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Wednesday 1 May 2019 06:18:09 PM
अयोध्या। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज अयोध्या में माया बाजार फैजाबाद और भरवारी (कौशांबी) में भाजपा की विजय संकल्प रैली को जय श्री राम के उद्घोष के साथ संबोधित किया और सपा बसपा एवं कांग्रेस पर उत्तर प्रदेश को बर्बाद करने का आरोप लगाते हुए एक के बाद एक कई हमले किए। नरेंद्र मोदी ने कहा कि जो काम कांग्रेस और महामिलावटी लोगों के 55 साल के शासन में नहीं हुआ, वह काम आपके इस चौकीदार ने 55 महीने में कर दिया है। उन्होंने कहा कि ये महामिलावटी लोग जातिवाद और वंशवाद चलाने वाले लोग हैं, या तो वे बेल पर हैं, या कटघरे में हैं। उन्होंने भारी संख्या में मौजूद जनसमुदाय से कहा कि आप ही मुझे बताइए कि क्या ऐसे लोगों से देश का भला होगा? उन्होंने कहा कि जैसे नमक के बिना कोई खाना नहीं बनता, वैसे ही नमक की तरह हर जगह फैल जाना और हर किसी का भला करना यही मेरा काम है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यहां राम जन्मभूमि मुद्दे का कोई जिक्र नहीं किया। संकल्प सभा को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी संबोधित किया। दोनों ने भाजपा प्र्रत्याशियों को जिताने की अपील की।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि हमारे लिए दल खुद से बड़ा होता है और दल से बड़ा देश होता है, हम देश के लिए जीने वाले, देश के लिए मरने वाले लोग हैं। विपक्ष पर हमला जारी रखते हुए उन्होंने कहा कि आजकल प्रधानमंत्री बनने के लिए हर गली-मोहल्ले में कोई न कोई उभरकर सामने आ रहा है, लेकिन आप मुझे बताइए, प्रधानमंत्री बनने के लिए जो इतने चेहरे दिख रहे हैं उनमें से कौन सा चेहरा है जो आतंकवाद को खत्म कर सकता है? प्रधानमंत्री ने कहा कि इस चुनाव की कई विशेषताएं हैं पहली कांग्रेस पार्टी जिसने देश पर सालों तक राज किया, इतने सारे लोग उनके पास हैं, इनके पास पूर्व प्रधानमंत्री, पूर्व मुख्मंत्रियों और मंत्रियों का ढेर है फिर भी कांग्रेस इस चुनाव में सबसे कम सीटों पर लड़ रही है, क्योंकि उसे लोग नहीं मिल रहे हैं। दूसरी-जब कर्नाटक का नतीजा आया तो नतीजे उनके पक्ष में नहीं थे, लेकिन फिर भी सबने वहां जाकर हाथ पकड़कर फोटो खिंचाई और उनके रागदरबारियों ने हवा बनाई कि गठबंधन हो गया, अब मोदी बच नहीं सकेगा, बैंगलोर से निकल कर दिल्ली पहुंचते-पहुंचते ये एक दूसरे के जानी दुश्मन बन गए।
नरेंद्र मोदी ने कहा कि पहली बार केंद्र में सरकार चुनने के लिए 21वीं सदी में जन्में युवा वोट देंगे। उन्होंने कहा कि वे ओजस्वी हैं, तेजस्वी हैं, जवान हैं और उनके सपने भी जवान हैं, मैं उन सभी युवाओं को बहुत-बहुत शुभकामनाएं देता हूं। प्रधानमंत्री ने कहा कि जब सरकार बदलती है, नीयत बदलती है, तब कैसा परिणाम आता है वो इस बार प्रयागराज में आयोजित कुंभ के मेले ने दिखा दिया। उन्होंने कहा कि पहले कुंभ का मेला होता था तो भ्रष्टाचार