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Thursday 22 August 2019 06:30:48 PM
लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपनी सरकार की सफलता या विफलता के प्रश्नपूर्वक लोकापवाद के बीच दावा किया है कि उनकी सरकार ने अपने 2 वर्ष 5 माह के कार्यकाल के दौरान प्रदेश के विकास के लिए अनेक कदम उठाए हैं, जिनके परिणाम अब दिखने भी लगे हैं। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की आकांक्षाओं के अनुरूप उत्तर प्रदेश का चहुंमुखी विकास कर रही है, आज उत्तर प्रदेश केंद्र सरकार की अनेक फ्लैगशिप योजनाओं प्रधानमंत्री आवास योजना, शौचालय निर्माण इत्यादि में देश में प्रथम स्थान पर है। उन्होंने कहा कि लगभग ढाई साल के अंदर प्रदेश की कार्यसंस्कृति बदल गई है और शासन-प्रशासन मिलकर सकारात्मक ऊर्जा के साथ विकास के लिए सम्मिलित प्रयास कर रहे हैं। अपनी सरकार में कानून व्यवस्था की विफलता और जातिवाद को छिपाने की कोशिश करते हुए उन्होंने दावा किया कि अपराध और भ्रष्टाचार के प्रति राज्य सरकार की जीरो टॉलरेंस की नीति है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंत्रिपरिषद विस्तार के बाद लालबहादुर शास्त्री भवन में कुछ नए मंत्रियों की मौजूदगी में मीडिया से कहा कि सम्पूर्ण मंत्रिमंडल एकजुटता के साथ प्रदेश के विकास के लिए कार्य करेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि लगभग ढाई साल की इस अवधि में प्रयागराज कुम्भ, 15वां प्रवासी भारतीय दिवस, इंवेस्टर्स समिट-2018 जैसे कई विशाल आयोजन सफलतापूर्वक कराए जा चुके हैं। उन्होंने कहा कि कुम्भ के सफल आयोजन की ब्रांडिंग में हमें महत्वपूर्ण सफलता मिली है, इससे अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर देश-प्रदेश का सम्मान बढ़ा है। मुख्यमंत्री का यह भी दावा था कि इसी माह पूरे उत्तर प्रदेश में 22 करोड़ से अधिक पौधों का रोपण हुआ है, जिसकी अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर चर्चा है, क्योंकि उनकी रूस यात्रा के दौरान वहां के एक मंत्री ने भी इसका उल्लेख किया है, लेकिन मुख्यमंत्री के इस दावे पर गंभीर प्रश्नचिन्ह है और गिनीज़ बुक में किस प्रकार नाम दर्ज होते हैं, उसकी भी सच्चाई अब सब जानने लगे हैं।
योगी आदित्यनाथ ने अपनी यशगाथा में कहा कि लोकसभा सामान्य निर्वाचन-2019 शांतिपूर्ण वातावरण में हुआ, जो उनकी सरकार की एक बड़ी उपलब्धि है, पूरे चुनाव के दौरान कहीं भी कोई अप्रिय घटना नहीं घटित हुई। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ यह भूल गए कि लोकसभा चुनाव का संपूर्ण प्रबंधन भारतीय निर्वाचन आयोग के हाथ में था और वह इस तथ्य को छिपा गए कि भारतीय निर्वाचन आयोग ने ही उनके चुनाव प्रचार पर कुछ समय के लिए प्रतिबंध भी लगाया था। योगी आदित्यनाथ जिस प्रकार अपनी पीठ थपथपा रहे थे, उस समय मीडिया की प्रतिक्रिया थी कि एक दरोगा तक उनकी सुनता नहीं है और अपनी मिथ्या कीर्ति का बखान कर रहे हैं। बहरहाल मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्ष 2018 में इंवेस्टर्स समिट के दौरान राज्य सरकार को मिले एमओयू में से 40 प्रतिशत का क्रियांवयन हो रहा है, इसके लिए 2 ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी भी आयोजित की जा चुकी हैं। उन्होंने दावा किया कि राज्य सरकार लोगों को विकास का लाभ दिलाने और जनहितकारी योजनाओं से लाभांवित करने के लिए तकनीक का प्रयोग कर रही है। उन्होंने कहा कि गरीब जनता को प्रभावी रूपसे खाद्यान्न वितरण के लिए ई-पॉस मशीनों का इस्तेमाल किया जा रहा है, जिससे पात्र व्यक्ति को उचित दर पर राशन मिल रहा है और अब इसमें किसी प्रकार की कोई अनियमितता नहीं हो रही है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि भारत सरकार की उज्ज्वला योजना के तहत बड़ी संख्या में राज्य के गरीब परिवारों को लाभांवित किया गया है, इससे महिलाओं की समस्याओं का भी समाधान हुआ है। उन्होंने कहा कि आयुष्मान भारत के तहत प्रदेश के 1.08 लाख परिवारों को आच्छादित किया गया है, प्रदेश में गरीबों के कल्याण के लिए संचालित योजनाओं का प्रभावी क्रियांवयन सुनिश्चित किया जा रहा है, उनके कार्यकाल में प्रदेश की विद्युत वितरण व्यवस्था चुस्त-दुरुस्त हुई है, प्रदेश के 1.67 लाख मजरों का विद्युतीकरण किया गया है। उन्होंने कहा कि इसी प्रकार प्रदेश के 3 शहरों लखनऊ, गाजियाबाद, ग्रेटर नोएडा में मेट्रो रेल की सुविधा उपलब्ध कराई जा चुकी है, जबकि अन्य नगरों कानपुर, आगरा इत्यादि में मेट्रो चलाने की दिशा में कार्रवाई की जा रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में व्यापक स्तर पर अवस्थापना सुविधाओं का विकास किया जा रहा है, पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे पर तेजी से कार्य चल रहा है और यह एक्सप्रेस-वे अगस्त 2020 तक चालू कर दिया जाएगा, गंगा एक्सप्रेस-वे और बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे पर भी तेजी से कार्य चल रहा है, जिला मुख्यालयों को 4 लेन सड़कों से जोड़ा जा रहा है, प्रदेश में एयर कनेक्टिविटी भी बढ़ रही है, जेवर एयरपोर्ट के लिए भूमि का अधिग्रहण किया जा रहा है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि उनकी सरकार ने गन्ना किसानों के लम्बित देयों का भुगतान सुनिश्चित किया है, अब तक 72 हजार करोड़ रुपए का गन्ना बकाया किसानों को दिया जा चुका है। मुख्यमंत्री ने अपने मंत्रिमंडल विस्तार पर प्रकाश डालते हुए बताया कि राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) डॉ महेंद्र सिंह, सुरेश राणा, भूपेंद्र सिंह चौधरी, अनिल राजभर को मंत्रीपद पर तरक्की दी गई है, जबकि रामनरेश अग्निहोत्री, कमला रानी वरुण को भी मंत्री पद की शपथ दिलाई गई है। उन्होंने बताया कि राज्यमंत्री डॉ नीलकंठ तिवारी को राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) बनाया गया है, इसके अलावा कपिलदेव अग्रवाल, सतीश द्विवेदी, अशोक कटारिया, श्रीराम चौहान, रवींद्र जायसवाल को भी राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) बनाया गया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि अनिल शर्मा, महेश गुप्ता, आनंदस्वरूप शुक्ल, विजय कश्यप, डॉ गिरिराज सिंह धर्मेश, लाखन सिंह राजपूत, नीलिमा कटियार, चौधरी उदयभान सिंह, चंद्रिका प्रसाद उपाध्याय, रमाशंकर सिंह पटेल, अजीत सिंह पाल को राज्यमंत्री बनाया गया है।