भारत में प्रधानमंत्री निवास के पास बम विस्फोट को लेकर जहां विभिन्न मुस्लिम संगठनों ने इसे इजराइल का कारनामा बताया है वहीं उर्दू अख़बारों ने इस पर संपादकीय भी लिखे हैं कि भारत में हुआ विस्फोट यह चिन्हित करता है कि इस तरह के विस्फोट के विशेषज्ञ सीआईए और मोसाद हैं। मोसाद विश्व की सबसे अच्छी खुफिया एजेंसी है, मगर दुनिया की यह बेहतरीन एजेंसी अभी तक पता नहीं लगा सकी है कि इन वारदातों में...
संसार में कहीं भी धर्म और सुधार आंदोलन स्वच्छंद यौनाचार का समर्थन नहीं करते, पूरे विश्व में अभी भी नारी पुरुष संबधों में पवित्रता का आदर्श पूरी तरह मान्य है, लेकिन आज भारत के अंदर व्यक्तिगत स्वतंत्रता और आधुनिकीकरण के नाम पर स्वेच्छाचारी जीवनशैली की वकालत करना फैशन बनता जा रहा है, इससे परिवार संकट में हैं, इसीलिए परिवारों में विघटन पर पश्चिमी समाज में गहन चिंतन हो रहा है।...
दुधवा राष्ट्रीय उद्यान को स्थापित हुए पैंतीस साल हो गए हैं। मोटे तौर पर इसके लाभ-हानि का यदि आकलन किया जाए तो यहां काफी कुछ नष्ट हो चुका है। सच कहा जाए तो भारतीय वन प्रबंधन इसके लिए सीधे जिम्मेदार है। शीर्ष अधिकारियों की पदलोलुप महत्वाकांक्षाएं, भ्रष्टाचारजनित कृत्य और अकर्मण्यता से वन और वन्यजीवन की सुरक्षा एवं संरक्षण...
धर्मांतरण से न केवल धर्म बल्कि भाषा और सामाजिक व्यवस्था भी पूरी तरह बदल जाती है। मध्य एशिया में धर्मांतरण राजनीति का आधार बनता जा रहा है। इस्लामी व्यवस्था भी इसकी पक्षधर है, लेकिन जिस रफ्तार से ईसाइयत फैल रही है और अपने पंथ को आधार बनाकर वे जिस तरह से दुनियां को चलाना चाहते हैं, यह आज के समाज-दुनियां के लिए बड़ी चुनौती है। जनसंख्या के आंकड़े देश और दुनियां को बदलते हैं, इसलिए धार्मिक...
बसपा दो ही प्रकार से सत्ता में लौट सकती है, या तो वह अपने बूते बहुमत हासिल करे या फिर उसकी सरकार बनवाने के लिए पर्याप्त संख्या बल के साथ कोई उसके साथ आए। बसपा जानती है कि उसके लिए भाजपा में अब कोई सहानुभूति नहीं है। भाजपा का नेतृत्व नितिन गडकरी के हाथ में है, जो अपनी शर्तों पर बसपा से समर्थन तो ले सकते हैं, लेकिन बसपा को समर्थन...
चुनाव आयोग ने यूपी सहित पांच राज्यों में चुनाव की तारीखों की घोषणा कर दी है, साथ ही साफ-साफ बोल दिया है कि चुनाव में गड़बड़ी फैलाने वालों, पेड न्यूज़ और मतदाताओं को प्रलोभन देने वालों से पूरी सख्ती से निपटा जाएगा। आयोग ने उत्तर प्रदेश में चुनाव प्रबंधन पर सबसे ज्यादा ध्यान दिया है, जहां 4 फरवरी से सात चरणों में चुनाव होंगे।...
एक हजार करोड़ रूपये की निधि से एक ऋण जोखिम गारंटी कोष बनाने पर विचार किया जा रहा है। यह बात ध्यान देने लायक है कि शहरी बदलाव में जो मुख्य बातें सहायक हैं, प्रशासन उनमें सबसे कमजोर कड़ी है और जबतक हमारी संस्थाओं में सुधार नहीं होता और उनका संचालन ठीक ढंग से नहीं होता, वे न तो शहरी बुनियादी ढांचे के निर्माण और रखरखाव के लिए...
