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बसपा के लोग कानून नहीं तोड़ते-मायावती

'तुगलकाबाद की घटना से बसपा का कोई मतलब नहीं'

बसपा के कार्यकर्ता संघर्ष में कानून का पालन करें!

स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम

Thursday 22 August 2019 05:22:51 PM

mayawati

लखनऊ। उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री और बहुजन समाज पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती ने एक बयान में कहा है कि दिल्ली में और खासतौर से तुगलकाबाद क्षेत्र में कल जो तोड़फोड़ की घटनाएं घटित हुई हैं, वह अनुचित हैं तथा उनसे बीएसपी का कुछ भी लेना-देना नहीं है। मायावती ने कहा कि इन घटनाओं से आमजनता को काफी संकट झेलना पड़ा है। उन्होंने कहा है कि बीएसपी संविधान और कानून का हमेशा पूरा सम्मान करती है तथा बीएसपी का संघर्ष कानून के दायरे में ही रहकर होता है। उन्होंने कहा कि हमें अपने संतों, गुरुओं और महापुरुषों के सम्मान में बेकसूर लोगों को किसी भी प्रकार की तकलीफ और क्षति नहीं पहुंचानी है। यहां यह तथ्य उल्लेखनीय है कि अपवाद को छोड़कर कभी ऐसा बड़ा दृष्टांत सामने नहीं आया कि जिसमें बसपा कार्यकर्ताओं ने संघर्ष के दौरान कानून तोड़कर आक्रोश व्यक्त करते हुए हिंसा फैलाई हो।
मायावती का कहना है कि बीएसपी पूरी तरह से एक अनुशासित पार्टी है तथा इसके लोग कानून को अपने हाथ में नहीं लेते हैं, जबकि दूसरी पार्टियों और संगठनों के लिए कानून तोड़ना एक आम बात है, जैसाकि देश में अक्सर हर जगह देखने को मिलता है और जिससे आम जनता को नित्य ही अनेक प्रकार की परेशानी झेलनी पड़ती हैं। उन्होंने तुगलकाबाद की घटना का संज्ञान लेते हुए बसपा के कार्यकर्ताओं से कहा है कि किसी भी अति दु:खद घटना के घटित होने के बाद अगर सरकार वहां पर धारा 144 के तहत प्रतिबंध आदि लगाती है तो बीएसपी के लोगों को उसका भी उल्लंघन नहीं करना है और अन्य पार्टियों के नेताओं की तरह घटनास्थल पर जबर्दस्ती जाने का प्रयास नहीं करना है, ताकि सरकार को निरंकुश व द्वेषपूर्ण कार्रवाई करके प्रताड़ित करने का कोई मौका नहीं मिल सके।
मायावती ने यूपी के सोनभद्र जिले की घटना का भी जिक्र करते हुए कहा है कि वहां भूमाफियाओं ने गरीब आदिवासी समाज की जमीन हड़पने की कोशिश में सामूहिक नरसंहार किया, जिसके फलस्वरूप राज्य सरकार ने वहां धारा 144 लगाई और नेताओं के आने-जाने पर प्रतिबंध लगा दिया, इस कारण तत्काल बीएसपी के लोग वहां पीड़ित परिवारों से मिलने नहीं जा सके, लेकिन बाद में हमारे निर्देश पर बसपा का एक उच्चस्तरीय प्रतिनिधिमंडल सरकारी अनुमति से वहां गया और पीड़ितों की मदद करने की कोशिश की गई। मायावती ने कहा कि इसी प्रकार सहारनपुर जिले के शब्बीरपुर कांड के बाद जब शासन-प्रशासन ने उन्हें वहां जाने की अनुमति दी तो तभी मैं वहां गई और सरकारी जुल्म-ज्यादती के शिकार पीड़ित परिवारों से मिली और इस तरह बीएसपी का कानून को सहयोग मिला। मायावती ने आशा व्यक्त की है कि बीएसपी के लोग अपने नेता के दिशा-निर्देशों का अनुसरण करते रहेंगे तथा कानूनी दायरे में रहकर और स्थानीय अधिकारियों के सहयोग से ही हर शोषित-पीड़ित परिवार की मदद करने की कोशिश करेंगे।

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