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Saturday 24 August 2019 01:58:22 PM
हैदराबाद। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने हैदराबाद में सरदार वल्लभभाई पटेल पुलिस अकादमी के भारतीय पुलिससेवा के 70वें दीक्षांत समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि यह मौका आनंद और उत्साह से भरा हुआ है, क्योंकि सरदार वल्लभभाई पटेल के नाम से नेशनल पुलिस अकादमी के 103 पुलिस ऑफिसर्स को उनके उज्जवल कैरियर की शुरुआत करनी है। अमित शाह ने कहा कि संविधान की स्प्रिट को समझना और उसके अनुरूप भयमुक्त होकर कार्य करना करना सच्चे आईपीएस ऑफिसर का दायित्व होता है। गृहमंत्री ने प्रोबेशनर्स को नसीहत देते हुए कहा कि वे आज की गई प्रतिज्ञा सदैव दिल में रखें और जबतक उनकी सेवा समाप्त नहीं होती है, तबतक रोज सुबह उस प्रतिज्ञा को याद करें। उन्होंने कहा कि आज से उनका लक्ष्यपूर्ति का रास्ता शुरु हो रहा है और उनको महान भारत देश को दुनिया में उसके गौरवशाली स्थान पर पहुंचाने में महत्वपूर्ण योगदान देना है।
गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि हैदराबाद एक ऐतिहासिक जगह है, जहां नेशनल पुलिस अकादमी का निर्माण किया गया है। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि आजादी के बाद 630 से ज्यादा रियासतों को जोड़ने का अकल्पनीय कठोर काम जब सरदार पटेल को दिया गया तो एक के बाद एक रियासत जुड़ती गई, किंतु उस वक्त के हैदराबाद के निजाम भारतीय संघ के साथ अपनी विलीनीकरण को मान्यता नहीं दे रहे थे और सरदार पटेल के नेतृत्व में ऐतिहासिक पुलिस एक्शन से हैदराबाद, तेलंगाना, कर्नाटक और महाराष्ट्र का कुछ हिस्सा भारतीय संघ का भाग बना। उन्होंने सरदार पटेल को श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि धारा 370 के कारण जम्मू-कश्मीर 630 रियासतों के साथ नहीं जुड़ सका और तबसे सबको लगता रहा कि कुछ न कुछ छूट गया है, लेकिन इसको प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में पूर्ण किया गया है और भारतीय संसद ने धारा 370 को समाप्त कर जम्मू-कश्मीर को भी भारत का अभिन्न हिस्सा बना दिया है। गृहमंत्री ने कहा कि सरदार वल्लभभाई पटेल ने भारतीय पुलिस सेवा को भ्रष्टाचार मुक्त भारत का निर्माण करने का जिम्मा दिया था, इसलिए आज जो भी अधिकारी भारतीय पुलिस सेवा में शामिल होने जा रहे हैं, उनसे अपेक्षा की जाती है कि वो जिस प्रदेश में भी जाएंगे, हमेशा सरदार वल्लभभाई पटेल की उस उक्ति को ध्यान में रखेंगे।
गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि सरदार पटेल ने सिविल सर्वेंट को भारतीय हितों का रक्षक बताया है। उन्होंने कहा कि हमारे संविधान के अंदर प्रशासनिक व्यवस्था को दो हिस्सों में को बांटा गया है, एक जनता के चुने प्रतिनिधि जो संसद और विधानमंडलों के अंदरनीतियों और कानूनों का निर्माण करते हैं, दूसरे भारतीय सिविल सेवा के सभी अधिकारी नीतियों को नीचे तक पहुंचाने का काम करते हैं, उनका कार्यांवयन सुनिश्चित करते हैं। उन्होंने कहा कि जनता के चुने गए और सिविल सर्वेंट दोनों को संविधान की सेवा करने का मौका मिलता है, किंतु एक को केवल 5 साल के लिए अवसर प्राप्त होता है और दूसरे को 60 वर्ष की आयु होने तक मौका मिलता है, जो निश्चित रूपसे गर्व की बात है। अमित शाह ने कहा कि अधिकारियों से कहा कि वे पूरी तन्मयता और लक्ष्यों के साथ इस परीक्षा की तैयारी कर सफल हुए हैं, तब केवल शुरुआत थी उनकी असली परीक्षा अब होगी, क्योंकि आने वाले समय में बहुत सी चुनौतियां आएंगी। उनका कहना था कि आज देश के सामने आंतरिक सुरक्षा, आतंकवाद, साइबर क्राइम आदि को कंट्रोल करने के साथ-साथ पड़ोसी देशों की चुनौतियां भी शामिल हैं। उन्होंने कहा कि जबतक देश आंतरिक रूपसे सुरक्षित नहीं होगा, विकसित नहीं हो सकता और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 5 ट्रिलियन की अर्थव्यवस्था के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए देश में शांति और कानून व्यवस्था बनाए रखना आवश्यक है।
अमित शाह ने कहा कि समृद्ध, सुशिक्षित भारत हमारा लक्ष्य होना चाहिए और हमें भारत की विशाल, विविधतापूर्ण संस्कृति को संरक्षित रखकर उसके लोकतांत्रिक मूल्यों को बरकरार रखना होगा। उन्होंने प्रोबेशनर्स से कहा कि वे जिस पुलिस बल का नेतृत्व करने जा रहे हैं, उसके 33 हजार से ज्यादा पुलिस जवानों ने देश की सुरक्षा में अपनी जान की आहुति दी है और वह हमसे आशा करते हैं कि हम मां भारती को विश्व में सर्वोच्च स्थान पर पहुंचाकर उनके बलिदान को सार्थक करने का काम करें। अमित शाह ने कहा कि एक टीम लीडर के लिए संपर्क, संवाद एवं समन्वय की कला अत्यंत महत्वपूर्ण होती है और आचरण ऐसा होना चाहिए, जो टीम को आपके नेतृत्व पर विश्वास जगाने का काम करे, व्यापक संपर्क, व्यापक संवाद और सबके बीच में समन्वय ही सफलता की कुंजी होती है। गृहमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्मार्ट पुलिस की कल्पना रखी है, स्मार्ट का मतलब सेंसेटिव, मॉडल युक्त, अलर्ट आदि के साथ टेक्नोसेवी होना भी है। उन्होंने सरदार वल्लभभाई पटेल पुलिस अकादमी की नई ऑफिसर बिल्डिंग का भी उद्घाटन किया। कार्यक्रम में तेलंगाना के गवर्नर सी बीएसएल नरसिम्हन, गृह राज्यमंत्री जी किशन रेड्डी, तेलंगाना के मुख्यमंत्री एमएम अली, भारतीय पुलिस सेवा के वरिष्ठ अधिकारियों और गणमान्य व्यक्तियों ने शिरकत की।