कबड्डी के मुकाबले जीतकर कभी एक बनियान और पीतल की एक ट्रॉफी से ही खुशी में उछलने वाले कबड्डीबाजों ने कभी नहीं सोचा होगा कि पंजाब में एक दिन ऐसा भी आएगा जब कबड्डी पर भी धन और सरकारी नौकरियों की बारिश होगी और इसकी धूम, धमक और महक पूरे देश में खेल जगत में एक हलचल पैदा कर देगी। कबड्डी के विश्वकप की परिकल्पना सुखवीर सिंह बादल के...
मायावती एक न एक दिन अपने विश्वासपात्रों के नाम पर इर्द-गिर्द घेरा डाले घुसपैठियों से ही गच्चा खाएंगी और यह कोई कम गंभीर मामला नहीं है कि मायावती के परम नजदीकी के रूप में विख्यात बाबू सिंह कुशवाहा ने मायावती के ही अत्यंत विश्वासपात्र कहे जाने वाले राज्य के कैबिनेट सचिव शशांक शेखर सिंह, राज्य के प्रमुख सचिव गृह कुंवर फतेह...
उत्तर प्रदेश की मुख्यमंत्री मायावती और उनकी 'सलाहकार मंडली' ने विकीलीक्स मामले पर आश्चर्यजनक चुप्पी साध ली है। विकीलीक्स के एक खुलासे के सामने औंधे मुंह गिरी मायावती में गरजने और बंदर घुड़की के अलावा विकीलीक्स को एक कानूनी नोटिस भेजने का भी साहस नहीं बचा है। मायावती को नहीं मालूम था कि उनकी रसोई से लेकर उनके घर और मुख्यमंत्री...
भाजपा अध्यक्ष नितिन गडकरी से निशंक को 'कांम्प्लीमेंट' मिला कि उन पर भ्रष्टाचार का कोई आरोप नहीं है। गडकरी को उत्तराखंड विधान सभा चुनाव में इसी प्रश्न का उत्तर देना है कि जब निशंक 'ईमानदार' ही हैं और उन पर भ्रष्टाचार का कोई आरोप नहीं है, तो फिर ऐन चुनाव के पहले उन्हें बेदखल कर उन भुवन चंद्र खंडूडी को फिर से सत्ता क्यों दे दी...
यह यक्ष प्रश्न है कि कांग्रेस और भाजपा में वह कौन करिश्माई चेहरा है, जो उत्तर प्रदेश के सत्ता के महासंग्राम में खड़ा हो सके? कांग्रेस में जब राहुल गांधी को भावी प्रधानमंत्री के रूप में पेश किया जा सकता है, तो भाजपा में वरूण गांधी के लिए यूपी के मुख्यमंत्री के रूप में क्यों नहीं देखा जा सकता? इस सवाल और विचार पर राजनीतिक दलों...
कांग्रेस को नए चुनाव को लेकर लालकृष्ण आडवाणी के बयान की कोई चिंता नहीं है। यूपीए गठबंधन अपने स्थायित्व को लेकर आश्वस्त है और कांग्रेस की रणनीति के तहत, जुलाई 2012 में प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को देश का अगला राष्ट्रपति और उनके साथ ही राहुल गांधी को प्रधानमंत्री बनाया जा सकता है।अगले साल 2012 में उत्तर प्रदेश सहित पांच राज्यों...
प्रधानमंत्री ने अपने सात साल का लेखा-जोखा प्रस्तुत करके यह बताना चाहा कि उनके कार्यकाल में देश ने सबसे ज्यादा प्रगति की है। हालांकि देश में सूचना क्रांति से विकास के द्वार खोलने का सेहरा तो राजीव गांधी के ही सर पर माना जाता है जिनका कार्यकाल मनमोहन सिंह से भी कम रहा है। मनमोहन सिंह को अपने संरक्षण में फल-फूल रहे भ्रष्टाचार...
गुलाबी बलुआ पत्थर एवं धौलपुर पांडु पत्थरों का उपयोग, राष्ट्रपति भवन का, मुगल एवं राजपुर प्रासादों से संबंध स्थापित करता है। राष्ट्रपति भवन की सबसे प्रमुख विशेषता बौद्ध गुंबद है जो एक विशाल अग्रपाद पर ऊँचा उठता हुआ सांची के स्तूप को नमन करता है। मुगल गार्डन, जैसा कि इसके नाम से पता चलता है, ताजमहल और श्रीनगर के शालीमार...