की बातें सामने आती थीं, इस बार कुंभ का मेला हुआ तो शान से माथा ऊंचा हो गया, भ्रष्टाचार का एक भी आरोप कुंभ में नहीं लगा, इस बार कुंभ के मेले की चर्चा सफाई और स्वच्छता को लेकर हुई, कुंभ में दिव्यता और भव्यता इस बार प्रयागराज में दिखी वो अभूतपूर्व है। उन्होंने कहा कि पंडित नेहरू कुंभ में आए थे, राज्य में कांग्रेस की सरकार थी, केंद्र में कांग्रेस की सरकार थी, पंचायत से लेकर पार्लियामेंट तक कांग्रेस की सरकार थी, जब पंडित नेहरू कुंभ में आए तो यहां अव्यवस्था के कारण भगदड़ मच गई थी, यहां की मीडिया ने भी उन खबरों को दिखाने की हिम्मत नहीं जुटाई थी, जिन्होंने इस भगदड़ में अपनों को खोया था, उन्हें एक रुपया भी नहीं मिला था, ये सिर्फ भगदड़ नहीं थी, भगदड़ के बाद जो हुआ वह तो असंवेदनशीलता का जुल्म था।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि बहनजी ने बाबासाहेब के नाम का उपयोग किया, लेकिन काम उनके आदर्शों के विपरीत किए, इसी प्रकार समाजवादी पार्टी ने लोहियाजी के नाम का उपयोग किया, लेकिन अपने आचरण से न सिर्फ यूपी की कानून व्यवस्था को तहस-नहस कर दिया, बल्कि लोहियाजी के आदर्शों को मिट्टी में मिला दिया। उन्होंने कहा कि क्या समाजवाद की बात करने वालों को, लोहियाजी की बात करने वालों को गरीबों की, श्रमिकों की चिंता नहीं करनी चाहिए थी? क्या बहुजन हिताय की बात करने वालों को, बाबासाहेब की बात करने वालों को श्रमिकों की चिंता नहीं करनी चाहिए थी? क्या पिछले 60-70 साल से हर चुनाव में गरीबी हटाओ का नारा उछालने वाली कांग्रेस को श्रमिकों की चिंता नहीं करनी चाहिए थी? नरेंद्र मोदी ने कहा कि हमारे देश के 40 करोड़ से ज्यादा श्रमिक भाई-बहनों की इन पार्टियों ने कभी उनकी परवाह ही नहीं की, श्रमिकों और गरीबों को वोटबैंक में बांटकर इन लोगों ने सिर्फ और सिर्फ अपना और अपने परिवार का फायदा कराया।
नरेंद्र मोदी ने कहा कि पहली बार देश में किसी सरकार ने गरीबों के बारे में सोचा है, श्रमिकों के बारे मे सोचा है, हमने उनकी परवाह की है, उनका जीवन आसान बनाने के लिए काम किया है, हमही प्रधानमंत्री श्रमयोगी मानधन योजना लाए हैं, इससे श्रमिक साथियों को 60 वर्ष की आयु के बाद 3000 रुपए तक की पेंशन सुनिश्चित होगी। प्रधानमंत्री ने उल्लेख किया कि हमारे गरीब श्रमिक भाई-बहनों को इलाज में पैसे न खर्च करने पड़ें, इसके लिए हम आयुष्मान भारत योजना चला रहे हैं, इस योजना के तहत उन्हें हर साल 5 लाख रुपए तक का मुफ्त इलाज मिलना तय हुआ है। उन्होंने कहा कि आंगनवाड़ी वर्कर्स, आशा बहनों, एएनएम, डाकिए साथियों की बरसों बाद वेतन वृद्धि का काम भी हमारी ही सरकार ने किया है। प्रधानमंत्री ने कहा कि अयोध्या में दीप तो हज़ारों वर्ष से जलते आए हैं, लेकिन यह दीपावली दुनियाभर में चर्चा का विषय बनी है, जब कोरिया की फर्स्ट लेडी और वहां के राष्ट्रपति की पत्नी अयोध्या में हुए कार्यक्रम में मुख्य अतिथि बनकर आती हैं, तो इसकी चर्चा हर तरफ होती है, जब आसियान समिट के दौरान वहां से आए कलाकार अपने-अपने देशों में प्रचलित रामायण के अंश प्रस्तुत करते हैं, तो सबकी नज़र भारत पर जाती है।
