अली खान आए और उन्होंने दर्शकों को राघ जोंगपुरी के साथ बधाई दी। जाने-माने सरोदवादक उस्ताद अमजद अली खान, अमान और अयान द गेटवे ऑफ इंडिया पर सुबह श्रोताओं के लिए प्रदर्शन किया करते हैं।
भव्य समापन और संगीत समारोह का यह तीसरा भाग था, जब पिता-पुत्र एक साथ मंचन करने लगे और दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। दिलचस्प यह है कि इस पिता-पुत्र ने पांच साल बाद मुंबई में एक साथ प्रदर्शन किया। आध्यात्मिक सुबह महाराष्ट्र के सांस्कृतिक विभाग और मुंबई पोर्ट ट्रस्ट के सहयोग से पंचम निषाद क्रिएटिव थे, जो नॉन-टिकटयुक्त थी। उस्ताद अमजद अली खान कहते हैं कि यह सुबह के संगीत समारोह हमारे पूर्वजों को श्रद्धांजलि है, जिन्होंने राग के समय का सम्मान किया। इस अवसर पर मौजूद शशि व्यास ने कहा कि सुबह में संगीत समारोह शुरू करने का विचार दर्शकों को एक मौका देता है, जो उत्साहजनक सुबह की धुन है, जो इस समय की सबसे अच्छी सराहना है।