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Monday 9 September 2019 05:58:55 PM
लखनऊ। लखनऊ मुख्यालय परिक्षेत्र के निदेशक डाक सेवाएं और साहित्यकार व ब्लॉगर कृष्ण कुमार यादव ने जवाहर नवोदय विद्यालय पिपरसंड लखनऊ में राजभाषा हिंदी पर आयोजित संगोष्ठी में कहा है कि सृजन एवं अभिव्यक्ति की दृष्टि से हिंदी दुनिया की अग्रणी भाषाओं में से एक है। उन्होंने कहा कि हिंदी सिर्फ एक भाषा ही नहीं, बल्कि हम सबकी पहचान है, यह हर हिंदुस्तानी का हृदय है, हिंदी को राष्ट्रभाषा किसी सत्ता ने नहीं बनाया, बल्कि भारतीय भाषाओं और बोलियों के बीच संपर्क भाषा के रूपमें जनता ने इसे चुना है। कृष्ण कुमार यादव ने मुख्य अतिथि के रूपमें संगोष्ठी का शुभारम्भ दीप-प्रज्वलन और मां सरस्वती की प्रतिमा पर माल्यार्पण करके किया। इस अवसर पर विद्यालय के बच्चों ने साहित्यिक और सांस्कृतिक प्रस्तुतियों से लोगों का मन मोह लिया। कृष्ण कुमार यादव ने प्रधानाचार्य जेसी गुप्ता संग विद्यालय की पत्रिका 'कोशिशें' का विमोचन किया।
डाक निदेशक कृष्ण कुमार यादव ने कहा कि हिंदी में विश्व भाषा बनने की क्षमता है, हिंदी आज सिर्फ साहित्य और बोलचाल की ही भाषा नहीं, बल्कि विज्ञान प्रौद्योगिकी से लेकर संचार क्रांति और सूचना प्रौद्योगिकी से लेकर व्यापार की भाषा भी बनने की ओर अग्रसर है। कृष्ण कुमार यादव ने कहा कि डिजिटल क्रांति के युग में सोशल मीडिया वेबसाइट्स, ब्लॉग, फेसबुक और ट्विटर ने तो हिंदी का दायरा और भी अधिक बढ़ा दिया है। उन्होंने कहा कि विश्वभर में हिंदी बोलने वाले 50 करोड़ तो इसे समझने वालों की संख्या 80 करोड़ है, विश्व के लगभग 150 विश्वविद्यालयों में हिंदी पढ़ाई जाती है, जोकि हिंदी की बढ़ती लोकप्रियता का परिचायक है।
जवाहर नवोदय विद्यालय पिपरसंड लखनऊ के प्रधानाचार्य जेसी गुप्ता ने कहा कि डाक निदेशक कृष्ण कुमार यादव भी नवोदय विद्यालय के पुरा छात्र रहे हैं और हिंदी को लेकर अपनी रचनात्मक प्रतिबद्धता एवं अग्रणी सोच से साहित्यजगत में एक नया मुकाम बनाया है। प्रधानाचार्य जेसी गुप्ता ने कहा कि संविधान में वर्णित सभी प्रांतीय भाषाओं का पूर्ण आदर करते हुए इस विशाल बहुभाषी राष्ट्र को एक सूत्र में बांधने में हिंदी की एक महत्वपूर्ण भूमिका है, ऐसे में हिंदी भाषा के प्रयोग पर हमें गर्व महसूस करना चाहिए। उप प्रधानाचार्य प्रभात मारवाह ने कहा कि हिंदी पूरे देश को जोड़ने वाली भाषा है और सामान्य जीवन में भी इसे बहुतायत में अपनाया जाना चाहिए। संगोष्ठी में डॉ वाईसी द्विवेदी, कमर सुल्तान, सुधा पाठक, प्रीति तिवारी, सुमति श्रीवास्तव, पीपी शुक्ला, डॉ मोहम्मद ताहिर, नवोदय विद्यालय के अध्यापक और विद्यार्थी भी उपस्थित थे।