नरेंद्र मोदी ने कहा कि देश में अभी स्वदेश दर्शन नाम से एक बहुत व्यापक कार्यक्रम चल रहा है, जिसके अंतर्गत देश में रामायण सर्किट, कृष्ण सर्किट, बौद्ध सर्किट सहित 15 सर्किट पर काम चल रहा है, रामायण सर्किट के तहत अयोध्या से लेकर रामेश्वरम तक जहां-जहां भी प्रभु श्रीराम के निशान हैं, उन सभी स्थानों को विकसित किया जा रहा है। प्रधानमंत्री ने कहा कि आतंकवाद का आस्था और पर्यटन पर सबसे बड़ा खतरा होता है, अभी हाल में हमने देखा है कि श्रीलंका में क्या हुआ, कुछ यही स्थिति 2014 से पहले भारत में भी तो थी। उन्होंने कहा कि अयोध्या में फैजाबाद में कैसे-कैसे धमाके हुए ये हम कैसे भूल सकते हैं। उन्होंने कहा कि सपा-बसपा और कांग्रेस का आतंक पर नर्मी का पुराना रिकॉर्ड है, हमारी सुरक्षा एजेंसियां आतंक के मददगारों को पकड़ती थीं और ये वोट के लिए उनको छोड़ देते थे। उन्होंने कहा कि आज ये सभी महामिलावटी फिर से केंद्र में एक मजबूर सरकार बनाने की फिराक में हैं। उन्होंने कहा कि हम एक नए हिंदुस्तान के रास्ते पर चल पड़े हैं। उन्होंने कहा कि खतरा सीमा के भीतर हो या फिर सीमा पार, नया हिंदुस्तान घर में घुसकर मारेगा, गोली का जवाब गोले से देगा।
नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री बनने के बाद आज पहलीबार अयोध्या पहुंचे। लोकसभा चुनाव का यह पांचवां चरण है, जो कई मायनों में खास है। माया बाज़ार जहां पर यह विजय संकल्प जनसभा हुई है, वह स्थान अयोध्या से करीब 24 किलोमीटर दूर है, प्रधानमंत्री ने यहां सपा-बसपा गठबंधन को जमकर धोया और गठबंधन के इरादों को पर्दाफाश किया। गौरतलब है कि आज ही अयोध्या में राम सनेही घाट पर सपा-बसपा गठबंधन के नेता अखिलेश यादव और मायावती की भी चुनावी सभा हुई है। पांचवे चरण की 14 लोकसभा सीटों पर 6 मई को वोट डाले जाएंगे। फैजाबाद लोकसभा सीट से भाजपा के सांसद लल्लू सिंह फिर से भाजपा के प्रत्याशी हैं। रैली में कई मंत्री, अयोध्या के साधु-संत दार्शनिक एवं भारी संख्या में आसपास के लोग मौजूद थे। रैली में विदेशी टूरिस्ट भी देखे गए, जो अयोध्या में भगवान श्रीराम जन्म स्थान हनुमानगढ़ी के दर्शन के लिए आते हैं। अयोध्या धर्म अध्यात्म की नगरी तो है ही साथ ही ऐतिहासिक पर्यटन के लिए भी बहुत अच्छा गंतव्य माना जाता है। प्रधानमंत्री का फोकस क्षेत्र पर ही रहा है। साधु-संतों में इस बात पर निराशा देखी गई कि प्रधानमंत्री को रामलला के दर्शन करने जाना चाहिए था। विजय संकल्प रैली को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने संबोधित किया और कहा कि अयोध्या वैश्विक पहचान के साथ आगे बढ़ रही है। उन्होंने अयोध्या में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का स्वागत करते हुए अयोध्या में हुए कार्यक्रमों और प्रयागराज कुंभ की सफलता का जिक्र किया।