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Monday 9 July 2018 03:25:29 PM
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के राज्यपाल राम नाईक ने वन महोत्सव के उपलक्ष्य में राजभवन की धनवंतरि वाटिका में गंधराज का पौधा रोपित किया। इस अवसर पर राज्यपाल ने राजभवन के निरीक्षक कुलदीप सिंह की कविता ‘जीवन रक्षक पेड़’ के शिलालेख का अनावरण भी किया। वृक्षारोपण का महत्व को बताते हुए राज्यपाल राम नाईक ने कहा कि पेड़-पौधे हमें स्वास्थ्य संरक्षण के लिए फल एवं औषधियां प्रदान करते हैं, उनका पर्यावरण को स्वच्छ बनाने में महत्वपूर्ण योगदान है, यहां तककि पौधे हमारे जन्म से लेकर मृत्यु तक किसी न किसी रूपमें काम आते हैं।
राज्यपाल राम नाईक ने जनसामान्य से अपील की है कि हर किसी विशेष अवसर पर पौधों को उपहारस्वरूप भेंट करें, उनका रोपण करें और अपने बच्चे की तरह लालन-पालन भी करें। राज्यपाल ने कहा कि रोपित किए जाने वाले पौधों के समुचित विकास एवं उनके रख-रखाव पर विशेष ध्यान दिया जाए। उन्होंने कहा कि वर्षाकाल वन महोत्सव का उपयुक्त अवसर है, जिसमें नाना प्रजातियों के वृक्ष रोपित किए जाते हैं। उन्होंने कहा कि वृक्षों की नर्सरियों में ऐसे वृक्षों को महत्व देना चाहिए, जो छायादार, फलदार, औषधीय और दीर्घजीवी हों। उन्होंने कहा कि वृक्ष ऐसे स्थान पर रोपित किए जाएं, जहां बाद में उन्हें किन्हीं कारणों से हटाना न पड़े।
राजभवन की गृह वाटिका में आम की विभिन्न संकर रंगीन प्रजातियों सेंसेशन, टॉमी एटकिंस, अम्बिका के पौधे और लीची जैसे पौधों को विशेष सचिव राज्यपाल डॉ अशोक चंद्र, वित्त नियंत्रक संजय श्रीवास्तव, सहायक सूचना निदेशक अंजुम नकवी, प्रभारी चिकित्साधिकारी आयुर्वेद डॉ शिव शंकर त्रिपाठी, उद्यान प्रभारी आरएन मिश्रा और राजभवन के अधिकारियों ने भी रोपित किया। प्रभारी चिकित्साधिकारी आयुर्वेद एवं प्रभारी अधिकारी धनवंतरि वाटिका डॉ शिवशंकर त्रिपाठी ने बताया कि राजभवन में फलदार, शोभाकार पेड़-पौधों के साथ-साथ औषधीय पेड़-पौधों का रोपण भी निरंतर धनवंतरि वाटिका में किया जा रहा है, यह वाटिका प्रदेश में औषधीय पौधों की एक आदर्श वाटिका के रूपमें जानी जाती है।