स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम
Monday 2 September 2019 01:12:06 PM
सोलापुर (महाराष्ट्र)। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने सोलापुर में जनसभा को संबोधित करते हुए कहा है कि पहले केंद्र सरकार केवल एक ही परिवार की चिंता करती थी, किंतु आज केंद्र तथा उनकी राज्य सरकारें जनता की चिंता कर रही हैं, इसीलिए महाराष्ट्र आगे बढ़ रहा है। उन्होंने कहा कि यह हमारी संस्कृति है कि जनता जब हमें जनादेश देती है तो हम पाई-पाई का हिसाब देते हैं। उल्लेखनीय है कि महाराष्ट्र विधानसभा के आम चुनाव होने जा रहे हैं और भाजपा चुनाव की तैयारियां कर रही है, अमित शाह का यह दौरा भी चुनाव तैयारियों का हिस्सा माना जाता है। उन्होंने कहा भी कि हम पांच साल के समय का और एक-एक पैसे का हिसाब जनता को देंगे। अमित शाह ने उल्लेख किया कि केंद्र सरकार ने महाराष्ट्र को 1,15,000 करोड़ से बढ़ाकर 2,86,354 करोड़ रुपए दिए, जिससे विकास कार्यों को गति मिली।
केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि पहले कहा जाता था कि केंद्र जब 100 पैसे भेजता था तो 85 पैसे रास्ते में ही खो जाते थे, किंतु अब 100 पैसे केंद्र से भेजे जाते हैं तो उनकी राज्य सरकारें जनता के लिए 125 पैसे का काम कर रही हैं। अमित शाह ने कहा कि महाराष्ट्र ने हमेशा देश का नेतृत्व किया है, देश की राजनीति को सकारात्मक रूपसे आगे बढ़ाया है। उनका कहना था कि महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़नवीस के नेतृत्व में महाराष्ट्र ने पुनः अपना गौरव प्राप्त किया है। कश्मीर की आजादी के लिए अपनी जान गवांने वाले मेजर कुणाल गोस्वामी को याद करते हुए अमित शाह ने कहा कि महाराष्ट्र की पवित्र भूमि ने सदैव स्वराज और स्वदेशी की अलख जगाई है। अमित शाह ने इस मौके पर तिलक महाराज, वीर सावरकर तथा डॉक्टर भीमराव अंबेडकर का भी स्मरण किया। अमित शाह ने कहा कि मोदीजी ने धारा 370 हटाकर पूरे देश की एकता और अखंडता सुनिश्चित की है। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र के पिछड़ने का कारण यह रहा है कि केंद्र तथा राज्य की दोनों पार्टियां अभी तक लोकतांत्रिक मूल्यों को नहीं मानती थीं और परिवारवाद को आगे बढ़ाने का काम करती रहीं, भ्रष्टाचार की शुरुआत भी वहीं से होती रही। पहले की सरकारों में किए गए घोटालों का जिक्र करते हुए अमित शाह ने कहा कि उन सरकारों ने महाराष्ट्र में कई घोटाले किए हैं, किंतु देवेंद्र फड़नवीस सरकार जनता को समर्पित है और जनता के भले के लिए काम कर रही है।
अमित शाह ने कहा कि नरेंद्र मोदी सरकार ने मुद्रा बैंक योजना, प्रधानमंत्री जनधन योजना, सौभाग्य योजना, उज्जवला योजना, प्रधानमंत्री आवास योजना, स्वच्छ भारत अभियान जैसी कई योजनाओं और परियोजनाओं के माध्यम से लोगों को 5 साल के अंदर उनकी बुनियादी सुविधाएं देने का काम किया है। उन्होंने उल्लेख किया कि बाबासाहेब डॉ भीमराव आम्बेडकर का भव्य स्मारक बनाने की शुरुआत कर दी गई है, मोदीजी ने संसद के अंदर धारा 370 हटाकर कांटे की तरह चुभने वाली कश्मीर की समस्या को खत्मकर दिया है, जिससे आज हमारा कश्मीर जोकि भारत माता का मुकुट है, हमेशा के लिए भारत का अभिन्न अंग बन गया है। उन्होंने कहा कि देश की एकता और अखंडता को मोदीजी ने लोहे की तरह मजबूत कर दिया है, 70 साल से देश की जनता यही चाहती थी और हमारी पार्टी भाजपा अकेले इस मुद्दे को लेकर चलती रही है। अमित शाह ने सोलापुर की जनता से कहा कि आप सब लोग कह रहे हैं कि धारा 370 तथा 35ए हटाकर अच्छा किया, किंतु विपक्ष के नेताओं को यह स्पष्ट करना चाहिए कि वह धारा 370 हटाने का समर्थन कर रहे हैं या नहीं और उनकी मंशा क्या है?
गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि पाकिस्तानी आतंकवादी समूह जम्मू-कश्मीर और भारत के विभिन्न हिस्सों में आकर हिंसा का तांडव करते रहें, यह हम सहन नहीं करेंगे। अमित शाह ने कहा कि विपक्ष के नेता ने बयान दिया कि धारा 370 हटाकर सरकार ने अच्छा नहीं किया, कश्मीर में हिंसा हो रही है, किंतु मैं उन्हें बताना चाहता हूं कि जिसदिन से वहां से धारा 370 हटाई गई है, वहां एक भी गोली नहीं चली है और एक भी जनहानि नहीं हुई है। उन्होंने जेएनयू दिल्ली में लगे भारत विरोधी नारों का उल्लेख करते हुए कहा कि अपने भारत की ही कुछ विपक्षी पार्टियां उनका समर्थन करती हैं जो लोग देश को तोड़ने की बात करते हैं। अमित शाह ने कहा कि मोदीजी ने आतंकवादियों के खिलाफ सर्जिकल स्ट्राइक की जिससे पूरा भारत खुश था, किंतु विपक्ष के लोग उसका सबूत मांगने की बात करने लगे। अमित शाह ने कहा कि जब भी देश की सुरक्षा का मामला आए तो विपक्षी पार्टियों के रुख साफ होने चाहिएं, उन्हें दलगत राजनीति से ऊपर उठकर देशहित में खड़ा होना चाहिए। उन्होंने प्रसन्नता व्यक्त की कि धारा 370 के मुद्दे पर भारत की जनता चट्टान की तरह नरेंद्र मोदी के साथ खड़ी है।
केंद्रीय गृहमंत्री ने याद किया कि कैसे अटल बिहारी वाजपेयी ने 1965 में लालबहादुर शास्त्री सरकार और 1971 के भारत-पाक युद्ध के दौरान संसद में इंदिरा गांधी का समर्थन किया था। उन्होंने कहा कि जब 1994 में पाकिस्तान ने कश्मीर मुद्दे को फिर से उठाया तो पीवी नरसिम्हा राव सरकार संसद में एक प्रस्ताव लाई, जिसका हमारी पार्टी भाजपा ने दोनों सदनों में समर्थन किया। उन्होंने कहा कि यह सवाल उठा कि संयुक्तराष्ट्र में मजबूती से भारत का पक्ष कौन पेश करेगा, तब नरसिम्हा राव ने कहा कि अटल बिहारी वाजपेयी के अलावा कोई भी ऐसा नहीं कर सकता, अटल बिहारी वाजपेयी ने विपक्ष में रहते हुए संयुक्तराष्ट्र में भारतीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व किया और दुनिया के सामने भारत के पक्ष को मजबूती से पेश किया। अमित शाह ने कहा कि वे कहते थे कि हम राजनीति के लिए नहीं बल्कि भारत के लिए जीते हैं। राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़े मुद्दों पर सरकार के साथ एकजुट होने के लिए विपक्ष से अपील करते हुए अमित शाह ने दोहराया कि हमने हमेशा उन सभी मुद्दों पर सरकार का समर्थन किया है जहां देशहित है, हम भी विपक्ष से भी यही उम्मीद करते हैं।