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Monday 11 March 2013 08:04:12 AM
नई दिल्ली। दिल्ली को रोग मुक्त करने व गौ संवर्धन की दिशा में एक और कदम बढ़ाते हुए विश्व हिंदू परिषद की प्रेरणा से भारतीय गोवंश रक्षण संवर्धन परिषद ने रविवार को दिल्ली में पहला पंचगव्य चिकित्सालय जनता को समर्पित किया। चिकित्सालय को समर्पित करते हुए राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के प्रांत सह संघ चालक श्याम सुंदर अग्रवाल ने कहा कि इस चिकित्सालय के कर्मठ व अनुभवी चिकित्सक दिल्लीवासियों के असाध्य से असाध्य रोगों का निदान भी आसानी से कर सकेंगे।
चिकित्सालय की विस्तृत जानकारी देते हुए विहिंप दिल्ली के मीडिया प्रमुख विनोद बंसल ने बताया कि पश्चिमी दिल्ली के राणा प्रताप बाग़ के प्राचीन शिव मंदिर के पास प्रारंभ इस चिकित्सालय में पंचगव्य व आयुर्वेदिक चिकित्सा के ज्ञाता दो चिकित्सक नियमित रूप से गौ माता से प्राप्त अमूल्य व अचूक औषधियों से दिल्ली को ऐसी बीमारियों से भी मुक्त करेंगे, जिनमें दूसरी सभी चिकित्सा पद्धतियां हाथ खड़े कर देती हैं।
राष्ट्रीय गोवंश रक्षण संवर्धन परिषद दिल्ली के महामंत्री लव केश गौड़ के विशेष प्रयासों से प्रारंभ इस सेवा कार्य का नाम गो-वरदान पंचगव्य आयुर्वेदिक धर्मार्थ चिकित्सालय रखा गया है। इसके वरिष्ठ चिकित्सक व आयुर्वेदाचार्य डा राधाकांत वत्स ने बताया की अस्थमा, गठिया, पुराने से पुराने चर्म रोग के अलावा रीढ़ की हड्डी संबंधी रोग और केंसर तक का निदान पंचगव्य व आयुर्वेदिक चिकित्सा पद्धति से आसानी से कर सकेंगे। नागपुर, अकोला, मथुरा, इंदौर, आगरा, वर्धा, झांसी तथा लखनऊ इत्यादि अनेक स्थानों पर पहले से चल रहे पंचगव्य चिकित्सालयों से समाज में अच्छे परिणाम देखे गए हैं। दिल्ली में गाय का दूध व घी भी प्रामाणिक रूप से आसानी से उपलब्ध कराया गया है।
विहिंप के क्षेत्रीय गोरक्षा प्रमुख राष्ट्र प्रकाश प्रांत प्रमुख तारा चंद गुप्ता, डॉ नारायण दत्त शर्मा, राष्ट्रीय गोवंश रक्षण संवर्धन परिषद के राष्ट्रीय सह कोषाध्यक्ष राजेंद्र सिंहल, भाजपा गोवंश विकास प्रकोष्ठ के राष्ट्रीय सह संयोजक जयप्रकाश गर्ग, भारतीय गोसेवक समाज के सुखवीर सैनी, वशिष्ठ नारायण पांडेय, महावीर प्रकाश के अलावा अनेक गणमान्य लोग इस अवसर पर उपस्थित थे।